गुजरात विधानसभा में मॉनसून सत्र के दौरान जिग्नेश मेवाणी को हंगामा करना भारी पड़ा। कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी को विधानसभा अध्यक्ष ने सदन से निष्कासित कर दिया। इसके बाद ऐसी नौबत आन पड़ी की मार्शल को बुलाना पड़ा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष की संसद में अडानी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार को घेरने की कोशिश के एक दिन बाद सांघवी ने तंज किया था।
गुजरात के बनासकांठा जिले में पड़ने वाली वडगाम विधानसभा सीट पर चुनावों के दूसरे चरण में 5 दिसंबर को मतदान हुआ था। वडगाम विधानसभा सीट पर जिग्नेश मेवाणी को जीत गई है।
Jignesh Mevani: अहमदाबाद की एक अदालत ने शुक्रवार को गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक जिग्नेश मेवाणी को बड़ा झटका दिया है।
Ashok Gehlot: अशोक गहलोत गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर हैं। अहमदाबाद में विधायक जिग्नेश मेवानी ने जालौर में छात्र की मौत के बारे में गहलोत से चर्चा की। जिसपर उन्होंने कहा कि इस घटना से पूरा देश आहत है। पीड़ित परिवार की पूरी मदद करेगी सरकार।
जिग्नेश मेवाणी ने जुलाई 2017 में तत्कालीन छात्र नेता कन्हैया कुमार समेत अन्य लोगों के साथ ऊना में कोड़े मारने की घटना की पहली बरसी पर 'फ्रीडम मार्च' निकाला था। मेहसाणा जिला प्रशासन ने मेवाणी को मार्च निकालने की पूर्व में दी गई अनुमति को रद्द कर दिया था।
जिग्नेश मेवानी को असम पुलिस 19 अप्रैल को गुजरात से पकड़ कर पूर्वोत्तर राज्य ले गई थी। यह कार्रवाई मेवानी के उस ट्वीट के बाद की गई थी जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि मोदी “गोडसे को भगवान मानते हैं।” इस मामले में जमानत पर रिहा होने के बाद दलित नेता को एक महिला पुलिसकर्मी पर हमले के आरोप में फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था।
गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर उनके ट्वीट से जुड़े मामले में जमानत मिलने के तुरंत बाद, एक अन्य मामले में बारपेटा पुलिस ने सोमवार को फिर से गिरफ्तार कर लिया। मेवानी के वकील अंगसुमन बोरा ने इस बात की सूचना दी।
प्रधानमंत्री मोदी को लेकर किए गए विवादित ट्वीट मामले में गिरफ्तार हुए विधायक जिग्नेश मेवाणी को आज कोकराझार की एक स्थानीय अदालत ने जमानत दे दी है। जिग्नेश मेवाणी के वकील अंगशुमान बोरा ने इस बात की जानकारी दी।
असम की एक अदालत ने गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी को रविवार को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। असम पुलिस ने प्रधानमंत्री के खिलाफ ट्वीट करने के मामले में मेवानी को बुधवार को गुजरात से गिरफ्तार किया था।
असम पुलिस ने एक ट्वीट के सिलसिले में गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी को राज्य के पालनपुर शहर से बुधवार देर रात गिरफ्तार किया। मेवानी को बृहस्पतिवार तड़के हवाई मार्ग से असम ले जाया गया।
जिग्नेश मेवानी के कार्यालय ने एक बयान जारी कर बताया कि असम पुलिस ने उन्हें पालनपुर सर्किट हाउस से बुधवार रात साढ़े 11 बजे गिरफ्तार किया। गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर और अन्य कांग्रेसी नेता उनकी गिरफ्तारी की खबर मिलने के बाद अहमदाबाद हवाई अड्डे पहुंचे और भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
मेवाणी ने कहा, ‘एक राष्ट्र के तौर पर हम एक अभूतपूर्व समस्या का सामना कर रहे हैं। ऐसा संकट इस मुल्क ने पहले कभी नहीं देखा।
इस मौके पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि दोनों युवा नेता किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं।
गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी ने रविवार को आम आदमी पार्टी (AAP) की पूर्वी दिल्ली सीट से उम्मीदवार आतिशी के लिए प्रचार किया और लोगों से अनुरोध किया कि वे ऐसे नेता को वोट दें जो उनके बच्चों को ऑक्सफोर्ड या कैंब्रिज विश्वविद्यालय भेजे, अयोध्या या कुंभ नहीं।
जिग्नेश मेवानी ने कहा कि सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण मुहैया करने का केंद्र का फैसला जातिगत आरक्षण खत्म करने के आरएसएस-भाजपा के एजेंडे को साकार करने की दिशा में एक कदम है।
मेवाणी ने कहा कि मोदी ने जीएसटी और नोटबंदी लागू करके देश की जनता पर और जानलेवा सर्जिकल स्ट्राइक की है। उन्होंने किसानों की आय भी दोगुनी करने का वादा किया था लेकिन ऐसा नहीं करके उन्होंने किसानों पर भी सर्जिकल स्ट्राइक की है।
राज्य में विधानसभा की 224 सीटों के लिए 12 मई को मतदान है, जबकि वोटों की गिनती 15 मई को होगी।
पुलिस ने बताया कि दलित नेता एवं विधायक जिग्नेश मेवाणी और वनकर की मौत को लेकर अहमदाबाद में रविवार सुबह आंदोलन करने की कोशिश कर रहे 70 से अधिक अन्य लोगों को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद ये प्रदर्शन हुए...
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