अग्निपथ योजना का विरोध करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अग्निपथ योजना से देश की ताकत बढ़ेगी और देश का सामर्थ्यवान युवा भी मातृभूमि की सेवा के लिए आगे आएगा।
भारत कारगिल विजय की रजत जयंती मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को कारगिल विजय दिवस के मौके पर लद्दाख पहुंचे थे। यहां से उन्होंने भारत के दुश्मनों को सीधी चेतावनी दे दी है। आइए जानते हैं कि पीएम मोदी ने क्या कहा।
कारगिल की लड़ाई के हीरो कर्नल बलवान सिंह ने कारगिल की लड़ाई के दिलचस्प किस्सों को शेयर किया। उन्होंने बताया कि तोलोलिंग पर मिली जीत के बाद कारगिल की लड़ाई कितनी अहम थी। उन्होंने बताया कि तोलोलिंग की लड़ाई 24 दिन तक लड़ी।
कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर आयोजित अनूठी प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभागियों को हथियार चलाने और फायरिंग तकनीक की मूल बातें सिखाई गईं। प्रतियोगिता में लगभग 50 लड़कियों ने भाग लिया और अपने उल्लेखनीय कौशल का प्रदर्शन किया।
बिहार की पटना यूनिवर्सिटी के छात्र हर्षराज की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पटना के कारगिल चौक पर छात्रों ने इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया।
कारगिल एयरस्ट्रिप पर रात के अंधेरे में किसी विमान की लैंडिंग बेहद मुश्किल कार्य है। ऐसे ही मुश्किल कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न करके भारतीय वायुसेना ने अपनी साहसिक क्षमताओं का बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
लद्दाख के करगिल से एक लड़की का शव बर्फ में दबा मिला, जो 26 नवंबर से ही जंस्कार इलाके से लापता थी। उसके पिता की तहरीर पर पुलिस ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की थी।
कारगिल और लद्दाख में मंगलवार सुबह आया भूकंप। अब तक पिछले 24 घंटे में भूकंप से 11 बार भूकंप से कश्मीर की धरती हिल उठी है। भूकंप जमीन से 10 किलोमीटर गहराई में था।
कारगिल युद्ध को लेकर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते थे कि पाकिस्तानी फौज कारगिल पर हमला करे। मगर इस प्लान का विरोध करने के कारण उन्हें पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने पद से हटा दिया था।
अधिकारियों द्वारा द्रास में हुए इस ब्लास्ट के प्रकृति की जांच की जा रही है। घायलों को अस्पताल भेजा गया है जहां उनका इलाज हो रहा है।
लद्दाख के कारगिल क्षेत्र से लापता हुई 28 वर्षीय भारतीय महिला का शव गिलगिट-बाल्टिस्तान में मिलने से सनसनी फैल गई है। कई तरह के सवाल उठ रहे हैं कि आखिर महिला का शव भारत से यहां कैसे पहुंच गया। फिलहाल स्थानीय लोगों ने रीति-रिवाज से उसका अंतिम गिलगित बाल्टिस्तान में कर दिया है।
ब्रिगेडियर सुधीर सावंत, कारगिल युद्ध के दौरान ब्रिगेड हेड क्वार्टर(द्रास सेक्टर) में मेजर पोस्ट पर तैनात थे। उन्होंने बताया कि 3 मई को एक चरवाहा ने आर्मी को सूचना दी। इसके बाद पांच मई को लेफ्टिनेंट कालिया जब पेट्रोलिंग के लिए गए तो उनको टॉर्चर कर मारा दिया गया।
भारत हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाता है और उस जंग में अपने प्राण न्यौछावर करके भी देश की अस्मिता को अक्षुण्ण रखने वाले बहादुर सैनिको को याद करता है।
फ्लाइट में अगर कोई स्पेशल गेस्ट सफर कर रहा होता है तो क्रू मेंबर उनका सम्मान जरूर करते हैं। हाल में ही जब फ्लाइट पर देश के असली नायक सफर कर रहे थे तब पायलट ने उनका कुछ इस अंदाज में स्वागत किया।
भारत में बहुत कम ही लोग जानते हैं कि पाकिस्तान में हमारे देश की एक महिला जासूस थी जो वहां दो साल तक रहकर भारत के लिए जासूसी करती रही और दुश्मन के हरकतों पर नजर रखती रही। इसके लिए उसने एक पाकिस्तानी मर्द से शादी भी की और उसके बच्चे की मां भी बनीं।
द्रास इलाके की जामिया मस्जिद में आग लग गई है। फोटोज और वीडियोज में दिख रहा है कि आग कितनी भयंकर है और मस्जिद धूं-धूंकर जल रही है। इस आग की वजह से मस्जिद को काफी नुकसान हुआ है। हालांकि फायर बिग्रेड की मदद से आग पर काबू पा लिया गया है।
PM Modi in Kargil: पीएम नरेंद्र मोदी आज दिवाली के उपलक्ष्य में कारगिल के दौरे पर गए हैं। इस दौरान वहां उन्होंने सैनिकों से मुलाकात की और संबोधित किया। इस दौरान वे मेजर अमित से भी मिले। ये अमित 21 साल पहले भी मोदीजी से मिले थे, जब वे सैनिक स्कूल में थे और मोदी उनके स्कूल आए थे।
Earthquake News: वहीं इससे पहले लेह के अलची से करीब 189 किमी उत्तर में सुबह करीब 4.19 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप की तीव्रता 4.8 आंकी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप की गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी।
Kargil Vijay Diwas: पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में भारत के पास बेहतर हथियार और सैन्य क्षमता की जब कमी पड़ी तो इसे रूस (Russia) ने पूरा किया। रूस ने भारत की भरपूर मदद की। इसके अलावा जब भी जंग के दौरान अमेरिका (America) ने भारत को आंख दिखाई चाही तो रूस कंधे से कंधा मिलाकर भारत के साथ खड़ा रहा।
26 जुलाई को 1999 में कारगिल युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाया था। युद्ध में बलिदान देने वाले देश के वीर सपूतों की याद में हर साल कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। करीब दो महीने से अधिक वक्त तक चले कारगिल युद्ध में 527 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे, जबकि 1,300 से अधिक घायल हुए थे।
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