तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में मरीना बीच पर द्रमुक के शीर्ष नेता एम करूणानिधि का स्मारक बुधवार को उनकी 97 जयंती पर एक विवाह स्थल के रूप में तब्दील हो गया...
तमिलनाडु में नामक्कल के समीप एक गांव में अनुसूचित जाति का एक वर्ग द्रमुक के दिवंगत नेता एम करुणानिधि के सम्मान में एक मंदिर बनाएगा।
तमिलनाडु की दोनों प्रमुख पार्टियों में एक-दूसरे के दिवंगत नेताओं को लेकर सियासत में उबाल आया हुआ है।
चुनाव आयोग ने तमिलनाडु की तिरुवरूर विधानसभा सीट का उपचुनाव रद्द कर दिया है। इस सीट पर 28 जनवरी को चुनाव होने थे।
करुणानिधि के इस पैतृक घर को एक स्मारक और पुस्तकालय में तब्दील कर दिया गया है।
अलागिरी, करूणानिधि की मौत के बाद से यह दावा करते रहे है कि पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता उनके साथ हैं। उन्होंने कहा था कि रैली के बाद द्रमुक को खतरे का सामना करना पड़ेगा।
दिवंगत द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि की याद में रखी गई स्मृति बैठक उस वक्त भाजपा विरोधी समारोह में तब्दील हो गई जब यहां पहुंचे विभिन्न दलों के नेताओं ने भगवा पार्टी की खुलकर निंदा करनी शुरू कर दी
सैकड़ों पार्टी प्रतिनिधियों के बीच स्टालिन ने कहा, हम उस किसी भी पार्टी का विरोध करेंगे, जो एक भाषा का प्रभुत्व चाहती है।
वर्षो तक भावी युवराज ही बने रहे एम. के. स्टालिन को आखिरकार द्रमुक का राजा चुन लिया गया है। दिवंगत द्रमुक नेता एम. करुणानिधि के पुत्र और उनके वास्तविक राजनीतिक वारिस एम. के. स्टालिन का मंगलवार को द्रमुक पद चयन हुआ।
करुणानिधि के इसी महीने निधन हो जाने के बाद उनको पार्टी अध्यक्ष के रूप में प्रोन्नत करना अनिवार्य हो गया था। करुणानिधि के 65 वर्षीय पुत्र के पास पार्टी के कोषाध्यक्ष का पद भी होगा।
दिवंगत नेता एम करुणानिधि के छोटे बेटे और द्रमुक के कार्यवाहक अध्यक्ष एम के स्टालिन को 28 अगस्त को पार्टी की आम परिषद बैठक में नया प्रमुख चुने जाने की तैयारी है।
देश के स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद राज्यों में गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर केवल राज्यपाल ही झंडा फहराते थे।
अलागिरी ने मरीना बीच पर आज अपने पिता की समाधि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और स्टालिन को कोसा। उन्होंने स्टालिन पर आरोप लगाया कि वह पार्टी में उनके लौटने की राह में रोड़े अटका रहे हैं।
अलागिरी को पार्टी नेताओं की आलोचना करने के लिए 2014 में पार्टी से बाहर निकाल दिया गया था। उन्होंने कहा कि उनकी पीड़ा पार्टी को लेकर थी, न कि परिवार को लेकर थी। लोग सही समय आने पर पूरी कहानी को जानेंगे।
करुणानिधि की मौत को राजनीति के एक युग का अंत बताया जा रहा है। आज करूणानिधि को श्रद्धांजलि देने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चेन्नई पहुंचे। राजाजी हॉल में उन्होंने करुणानिधि के अंतिम दर्शन किए।
गोयल सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र शाहदरा से विधानसभा जा रहे थे। कार्यवाही दो बजे शुरु होनी थी लेकिन यह दो बजकर 20 मिनट पर शुरू हुई।
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज डीएमके नेता एम. करूणानिधि के निधन को ‘‘व्यक्तिगत क्षति’’ बताते हुए कहा कि वह उनके लिए ‘‘पिता तुल्य’’ थे और देश को उनकी प्रबुद्ध राजनीति की कमी खलेगी।
करुणानिधि एक उत्कृष्ट लेखक, वक्ता और नेता थे। अपने लेखन, नाटक, भाषण और बाद में आंदोलनों के जरिए जीवन भर वे जातिवाद के खिलाफ लड़ते रहे। वे पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे।
DMK के दिवंगत नेता एवं तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि को श्रद्धांजलि देने के बाद उनके सम्मान में राज्यसभा की बैठक बुधवार को दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि के निधन की खबर उनके पैतृक गांव तिरुक्कुवलई पहुंचते ही वहां शोक की लहर दौड़ गई और बड़ी संख्या में लोग उनके पैतृक आवास पर पहुंचने लगे।
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