मैनपुरी में पाखंड और अंधविश्वास का गजब का खेल खेला जा रहा है। दरअसल यहां एक बाबा है जो पथरी का फ्री में इलाज करता है और वो भी बगैर चीरफाड़ किए। बाबा केवल मरीज की नाभि चूसकर ही पथरी का इलाज कर देता है।
ये सभी युवा गेरुए वस्त्र पहन कर गांव में घूम रहे थे। ग्रामीणों को पहले लगा कि ये सपेरे हैं, जब गांव के लोगों ने इनसे पूछताछ की तो ये कुछ सही से जवाब नहीं दे पाए। गुस्साए ग्रामीणों ने ठगी का आरोप लगाकर इनकी लात-घूसों और चप्पल से जमकर पिटाई कर दी।
अजय और तीन अन्य पर 2005 में आगरा-दिल्ली राजमार्ग पर एक कार में यात्रा कर रहे यात्रियों को लूटने का मामला दर्ज किया गया था। अन्य तीन को तो अपराध के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन अजय भाग गया था।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने शुक्रवार को फर्जी बाबाओं की तीसरी लिस्ट जारी की है...
ऐसे ढोंगी एवं पाखंडी बाबाओं की काली करतूतों के कारण लोगों का आस्था और विश्वास चकनाचूर हो गया। बाबा राम रहीम के कारनामे सामने आने के बाद एक बार फिर सवाल उठने लगा कि भारतीय अपने अंधविश्वास में ऐसे कितने बाबाओं को जन्म देंगे?
जिस तरह शिवलिंग की पूजा होती है, उसी तरह बाबा अपने लिंग की पूजा करने को कहता है। जो लड़कियां वहां रहती हैं, उन्हें नशे की दवाई पिलाकर रखा जाता है। शुरुआत में लड़कियों से एक रस्म करवाई जाती है जिसे वे 'भट्टी' कहते हैं।
शुक्रवार को हाईकोर्ट के आदेश के बाद द्वारका के मोहन गार्डन इलाक़े में भी दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष पुलिस की टीम के साथ रेड डालने पहुंची थीं। क़रीब 2 घंटे में जो तस्वीर दिखी वो बेहद डरावनी थी। स्वाति मालीवाल के मुताबिक़ यहां भी हालात बिल्कुल वैसे ह
विभिन्न अखाड़ों से सम्बन्धित महन्तों ने आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके उनसे इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने तथा वर्ष 2019 में वहां होने वाले अर्द्धकुम्भ के दौरान बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की।
रातों रात प्रसिद्धी और ऎश्वर्य पाने वाली राधे मां का जीवन विवादों से घिरा रहा है। वे केवल मात्र सांसारिक विवादों में ही नहीं घिरी बल्कि जूना अखाड़े द्वारा उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि देना भी विवादों में आ गया। उन पर लगाए गए आरोप सही पाए जाने पर अखाड
स्वयंभू बाबाओं को लेकर हाल में सामने आए विवादों से नाराज साधुओं की शीर्ष संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने आज 14 फर्जी बाबाओं की एक सूची जारी की है और उन स्वंयभू बाबाओं पर कार्रवाई की मांग की है जो किसी संप्रदाय या परंपरा से नहीं हैं।
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