भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 15 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां 15.55 अरब डॉलर घटकर 569.83 अरब डॉलर हो गई।
डॉलर के संदर्भ में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी इकाइयों की मूल्यवृद्धि या मूल्यह्रास का प्रभाव शामिल होता है।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार हर हफ्ते नए रिकॉर्ड बना रहा है। 6 सितंबर से पहले 30 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.29 अरब डॉलर के उछाल के साथ 683.99 अरब डॉलर पर पहुंच गया था।
सितंबर, 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 642.45 अरब डॉलर के उच्चस्तर पर पहुंच गया था। डॉलर के संदर्भ में विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है।
सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में सोने का बड़ा भंडार मिलने की घोषणा की गई है। इस बारे में सऊदी अरब के अधिकारियों ने घोषणा की है कि, जिसमें कहा गया कि एक खदान कंपनी को मक्का क्षेत्र से 100 किमी दूर सोने का भंडार मिला है।
15 दिसंबर से पिछले सप्ताह में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 2.816 अरब डॉलर बढ़कर 606.85 अरब डॉलर पर था। डॉलर में अभिव्यक्त की जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में घट-बढ़ के प्रभावों को शामिल किया जाता है।
8 दिसंबर को खत्म सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा विदेशी मुद्रा आस्तियां 3.08 अरब डॉलर बढ़कर 536.69 अरब डॉलर हो गई।
भारतीय रिजर्व बैंक के लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक, 17 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में देश में सोने का भंडार 527 मिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 46.042 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
Foreign Reserves: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का दौर जारी है। पिछले हफ्ते भी 3.16 अरब डॉलर की कमी देखी गई थी।
India is called 'Golden Bird': भारत में सोने की भंडार में बढ़ोतरी के साथ इससे मिलने वाले रिटर्न में भी उछाल देखा गया है। आइए जानते हैं कि हमने इस बात का जिक्र क्यों किया है कि भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था?
भारत ने 2021 में 1,050 टन सोने का आयात किया, 2022 में उसने 705 टन सोने का आयात किया था। दूसरी ओर, चांदी के आयात ने 2022 में सब को चौंका दिया, जो कि 9,500 टन था।
भारत में सोने की मांग इस तिमाही में एक साल पहले की तुलना में 19 प्रतिशत बढ़कर 85,010 करोड़ रुपये की हो गई। जुलाई-सितंबर, 2021 की तिमाही में भारत में 71,630 करोड़ रुपये मूल्य के सोने की मांग रही थी।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, 26 अगस्त को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Indian Forex Reserves) 3.007 अरब डॉलर गिरकर 561.046 अरब डॉलर हो गया है।
Indian Foreign Reserves: देश का विदेशी मुद्रा भंडार 19 अगस्त को समाप्त सप्ताह में 6.687 अरब डॉलर घटकर 564.053 अरब डॉलर रह गया। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने यह जानकारी दी है।
Independence Day: दुनिया के सबसे बड़े सोने (Gold) के आयातकों में से एक भारत है। आज हम इन 75 सालों में भारत के विकास के साथ सोने के दाम में कितनी वृद्धि हुई उसे समझने की कोशिश करेंगे।
Indian Foreign Reserve: भारत का विदेश मुद्रा भंडार एक बार फिर बढ़ गया है। इसके पीछे की वजह विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजार में पैसा इंवेस्ट करना है।
भारत में जून तिमाही में सोने की मांग में भारी उछाल देखा जा रहा है। जबकि विश्व स्तर पर सोने की मांग काफी घटी है। भारत में सोने की कीमतो में लगातार इजाफा हो रहा है। उसके बावजूद भी लोगों में सोना खरीदने को लेकर काफी उत्साह है।
2018 में आरबीआई के पास स्वर्ण भंडार 558.1 टन था। पिछले दो सालों में देश के स्वर्ण भंडार में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) 20 लाख डॉलर बढ़कर 1.506 अरब डॉलर हो गया।
आरबीआई ने कहा कि 7 मई 2021 को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में होने वाली वृद्धि मुख्य तौर पर विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां बढ़ने से हुई है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़