TRAI ने हाल ही में मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी के लिए नई गाइडलाइंस जारी की थी। अगर, आप भी अपना टेलीकॉम ऑपरेटर बदलना चाहते हैं तो इन 5 बातों का ध्यान रखें।
MNP New Rules: आज यानी 1 जुलाई से मोबाइल नंबर पोर्ट (MNP) कराने के नए नियम लागू कर दिए गए हैं। अब यूजर को अपना नंबर मौजूदा ऑपरेटर से किसी दूसरे ऑपरेटर में पोर्ट कराना है, तो नए नियम के तहत उनको आवेदन जारी करना होगा। इससे पहले MNP के नियमों में 8 बार बदलाव किया जा चुका है।
ऑनलाइन बैंकिंग ट्रांजैक्शन और मोबाइल नंबर पोर्ट (एमएनपी) कराने के नियम आज यानी 16 दिसंबर 2019 से बदल गए हैं। आरबीआई और ट्राई ने ग्राहकों को सहूलियत देने के लिए नियमों में बदलाव किया है।
नए साल के पहले ही बैंकिंग, सड़क परिवहन और दूरसंचार क्षेत्र से जुड़े कई नियमों में बदलाव होने जा रहा है।
ट्राई ने कहा कि मौजूदा एमएनपी सिस्टम को नए एमएनपी प्रक्रिया में बदलने की वजह से 10 दिसंबर से 15 दिसंबर तक मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।
मोबाइल नंबर पोर्टिबिलिटी (एमएनपी) के संशोधित नियम फिलहाल 11 नवंबर से प्रभावी होने नहीं जा रहे हैं।
ट्राई ने इससे पहले मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी सेवा प्रदाताओं द्वारा दी जाने वाली मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी सेवा के लिए पीपीटीसी की दर 19 रुपए प्रति लेनदेन तय की थी।
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने मोबाइल नंबर पोर्टिबिलिटी (एमएनपी) के संशोधित नियमों को लागू करने की समय सीमा 11 नवंबर तक बढ़ा दी है। पहले यह समयसीमा 30 सितंबर 2019 तक थी।
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP/एमएनपी) को सस्ता कर दिया है। यानी कोई यूजर टेलिकॉम ऑपरेटर सर्विस को बदलना चाहता है तो उसे अब सिर्फ 5.74 रुपए खर्च करने होंगे। मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की पुरानी फीस 19 रुपए थी, नई फीस इसी महीने की 30 सितंबर से लागू हो जाएगी।
एमएनपी के संशोधित नियम मोबाइल नंबर को पोर्ट करने की प्रक्रिया को सरल और तेज बनाती है।
अब मोबाइल नंबर पोर्ट करवाना पहले से बहुत तेज और आसान हो जाएगा। टेलीकॉम नियामक ट्राई ने गुरुवार को नए नियम जारी किए।
मोबाइल नंबर पोर्ट करवाने वाले यूजर्स को अगले साल मार्च के बाद नंबर पोर्ट करवाने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने ग्राहकों के सामने मौजूद असुविधाओं को हल करने के लिए मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी प्रक्रिया की समीक्षा के लिए शुक्रवार को एक परामर्श पत्र जारी किया।
दूरसंचार नियामक TRAI मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) प्रणाली की समीक्षा करने की सोच रहा है ताकि ग्राहकों के लिए एमएनपी प्रक्रिया को सरल व तीव्र बनाया जा सके।
दूरसंचार नियामक ट्राई ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) की दर लगभग 79 प्रतिशत घटाकर अधिकतम चार रुपए कर दी है।
यदि आप भी रिलायंस कम्युनिकेशंस यानि कि आरकॉम के ग्राहक हैं तो आपको राहत देने वाली खबर है।
दूरसंचार नियामक (ट्राई) ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) शुल्क को घटाकर चार रुपए करने के संबंध में परामर्श प्रक्रिया शुरू कर दी है। अभी मोबाइल नंबर पोर्ट करवाने में 19 रुपए लगते हैं।
बिजली मंत्री आर के सिंह ने कहा है कि लोगों को दूरसंचार सेवा की तरह बिजली खरीदने के लिए अपने क्षेत्र में एक से अधिक आपूर्तिकर्ताओं का विकल्प दिया जाएगा।
Reliance Jio ने Airtel, Idea व Vodafone पर आरोप लगाया है कि वे अपने ग्राहकों के मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की रिक्वेस्ट को लगातार ठुकरा रहे है
रिलायंस जियो की कमर्शियल सर्विस लॉन्च हुए करीब एक हफ्ता बीत चुका है लेकिन लोगों को सिम पाने के लिए बड़ी मशक्त करनी पड़ रही है।
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