कर्नाटक चुनाव में किस समुदाय में किस पार्टी का रहा दबदबा।
कर्नाटक में आखिर किसको मिलेगा जनादेश बीजेपी, कांग्रेस या जनता दल (एस)।
कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति सामने आने के बाद सबसे बड़े दल भाजपा और कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन के सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद राज्य में भावी सरकार को लेकर संशय और गहरा गया है...
बीजेपी और कांग्रेस के नेता नतीजों से पहले अपनी-अपनी पार्टी की जीत का ना सिर्फ दावा ठोक रहे हैं बल्कि संभावित सीटों की संख्या भी बता रहे हैं।
मतगणना लगभग 40 केंद्रों पर सुबह आठ बजे शुरू होगी। रुझान एक घंटे के भीतर आने शुरू हो सकते हैं और चुनाव परिणाम देर शाम तक स्पष्ट होंगे।
पार्टी कार्यकर्ता , समर्थक और शुभ चिंतक एक्जिट पोल के बारे में चिंतित मत होइए। सप्ताहांत में निश्चिंत रहिए , खुशी मनाइए। हम फिर वापस आ रहे हैं।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 के प्रचार के लिए भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी,एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के लिए के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के लिए उसके अध्यक्ष राहुल गांधी ने जबरदस्त प्रचार किया है।
विधानसभा चुनाव में कुल 2,654 उम्मीदवार आमने-सामने हैं, जिनमें से 883 उम्मीदवार करोड़पति हैं, जबकि 645 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
जिन 222 सीटों पर मतदान होना है उनमें से कुछ सीटें ऐसी हैं जिनपर सबकी निगाहें रहेंगी...
224 विधानसभा सीटों वाली कर्नाटक राज्य में अब 222 सीटों पर ही शनिवार को मतदान हो पाएगा।
224 विधानसभा सीटों वाले कर्नाटक में 222 सीटों के लिए चुनाव संपन्न होंगे।
इसके साथ ही आयोग ने सार्वजनिक सभाओं और शराब की ब्रिक्री पर भी लगाम कसते हुए रोक लगा दी।
इन 100 पोलिंग बूथ की सारी जिम्मेदारी महिलाओं के हाथ होगी। साथ ही इन पोलिंग बूथ पर दिव्यांगों के लिए भी खास इंतजाम होंगे।
कर्नाटक में वोटिंग का काउंटडाउन शुरू हो चुका है, चंद घंटे बाद मतदान होगा और जब 15 तारीख को नतीजे आएंगे तो ये तय हो जाएगा कि कौन बनेगा किंग...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भ्रष्टाचार को लेकर शनिवार को कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया और कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अपनी हार के बाद वह ‘ पंजाब , पुडुचेरी , परिवार ’ कांग्रेस हो जाएगी।
इस चुनाव में कांग्रेस दलितों से वोट मांग रही है। खड़गेजी (मल्लिकार्जुन खड़गे) कांग्रेस के बड़े नेता हैं। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने वादा किया था कि वे खड़गे जी को मुख्यमंत्री बनाएंगे।
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव तथा वृद्धि में तेजी के बीच अर्थव्यवस्था में नकदी का चलन एक बार फिर से तेजी से बढ़ा है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस समय अर्थव्यवस्था में नकदी का प्रवाह नोटबंदी से पहले के स्तर पर पहुंच गया है।
बीजेपी ने अब राज्य के आधी आबादी यानि महिला मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए अपनी स्टार महिला मंत्रियों को भी चुनाव में उतारने की योजना बनाई है।
एच डी देवगौडा ने कहा कि जब सिद्धरमैया जेडीएस में थे तो वह 2004 में भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बनना चाहते थे।
राहुल ने कहा कि बढ़ती महंगाई, किसानों की दुर्दशा, दलितों और महिलाओं पर अत्याचार और बेरोजगारी के खिलाफ जनता में आक्रोश है। इसी आक्रोश का प्रदर्शन के लिये लोग आज पहुंचे हैं।
संपादक की पसंद