बिहार में छठ पूजा के अवसर पर लालू यादव का परिवार भी गंगा घाट पर मौजूद है। वहीं, सीएम नीतीश कुमार भी जेपी नड्डा के साथ गंगा घाट पर हैं।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रस्तावित मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना परिचालन को आसान बनाएगी और भीड़भाड़ को कम करेगी, जिससे भारतीय रेलवे के सबसे व्यस्ततम लाइन पर जरूरी बुनियादी ढांचागत विकास होगा।
उस्ताद बिस्मिल्लाह खान को बनारस से बड़ा प्रेम था। दूरदर्शन पर एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, “अगर किसी को सुरीला बनना है तो बनारस चला आए और गंगा जी के किनारे बैठ जाए, क्योंकि बनारस के नाम में “रस” आता है।”
वाराणसी में गंगा अपने उफान पर है। जलस्तर काफी बढ़ चुका है। गंगा किनारे पानी करीब 20 फीट तक भर गया है और मंदिरों में पहुंच रहा है।
बिहार के भागलपुर जिले में सावन की पहली सोमवारी पर जल भरने गए 11 लोग डूब गए। हालांकि बाद में 7 लोगों को बचा लिया गया, जबकि 4 लोगों की मौत हो गई।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है जिससे नदी के आसपास के इलाके डूबते जा रहे हैं। नदी का जलस्तर बढ़ने से किसानों को भी फसलों का बहुत नुकसान हुआ है।
देव नगरी कही जाने वाली हरिद्वार का एक वीडियो सामने आया है, जहां दर्जनों गाड़ियां नदी में तैरती हुई नजर आ रही हैं। बताया जा रहा है कि तेज बारिश के कारण अचानक गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया। नदी के किनारे खड़ी गाड़ियां पानी में बह गईं।
गंगा दशहरा के अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे। इस दौरान करीब 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में डुबकी लगाई। इस दौरान प्रशासन द्वारा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे और वाहनों की आवाजाही पर भी कंट्रोल किया गया था।
गंगा दशहरा साल 2024 में 16 जून को है। इस दिन गंगा नदीं में डुबकी लगाने से कौन से पाप धुल जाते हैं, आइए जानते हैं विस्तार से।
Ganga Dussehra 2024: हिंदू धर्म में गंगा दशहरा का खास महत्व है। इस दिन गंगा स्नान, दान और पूजा-पाठ करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा मां गंगा सभी मनोकामनाएं पूर्ण भी करती हैं।
भागलपुर में गंगा घाट पर 6 युवक-युवती को रील बनाने के दौरान नदीं में डूब गए। एसडीआरएफ टीम के साथ पुलिस लापता लोगों की खोजबीन कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से अपना नामांकन मंगलवार को दाखिल किया। बनारसी साड़ी-पान, अस्सी घाट, मोक्षदायिनी गंगा और बाबा विश्वनाथ के साथ ही काशी की राजनीति भी दिलचस्प रही है। जानिए इस रिपोर्ट में-
Ganga Saptami 2024: 14 मई को गंगा सप्तमी का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन इन उपायों को करने से सभी पापों से छुटकारा मिलता है। साथ ही धन-वैभव की प्राप्ति होती है।
गंगा सप्तमी का त्योहार हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। इस बार ये त्योहार कब मनाया जाएगा और गंगा जी के जीवन से जुड़ी एक रोचक कहानी की जानकारी हम आपको अपने इस लेख में देंगे।
भीमगोडा बैराज के गहरे पानी में फंसने के बाद यात्री को अपनी मौत सामने दिख रही थी। ऐसे में सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने सूझबूझ दिखाई और यात्री की जान बचा ली।
Ganga Jayanti 2024: हिंदू धर्म में गंगा सप्तमी का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, इसी दिन मां गंगा की उत्पत्ति हुई थी। तो आइए जानते हैं कि इस बार गंगा सप्तमी किस दिन मनाई जाएगी।
घूमने के लिए आजकल पर्यटकों की सबसे पसंदीदा जगह ऋषिकेश बन चुका है लेकिन यहां बहुत ही कम लोग धार्मिक अनुष्ठान की भावना के साथ आते हैं। अधिकतर लोग यहां पर नशा और एडवेंचरर्स पार्टी करने के लिए पहुंचते हैं।
Vaishakh Month 2024: आज यानी कि 24 अप्रैल से वैशाख माह शुरू हो चुका है। तीज-त्यौहार के लिहाज से यह महीना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। वैशाख में अक्षय तृतीया से लेकर परशुराम जयंती और गंगा सप्तमी तक आएंगे।
गंगा नदी पर एक और पुल के निर्माण की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रख दी है। यह पुल पटना में गंगा नदी पर बनेगा। यह दीघा और सोनपुर को जोड़ेगा।
हर वर्ष की भांति इस साल भी भगवान शिव की नगरी काशी ऐतिहासिक देव दीपावली का साक्षी बना। शाम होते ही यहां दीये जलने लगें और वाराणसी इनकी रोशनी से जगमग हो उठी।
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