इजरायल हमास के समर्थन में जंग कर रहे हिजबुल्लाह के लगभग सभी टॉप कमांडरों को मौत के घाट उतार चुका है। हिजबुल्लाह के पूरे नेटवर्क को खत्म करने के लिए रोजाना बेरूत पर बम बरसा रहा है। इससे लेबनान के आम लोगों की जिंदगी संकट में है। भारत के बाद अब फ्रांस भी लेबनान की मदद को आगे आया है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि फ्रांस ने भारत से एक प्रिय मित्र खो दिया है। टाटा को हमेशा सम्मान के साथ याद किया जाएगा।
गाजा में इजरायल की ओर से किए जा रहे हथियारों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान करने वाले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और अन्य पश्चिमी नेताओं को नेतन्याहू के कड़े तेवर के बाद बैकफुट पर आना पड़ गया है। अब मैक्रों ने इजरायल के साथ खड़े रहने की प्रतिबद्धता दोहराई है।
भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल फ्रांस के यात्रा पर गए हुए हैं। इस दौरान उनकी मुलाकात फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से हुई, जहां कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। फ्रांस के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी की दुनिया में शांति लाने की प्रयास की प्रशंसा भी की।
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने भारतवासियों को 78वें स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद जताई कि अगर दोनों देश साथ मिलकर चलेंगे तो इसके अच्छे परिणाम निकलेंगे।
ब्रिटेन और ईरान में नई सरकार चुनी जाने के बाद अब फ्रांस में भी संसदीय चुनाव जारी हैं। विभिन्न सर्वे में फ्रांस के मौजूदा राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की हालत खस्ता बताई जा रही है। सर्वे के अनुसार मैक्रों की पार्टी चुनाव हार सकती है। ब्रिटेन और ईरान में भी मौजूदा सरकार चुनाव हार चुकी है। जनता ने नई पार्टियों को मौका दिया।
फ्रांस के संसदीय चुनाव में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की हार और उनकी विदाई अब तय मानी जा रही है। पहले दौर के मतदान के बाद नेशनल रैली की नेता धुर-दक्षिणपंथी ले पेन की पार्टी को धमाकेदार जीत हासिल हुई है। ऐसे में नाजी युग के बाद पहली बार धुर-दक्षिणपंथियों के हाथ में सत्ता जाती हुई दिख रही है।
फ्रांस में 577 सीटों के लिए होने वाले संसदीय चुनाव के पहले चरण में हुए बड़े पैमाने पर मतदान ने पहली बार धुर-दक्षिणपंथियों के हाथ में फ्रांस की सत्ता जाने का संकेत दिया है। नाजी युग के पतन के बाद ऐसा पहली बार होने जा रहा है। फ्रांस के लोग राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से काफी नाराज बताए जा रहे हैं।
फ्रांस में संसदीय चुनाव की घड़ी नजदीक है। ऐसे में दक्षिणपंथी नेता बार्डेला अपनी पार्टी के पुराने स्टैंड से पीछे हट गए हैं। उनकी पार्टी की ओर से कहा गया था कि वह सत्ता में आते हैं तो फ्रांस को नाटो सैन्य कमांड से बाहर कर देंगे। मगर अब उनका कहना है कि युद्ध के दौर में यह फैसला घातक हो सकता है।
इटली में चल रहे 50वें जी 7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मौक्रों ने अलग से द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी को स्थिर व समृद्ध वैश्विक व्यवस्था के लिए और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 शिखर सम्मेलन से इतर अपुलिया में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
यूरोपियन यूनियन के चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने संसद भंग करते हुए चुनाव का बिगुल फूंक दिया है। यूरोपीय संघ चुनावों में दक्षिणपंथी दलों ने कई देशों की सरकारों को नुकसान पहुंचाया है।
द्वितीय विश्व युद्ध लड़ चुके एक सैनिक को 100 साल की उम्र में प्यार हो गया। लिहाजा उन्होंने अपनी प्रेमिका से शादी रचा ली। खास बात यह है कि पूर्व सैनिक ने अपनी यह शादी उसी जगह रचाई, जहां उन्होंने 1944 में जंग लड़ी थी।
फ्रांस के न्यू कैलेडेनिया शहर में दंगे बढ़ने के बाद इमरजेंसी लगा दी गई है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने अपने कैबिनेट मंत्रियों की बैठक लेने के बाद यह फैसला किया। कम से कम 12 दिनों के लिए यह आपातकाल लगाया है, जिसे स्थिति के अनुसार आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों की बॉक्सिंग करते हुए तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रही हैं। इसे लेकर यूजर्स अलग अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। जानिए यूजर्स की राय।
रूस-यूक्रेन युद्ध के 2 वर्ष पूरे होने को हैं। अब तक रूस यूक्रेन को भले ही हरा नहीं पाया हो, लेकिन जंग में रूसी सैनिक लगातार भारी पड़ रहे हैं। यूक्रेन के 4 अहम राज्य रूसी सेना के कब्जे में हैं। ऐसे में रूस के हाथों यूक्रेन को हार से बचाने के लिए फ्रांस और जर्मनी आगे आए हैं।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों अपने भारत दौरे के आखिरी दिन निजामुद्दीन दरगाह पर गए। यहां करीब आधे घंटे तक वह रुके रहे। वहीं कव्वाली की धुन पर झूमते हुए भी नजर आए। उनके साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर भी वहां मौजूद थे।
भारत ने पहली बार गणतंत्रता दिवस के मौके पर 4 फ्रांसीसी नागरिकों को विभिन्न क्षेत्रों में उनके विशेष और उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्म पुरस्कारों से नवाजा है। भारत ने यह पुरस्कार ऐसे वक्त में दिया है, जब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों गणतंत्रता दिवस के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि भारत में मौजूद हैं।
मैक्रों ने कहा, "यह एक बहुत ही महत्वाकांक्षी लक्ष्य है, लेकिन मैं इसे पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।" भारतीय छात्रों के लिए फ्रांस में पढ़ाई को आसान बनाने के लिए फ्रांसीसी सरकार पहले ही कदम उठा चुकी है। 2018 में, इसने "कैंपस फ्रांस" नामक एक कार्यक्रम शुरू किया जो फ्रांस में अध्ययन के इच्छुक भारतीय छात्रों के लिए है।
फ्रांस इस वक्त भारत का सबसे मजबूत और भरोसेमंद रणनीतिक साझेदार है। भारत के गणतंत्र दिवस के मौके पर इसीलिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इससे पहले जुलाई में पीएम मोदी भी फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। दोनों देशों की दोस्ती अब नए मुकाम पर है।
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