आरुषि तलवार और हेमराज हत्याकांड मामले में नूपुर तलवार और डॉ राजेश तलवार को हाई कोर्ट द्वारा बरी किए जाने के खिलाफ सीबीआई द्वारा की गई अपील को सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को स्वीकार कर लिया है।
आज भी आरुषि की बेस्ट फ्रेंड निशा उससे जुड़ी यादों को याद करते हुए खो जाती है। वो यादें जिसे बताते हुए निशा की जुबान लड़खड़ाने लगती है। निशा बताती है कि आरुषि दर्द में भी खुशी के रास्ते तलाश लेती थी। सबके लिए सोचती थी।
जेल से छूटने के बाद नूपुर तलवार सबसे पहले अपनी मां लता चिटनिस के घर पहुंचीं। मां ने घऱ के दरवाजे पर बेटी का स्वागत किया...
अपनी बेटी आरुषि और नौकर हेमराज के मर्डर केस में सजा काट रहे डॉक्टर राजेश और नूपुर तलवार सोमवार को जेल से रिहा हो गए...
आरुषि के माता-पिता डॉक्टर राजेश और नुपुर तलवार के आज सोमवार को रिहा होने की संभावना है. तलवार दंपति आरुषि-हेमराज मर्डर केस में करीब चार साल जेल की सज़ा काट चुके हैं.
सवाल ये है कि इतने हाईप्रोफाइल और अहम केस में ऐसी लापरवाही किसने की? हाईकोर्ट ने सीबीआई और सीडीएफडी पर बेहद ही तल्ख टिप्पणी की है। हाईकोर्ट ने कहा कि ऐसा लगता है जैसे सीबीआई और सीडीएफडी ने राजेश और नूपुर तलवार को निर्दोष साबित होने से रोकने के लिए एक
दूसरी टीम ने भी जांच की लेकिन पुख्ता सबूत नहीं मिलने के बाद दूसरी टीम ने क्लोज़र रिपोर्ट लगा दी। आखिरकार विशेष अदालत ने क्लोजर रिपोर्ट को ही एफआईआर में तब्दील कर सुनवाई की और आरुषि के मम्मी-पापा राजेश और नूपुर तलवार को अपनी ही बेटी के कत्ल का दोषी कर
चार साल से अपनी ही बेटी के कत्ल के इल्जाम में जेल में एक-एक दिन एक-एक रात नूपुर और राजेश ने कैसे काटी होगी? कितना दर्द सहा होगा? इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है।
जेल में ये नुपूर का इकलौटा इंटरव्यू है। नुपूर से ये बातचीत वर्तिका नंदा ने तिनका-तिनका फाउंडेशन की तरफ से की थी। सुनिए उस दौरान नुपूर ने बेटी आरुषि हत्याकांड को लेकर क्या-क्या कहा था..कैसे बयां किया था बेटी की मौत का दर्द।
जेल के सूत्रों की मानें तो फैसले से पहले राजेश और नूपुर तलवार काफी गुमसुम थे, लेकिन फैसला आने के बाद दोनों के चेहरे चहक रहे हैं। हाईकोर्ट के फैसले से बेशक तलवार दंपति की जेल से रिहाई का रास्ता साफ हो गया हो लेकिन आरुषि को न्याय मिलने की उम्मीद एक बा
अनुमान और आकलन के आधार पर सीबीआई की अदालत द्वारा सुनाए गए इस फैसले में ऐसे कई अनसुलझे सवाल थे जिसका जवाब हर कोई जानना चाहता था लेकिन जवाब ना पुलिस दे पा रही थी, ना सीबीआई। देखते ही देखते ये घटना सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री बन गई। अब तक इस मामले में पता
आरुषि-हेमराज मर्डर केस में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए राजेश और नूपुर तलवार को बरी कर दिया है। परिजनों को हाईकोर्ट के फैसले से राहत मिली है, अब सभी लोग तलवार दंपति के जेल से बाहर आने का इंतज़ार कर रहे हैं। तलवार फैमिली के लोग अब से थोड
हाई कोर्ट ने इस बहुचर्चित मामले पर CBI अदालत के फैसले को पलट दिया और राजेश एवं नूपुर तलवार को बरी करते हुए हुए कहा कि...
हाई कोर्ट ने CBI अदालत के फैसले को खारिज कर दिया और दोनों को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया। कोर्ट ने कहा कि आरुषि को मम्मी-पापा ने नहीं मारा...
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