स्पेन के प्राधिकारियों ने बताया कि देश के पूर्वी हिस्से में अचानक आई बाढ़ के कारण 95 लोगों की मौत हो गयी। कई कारें बाढ़ के पानी में बह गईं। गांवों में पानी भर गया और रेल लाइन एवं राजमार्ग अवरुद्ध हो गए।
महाराष्ट्र में मुंबई समेत राज्य के अन्य हिस्सों में भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है। इस बीच वहां बारिश और बाढ़ को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है।
राजधानी दिल्ली पर एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी राजधानी को ओर बढ़ रहा है। यमुना एक बार फिर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचकर राजधानी में तबाही मचा सकती है।
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश समेत मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए देश के 20 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक बारिश का कहर जारी है। वहीं हिमाचल में हाल ही में आई आपदा के बाद आज फिर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है।
दिल्ली में जो ड्रेनेज सिस्टम है, वो अंग्रेजों के ज़माने का है, खासतौर पर पुरानी दिल्ली का तो ड्रैनेज सिस्टम इस तरह के हालात का सामना करने के लिए बिल्कुल नहीं हैं. जो नाले हैं, उनकी कभी ठीक से सफाई नहीं होती.
इन दिनों उत्तर भारत का एक बड़ा इलाका भारी बरसात की वजह से आई बाढ़ से जूझ रहा है। इस लेख में हम बाढ़ के प्रकार और उससे निपटने के तरीकों आदि के बारे में बता रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि बाढ़ के कारण जून के मध्य से 1,719 लोग मारे गए हैं और 3.3 करोड़ प्रभावित हुए
Pakistan Floods: विदेश मंत्रालय के अनुसार इस कार्यक्रम में जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने बाढ़ प्रभावितों के लिए तत्काल चिकित्सा सहायता तथा नजदीक आ रही सर्दी से उन्हें बचाने के लिए उचित प्रयास की जरूरत पर बल दिया।
Pakistan Food Crisis: पाकिस्तान सरकार ने जोर देकर कहा है कि खाद्य आपूर्ति को लेकर तत्काल चिंता करने वाली कोई बात नहीं है, क्योंकि देश के पास अगले कटाई सत्र तक के लिए गेहूं का पर्याप्त भंडार है और सरकार अतिरिक्त गेहूं का आयात भी कर रही है।
Pakistan Floods: अमेरिका ने पाकिस्तान को बाढ़ और आपदा में सहयोग के तौर पर इस साल ही 5.30 करोड़ डॉलर से ज्यादा की आर्थिक सहायता प्रदान की है।
सिंध और बलूचिस्तान में पिछले महीने हुई 50 प्रतिशत अधिक बारिश की वजह जलवायु परिवर्तन होने की आशंका जतायी गयी है।
Floods Crisis in pakistan: पाकिस्तान में बाढ़ का कहर ऐसा टूटा है कि कई देशों द्वारा दी गई अंतरराष्ट्रीय मदद भी अब नाकाफी होने लगी है। इसकी वजह ये है कि अपने लोगों को बचाने के लिए पाकिस्तान सिर्फ दूसरे देशों पर ही निर्भर हो गया है। स्वयं से कुछ भी नहीं कर रहा।
Pakistan Flood: यहां तक कि पंजाब प्रांत के लोगों को भी एक छोटे ग्रामीण रेलवे स्टेशन के आसपास टेंट लगाकर रहना पड़ रहा है। जहां तक संकरी गली से ही पहुंचा जा सकता है। यहां बाढ़ ग्रस्त इलाकों में रहने वाले लोगों की मूलभूत आवश्यकताएं भी पूरी नहीं हो पा रहीं।
Pakistan Floods: पाकिस्तान में मॉनसून के कारण आई बाढ़ को दानव मॉनसून करार दिया गया है। इससे पता चलता है कि बारिश के कारण वहां किस हद तक तबाही हुई। बीते दो महीने के दौरान आई इस आपदा से पहले देश को मार्च और अप्रैल के महीने में प्रचंड गर्मी का सामना करना पड़ा था।
UNHCR Help to Pakistan: बाढ़ से निपटने के उपायों के तहत संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने पिछले सप्ताह दुनिया से कहा था कि वह इस संकट पर 'आंखें मूंदे रखना' बंद करे। वह नौ सितंबर को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सकते हैं।
Pakistan floods: पाकिस्तान की सरकार के मुताबिक, बाढ़ के चलते अभी तक 10 अरब डॉलर का नुकसान हो चुका है।
बाढ़ के चलते बलूचिस्तान में आधिकारिक तौर पर करीब 250 लोगों की मौत हुई है, हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि सही आंकड़ा इससे कई गुना ज्यादा है।
Pakistan Floods: पाकिस्तान ने समय पूर्व मॉनसून और भारी बारिश के लिए जलवायु परिवर्तन को मुख्य कारण बताया है। जून के बाद से अचानक आई बाढ़ में 1191 लोगों की मौत हुई है और 3.3 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। करीब 10 लाख मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
Pakistan Floods: पाकिस्तान ने समय पूर्व मॉनसून और भारी बारिश के लिए जलवायु परिवर्तन को मुख्य कारण बताया है। जून के बाद से अचानक आई बाढ़ में 1191 लोगों की मौत हुई है और 3.3 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। करीब 10 लाख मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
मॉनसूनी बारिश ने पूरे पाकिस्तान में भीषण तबाही मचाई है जिससे अब तक करीब 1,100 लोगों की मौत हुई है।
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