अफगानिस्तान के मध्य काबुल में स्थित चीनी होटल पर हुए हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है। हमले के दौरान दो विदेशी घायल हो गये थे, जबकि तीन आतंकियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था।
Afghanistan: शैक्षिक संस्थान के एक सदस्य के हवाले से अफगान पत्रकार ने कहा कि लड़के और लड़कियां एक बड़े क्लासरूम में पढ़ रहे थे। उन्हें तालिबान की ओर से अनिवार्य एक पर्दे से अलग-अलग किया गया था।
Kabul Terrorist Attack: हमले के एक दिन बाद भारत सरकार ने अफगानिस्तान में रह रहे 100 से ज्यादा सिखों और हिंदुओं को ई-वीजा दिया है।
बिन सलमान ने यह दिखाने की कोशिश की कि तालिबान अफगान लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असमर्थ हैं और यह साबित करता है कि तालिबान के तहत, अफगानिस्तान आतंकवाद का केंद्र होगा।
पाकिस्तान का कनेक्शन इस्लामिक स्टेट(खुरासान) और तालिबान दोनों से है। दक्षिण एशिया में कहीं भी आतंकवादी हमला हो, बेगुनाहों का खून बहे तो बात घूम फिर कर पाकिस्तान की सरज़मीं तक पहुंच ही जाती है।
काबुल एयरपोर्ट पर मौत का जो मंजर नजर आया वो अमेरिकी सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ाने के लिए काफी है। ये फिदायीन हमला इस बात का संकेत है कि आईएसआईएस अभी जिन्दा है।
इस्लामिक स्टेट खुरासान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इस संगठन ने दावा किया है कि फिदायीन हमलावरों में से एक का नाम अब्दुल रहमान अल-लोगरी है।
काबुल में कल हुए धमाकों के तार पाकिस्तान से जुड़ते दिख रहे हैं। अफगानिस्तान के पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने काबुल अटैक को लेकर पाकिस्तान को कटघरे में खड़ा किया है।
अधिकारियों ने कहा कि ब्लास्ट में अमेरिकी सेना के कई जवान भी घायल हुए हैं और इनकी संख्या बढ़ सकती है।
आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों द्वारा भीड़ पर किए गए हमले में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य के घायल होने की खबर है।
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया है कि कई अमेरिकी भी काबुल हमले में हताहत हुए हैं। हमले के बाद का खौफनाक मंजर सामने आया है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने बताया कि संगठन के लड़ाकों ने दावा खान मेनापाल को मार डाला है जो स्थानीय और विदेशी मीडिया के लिए सरकार का प्रेस अभियान संचालित करते थे।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अफगानिस्तान के काबुल और नंगरहार में हुए आतंकी हमलों की कड़ी भर्त्सना करते हुए हमलों को “कायराना” करार दिया है
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शुक्रवार को एक कार्यक्रम में बंदूकधारियों की गोलीबारी में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 32 हो गया है।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शुक्रवार को एक कार्यक्रम में बंदूकधारियों की गोलीबारी में कम से कम 29 लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए। बाद में पुलिस ने दो हमलावरों को मार गिराया।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शनिवार की देर रात हुए एक भीषण बम विस्फोट में कम से कम 40 लोगों की मौत की खबर है।
‘सेव द चिल्ड्रन’ संगठन ने इस हमले को ‘‘पूरी तरह निंदनीय’’ बताया है। तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है जबकि यह संगठन कतर में अमेरिका के साथ सातवें दौर की बातचीत कर रहा है और उम्मीद है कि सितम्बर में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के चुनाव से पहले कोई हल निकल आयेगा।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, राजधानी काबुल के पूर्वी हिस्से में आत्मघाती कार बम हमले में 7 लोगों के हताहत होने की खबर है।
काबुल के सरकारी परिसर में आतंकवादियों द्वारा किए गए एक आत्मघाती और बंदूकधारी के हमले में सोमवार को करीब 43 लोगों की मौत हो गई।
काबुल में ब्रिटेन की एक निजी सुरक्षा संस्था के परिसर पर तालिबान द्वारा किए गए हमले में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है और 19 घायल हो गए।
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