रूस और पाकिस्तान के बीच नजदीकियां बढ़ रही है। दोनों देशों के शीर्ष सैन्य अधिकारियों की मुलाकात हुई है। इस बीच पाकिस्तान ने रूस के साथ पारंपरिक रक्षा संबंधों को मजबूत करने की बात कही है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में सुधार पर जोर दिया। इसके साथ ही देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान होने का मुद्दा उठाया।
ब्रिक्स नेताओं ने समूह के भीतर ‘कॉरेसपॉन्डेंट बैंकिंग नेटवर्क’ को मजबूत करने और ब्रिक्स सीमापार भुगतान पहल (बीसीबीपीआई) के अनुरूप स्थानीय मुद्राओं में निपटान को सक्षम बनाने की बात कही, जो स्वैच्छिक और गैर-बाध्यकारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा हुई।
ग्लोबल साउथ पर पीएम मोदी की कूटनीति से पूरी दुनिया हैरान रह गई है। नवंबर 2023 में भारत में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने ग्लोबल साउथ को जी-20 शामिल कराकर चीन को बड़ा झटका दिया था। अब ग्लोबल साउथ सबसे ज्यादा भरोसा भारत पर कर रहा है।
कजान में 16वें ब्रिक्स समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात होगी। भारत और चीन के बीच लंबे समय से चल रहे सैन्य गतिरोध के बीच मोदी और जिनपिंग की यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने BRICS नेताओं के लिए आयोजित डिनर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जोरदार स्वागत किया और दोनों नेताओं ने बेहद गर्मजोशी से हाथ मिलाया।
पीएम मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रूस के लिए रवान हो गए हैं। पीएम मोदी के दौरे से पहले कज़ान शहर की कुछ तस्वीर सामने आईं है। जहां भारतीय समुदाय के लोग पीएम मोदी के स्वागत की खास तैयारी में हैं।
ब्रिक्स की संभावित मुद्रा के बारे में पुतिन ने कहा कि सदस्य देशों को बिना जल्दबाजी के धीरे-धीरे काम करने की जरूरत है। इन देशों की आबादी और संरचना को देखते हुए, यह एक दीर्घकालिक संभावना है और अगर इन मसलों पर विचार नहीं किया तो यूरोपीय संघ (ईयू) में एक मुद्रा लागू करते समय हुई समस्याओं से भी बड़ी समस्या होगी।
रूस के कजान (Kazan) में ब्रिक्स सम्मेलन होना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस जाएंगे। यहां उनकी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से खास मुलाकात होगी।
ब्रिक्स शिखर वार्ता 2024 से पहले इसकी मेजबानी कर रहे रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता की है। इस दौरान उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि ब्रिक्स का उद्देश्य किसी के खिलाफ होना नहीं है। यह पश्चिम विरोधी नहीं है। इसके लिए उन्होंने भारत का उदाहरण भी दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 22-23 अक्टूबर 2024 को रूस की यात्रा करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया कि बैठक में दोनों पक्षों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर शेष मुद्दों का शीघ्र समाधान खोजने की दिशा में हाल के प्रयासों की समीक्षा की। इससे द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर और पुनर्निर्माण करने के लिए स्थितियां बनेंगी।
भारत ने मिस्र, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और इथियोपिया के ब्रिक्स समूह में शामिल होने पर खुशी जताई है। भारत ने पहल का स्वागत किया गया है।
ब्रिक्स समिट को लेकर रूसके राष्ट्रपति व्लदिमीर पुतिन ने बड़ा ऐलान किया है। पुतिन बोले- अगले साल रूस ब्रिक्स की अध्यक्षता करेगा। रूस के कजान शहर में यह समिट आयोजित की जाएगी। जानिए पश्चिमी देशों पर हमलावर होते हुए पुतिन ने क्या बात कही?
ब्रिक्स विकासशील देशों का बड़ा संगठन है। चीन अपनी चाल चलते हुए पाकिस्तान को भी इसमें शामिल कराना चाहता है ताकि वह इस संगठन में अपना दबदबा बढ़ा सके। वहीं भारत इस संगठन में पाकिस्तान को शामिल करने पर कड़ा ऐतराज जताता है।
गाजा में हजारों महिलाओं और बच्चों की हत्या के लिए दक्षिण अफ्रीका ने इजरायल पर युद्ध अपराध का आरोप लगाया है। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने कहा कि 7 अक्टूबर को हमास आतंकियों ने जो कृत्य किया, उसके जवाब में इजरायल ने भी निर्दोष फिलिस्तीनी नागरिकों की हत्या करके युद्ध अपराध किया।
कुछ दिनों पहले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का शानदार आयोजन करने वाले जोहान्सबर्ग में आग ने भीषण तबाही मचा दी है। बहुमंजिला इमारत में आग लगने से अब तक 73 लोगों की मौत हो चुकी है। 50 से ज्यादा घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों की संख्या बढ़ने का अंदेशा है।
दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान चीन भारत के साथ द्विपक्षीय बैठक और वार्ता करने को बेताब था। मगर चीन के अनुरोध को पीएम मोदी ने अस्वीकार कर दिया। भारतीय सूत्रों ने कहा कि पीएम मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ सिर्फ अनौपचारिक रूप से बातचीत पर सहमत हुए।
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स सम्मेलन के बाद मेहमानों को भारत से ले जाए गए खास गिफ्ट दिए हैं। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा को तेलंगाना निर्मित विशेष प्रकार की चांदी व अन्य मिस्र धातुओं से निर्मित सुराही का जोड़ा दिया है। उनकी पत्नी को नगालैंड का शॉल और ब्राजील के राष्ट्रपति को एमपी की पेटिंग दी।
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