देश में आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर इस साल जून में 8.9 प्रतिशत रही। मुख्य रूप से कमजोर तुलनात्मक आधार और प्राकृतिक गैस, इस्पात, कोयला तथा बिजली उत्पादन बढ़ने से बुनियादी उद्योगों में अच्छी वृद्धि दर्ज की गयी।
यह लगातार आठवां महीना है, जब इन क्षेत्रों का उत्पादन कम हुआ है, इस दौरान कोयला, उर्वरक, सीमेंट और बिजली क्षेत्रों में वृद्धि दर्ज की गयी। अक्टूबर 2019 में इन आठ क्षेत्रों के उत्पादन में 5.5 प्रतिशत की गिरावट आयी थी।
July core sector Data: कोरोना संकट के बीच सोमवार को पेश होने वाले जीडीपी आंकड़ों का एक पूर्वानुमान कोर सेक्टर के आंकड़ों ने पेश कर दिया है।
कोयला और रिफायनरी प्रोडक्ट के बेहतर प्रदर्शन से कोर सेक्टर को मिला सहारा
पावर सेक्टर में तेजी के संकेतों से कोर सेक्टर को मिला फायदा
नवंबर 2018 में आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 3.3 प्रतिशत रही थी। कोयला, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, इस्पात और बिजली की उत्पादन वृद्धि दर नवंबर में नकारात्मक रही।
देश में बुनियादी क्षेत्रों (Core Sector) के आठ उद्योगों का उत्पादन अक्टूबर में 5.8 प्रतिशत घटा है जो आर्थिक नरमी के गहराने की ओर इशारा करता है।
आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन सितंबर में 5.2 प्रतिशत घट गया है। बुनियादी क्षेत्र के आठ उद्योगों में से सात के उत्पादन में सितंबर में गिरावट आई है।
आठ प्रमुख उद्योगों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उवर्रक, इस्पात, सीमेंट और बिजली शामिल हैं। पिछले साल अगस्त में इन क्षेत्रों का उत्पादन सालाना आधार पर 4.7 प्रतिशत ऊंचा रहा था।
एक साल पहले फरवरी, 2018 में आठ बुनियादी उद्योगों कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली की वृद्धि दर 5.4 प्रतिशत रही थी।
कच्चा तेल, रिफाइनरी उत्पादों और बिजली उत्पादन में जनवरी में क्रमशः 4.3 प्रतिशत, 2.6 प्रतिशत और 0.4 प्रतिशत की कमी देखी गई।
इससे पहले जून, 2017 में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर एक प्रतिशत के निचले स्तर पर रही थी।
कच्चा तेल और उर्वरकों के उत्पादन में गिरावट के साथ आठ बुनियादी उद्योगों की नवंबर की वृद्धि दर 3.5 प्रतिशत रही। यह बुनियादी उद्योगों की 16 महीने की न्यूनतम दर है।
बुनियादी क्षेत्र के आठ प्रमुख उद्योगों की वृद्धि दर सितंबर में गिरकर 4.3 प्रतिशत रही।
आठ इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की वृद्धि दर अगस्त माह में घटकर 4.2 प्रतिशत रही, जो एक साल पहले समान माह में 4.4 प्रतिशत थी।
आठ बुनियादी उद्योगों की जुलाई में वृद्धि दर 6.6% रही। इसकी प्रमुख वजह कोयला, रिफाइनरी उत्पाद, सीमेंट और उवर्रकों का उत्पादन बेहतर रहना है।
आठ बुनियादी उद्योग की वृद्धि दर जून में 6.7 प्रतिशत रही, जो पिछले 7 महीने का उच्चतम स्तर है। सीमेंट, रिफाइनरी और कोल सेक्टर के बेहतर प्रदर्शन की वजह से ओवरऑल ग्रोथ रेट में अच्छी वृद्धि दर्ज की गई है।
कोयला, प्राकृतिक गैस और सीमेंट जैसे क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन की वजह से अप्रैल में आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर बढ़कर 4.7 प्रतिशत पर पहुंच गई। एक साल पहले अप्रैल में इन उद्योगों की वृद्धि दर 2.6 प्रतिशत रही थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल में कोयला क्षेत्र का उत्पादन 16 प्रतिशत बढ़ा।
आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर मार्च में घटकर 4.1 प्रतिशत के तीन महीने के निचले स्तर पर आ गई। कोयला, कच्चा तेल और प्राकृतिक गैस सहित छह क्षेत्रों के कमजोर प्रदर्शन से बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर नीचे रही है।
पेट्रोलियम रिफाइनरी और सीमेंट उत्पादन में जोरदार बढ़ोतरी से जनवरी महीने में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रही है। समीक्षाधीन महीने में इस्पात, बिजली और कोयला उत्पादन में गिरावट आई।
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