EY Report: रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सक्रिय कंपनियों को सर्वे में शामिल अन्य बाजारों के नियामकों की तुलना में कहीं अधिक नियामकीय कार्रवाई का सामना करना पड़ता है।
पिछले साल की दिसंबर तिमाही में कुल 11 आईपीओ आए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर 2020 में आईपीओ की संख्या के मामले में भारत नौवें स्थान पर रहा। वहीं 2020 में पूरे साल देश में 43 कंपनियों ने आईपीओ से कुल 4.09 अरब डॉलर जुटाए।
इंडस्ट्री अगले दो-तीन सालों में एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (एआरपीयू) को वर्तमान 60 प्रतिशत से बढ़ाकर 80 प्रतिशत पर ले जाने की बात कर रही है और यह केवल तभी हो सकता है जब टैरिफ में वृद्धि होगी।
भारतीय कंपनियों ने चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 34.8 अरब डॉलर के विलय एवं अधिग्रहण सौदों की घोषणा की है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही से सात गुना अधिक है
नई तकनीकों ने डिजिटल वर्कप्लेस और अर्थपूर्ण कर्मचारी अनुभव की जरुरत को बढ़ा दिया है...
भारत के IPO बाजार में इस साल 83 IPO पेशकशों के जरिए 3.8 अरब डॉलर जुटाए गए। ईवाय ग्लोबल आईपीओ ट्रेंड (चौथी तिमाही) नामक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
अपनी एफडीआई पॉलिसी तथा ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में सुधार और मैक्रोइकोनॉमी में स्थिरता की दम पर भारत दुनिया में सबसे आकर्षक इन्वेस्टमेंट डेस्टीनेशन के रूप में उभर कर सामने आया है।
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