क्या आपको भी जरूरत से ज्यादा गुस्सा आता है? आइए कुछ ऐसे तरीकों के बारे में जानते हैं जिनकी मदद से आप अपने गुस्से को आसानी से काफी हद तक कंट्रोल कर पाएंगे।
अदालत ने कहा कि अधिवक्ताओं और जिला प्रशासन से जुड़े लोगों को इन प्राचीन मंदिरों के प्रबंधन और संचालन से दूर रखा जाना चाहिए। मंदिर से जुड़े इस मुकदमे को जितना जल्द हो सके, निपटाने का प्रयास होना चाहिए।
अगर आप भी मैनेजमेंट में अपना करियर बनाने के इच्छुक हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी। इस खबर में आज हम आपको देश के टॉप 10 मैनेजमेंट कॉलेज बताएंगे।
GMAT Exam 2023: ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन काउंसिल (जीएमएसी) की तरफ से कल यावी 29 अगस्त 2023 से ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (जीमैट) फोकस एडिशन के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
AIMA MAT 2023: ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन (AIMA) ने सितंबर फेज के लिए मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट (MAT) रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को शुरू कर दिया है।
मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट (MAT) 2023 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं।
किसी काम के लिए समय बहुत मूल्यवान है। इसीलिए हर काम के लिए टाइम मैनेज करना काफी अहम होता है। अगर आप टाइम मैनेज को लेकर सतर्क नहीं हैं तो ये आपके लिए कष्टकारी बन सकती है। परेशान न हो टाइम मैनेजमेंट को लेकर हम आपको यहां कुछ टिप्स बता रहे हैं। इन्हें फॉलो करें और करियर में ग्रो करें।
Money Mantra: अगर आप अपने करियर के शुरुआती दौर में हैं तो हमारे द्वारा नीचे बताए जा रहे टिप्स के बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए। इससे आपको पैसे बचत करने और कर्ज के तले नहीं दबने में आसानी होगी।
इसी साल 14 फऱवरी को परिचालन के समझौते पर हुए थे हस्ताक्षर
देश भर के अव्वल मैनेजमेंट कॉलेजों में प्रवेश के लिए ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन (AIMA)द्वारा मैनेजमेंट एप्टीट्यूट टैस्ट 2019 (MAT 2019) का परिणाम आज घोषित किया जाएगा।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास (HRD) मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने वर्ष 2018 के लिए नेशनल इंस्टिट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) इंडिया रैंकिंग जारी की।
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और मशहूर कमेंटेटर सुनील गावस्कर का हितों के टकराव के चलते अब कमेंट्री बॉक्स में बने रहना मुश्किल हो गया है।
म्यूचुअल फंड उद्योग के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां बीते वित्त वर्ष 2016-17 में 42 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोतरी के साथ 17.5 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गईं।
जो कंपनियां एक वित्त वर्ष के दौरान खराब प्रदर्शन करती हैं, वे आमतौर पर साल के अंत में अपनी वार्षिक आम सभा (AGM) का आयोजन करती हैं।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रबंध संस्थानों की गुणवत्ता स्तर को लेकर चिंता जहिर की है। उन्होंने कहा कि ऐसी संस्थाओं को काम के लायक बनाना चाहिए।
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