ब्रह्मोस मिसाइल की मारक क्षमता बढ़कर 900 किलोमीटर हो गई है। शुरुआत में यह रेंज सिर्फ 290 किमी थी। मारक क्षमता बढ़ने के बाद जानिए चीन और पाकिस्तान के कौन कौनसे इलाके जद में आ जाएंगे?
भारत की ब्रह्मोस मिसाइल चीन का काल बनने वाली है। दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस की सेना भारत के ‘ब्रह्मास्त्र‘ ब्रह्मोस मिसाइल से लैस होगी। इससे ड्रैगन की हेकड़ी निकल जाएगी।
अमेरिका से लेकर अफ्रीका तक पूरी दुनिया भारत के हथियारों की दीवानी है। खासकर आकाश और ब्रह्मोस मिसाइल का लोहा पूरी दुनिया मानती है। जानिए क्या है कारण?
नौसेना की नई स्वदेशी मिसाइल विध्वंसक इंफाल ने बुल्स आई' स्कोर किया है। समंदर में अपनी पहली ब्रह्मोस फायरिंग में उसने ये हासिल किया है। इसका वीडियो भी सामने आया है।
मिस्र में संयुक्त अभ्यास के दौरान भारतीय वायु सेना के पांच मिग-29 लड़ाकू विमान उड़ान भर रहे हैं। इसी बीच ब्रह्मोस और तेजस खरीदने में मिस्र ने दिलचस्पी दिखाई है। 20 तेजस विमानों को लेकर बातचीत चल रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स समिट के बाद अब ग्रीस यात्रा पर पहुंच गए हैं। 40 साल बाद यूनान के दौरे पर यह भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा है। इस दौरान दोनों देशों के बीच कारोबार के साथ ही रक्षा संबंधों पर भी बात होगी। ग्रीस पाकिस्तान के दोस्त तुर्की का दुश्मन है।
ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। वह बैलिस्टिक मिसाइल से अलग है। S-400 डिफेंस सिस्टम खासतौर से बैलिस्टिक मिसाइलों से सुरक्षा के लिए बनाई गई है।
चीन को डराने वाली इस भारतीय ब्रह्मोस मिसाइल को फिलीपींस, इंडोनेशिया के बाद अब वियतनाम भी खरीदने की तैयारी में है।
हाइपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस रूस की जिरकॉन मिसाइल की तरह खतरनाक होगी। यह पलक झपकते ही दुश्मन देशों में तबाही मचा देने में सक्षम होगी। इससे पाकिस्तान और चीन जैसे देशों की अकड़ अपने आप ढीली हो जाएगी।
मिसाइल के पाक में गिरने की घटना से डरे पाकिस्तान ने सालभर बाद फिर भारत से अपील की है कि वह ब्रह्मोस मिसाइल मामले में जॉइंट इन्वेस्टिगेशन में शामिल हो। वैसे भारत पहले भी इस मामले में साझा जांच से इनकार कर चुका है।
रक्षा अधिकारी ने बताया कि भारतीय वायु सेना ने आज Su-30MKI विमान से टारगेट जहाज पर ब्रह्मोस एयर लॉन्च मिसाइल की विस्तारित रेंज संस्करण को सफलतापूर्वक टेस्ट फायर किया।
Brahmos Missile: भारत सरकार बाय इंडियन केटेगरी के तहत 1700 करोड़ रुपए में ब्रह्मोस मिसाइलें खरीद रही है। ये मिसाइलें जमीन से जमीन पर मार करने के अलावा एंटी टैंक हमलों को रोकने में भी सक्षम है।
पाकिस्तान की सीमा के पार जाकर गिरी भारत की मिसाइल का मामला चर्चा में बना हुआ है। जानिए मिसाइल मामले की जांच में किस अधिकारी पर शक की भूमिका की जांच हो रही है।
संसद की एक समिति ने फिलीपींस के साथ ब्रह्मोस मिसाइल की आपूर्ति का सौदा करने के मामले पर सरकार से सिफारिश की है कि देशी स्तर पर हथियारों को ज्यादा से ज्यादा बेचने के आॅर्डर हासिल करना चाहिए।
भारत ने गुरुवार को सुपरसोनिक ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल के अपडेट वर्जन का सफल परीक्षण किया है। ओडिशा के बालासोर तट से इस इस मिसाइल को दागा गया। डिफेंस सूत्रों ने बताया कि इस ब्रह्मोस मिसाइल में नई टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है।
अधिकारियों ने सौदे के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ब्रह्मोस सौदे पर बातचीत लगभग पूरी हो चुकी है।
ब्रह्मोस एंटी शिप मिसाइल का आज नौसेना ने सफल परीक्षण किया। नौसेना की तरफ से बंगाल की खाड़ी में आईएनएस रणविजय से इस मिसाइलको प्रक्षेपित किया गया।
भारत, लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में चीन से लगी सीमा पर कई रणनीतिक स्थलों पर पहले ही काफी संख्या में ब्रह्मोस मिसाइलों की तैनाती कर चुका है।
भारतीय प्रणोदन प्रणाली से लैस ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का ओडिशा के चांदीपुर से आज सवेरे सफलतापुर्वक परीक्षण किया गया।
ब्रह्मोस एरोस्पेस के सीईओ सुधीर कुमार मिश्रा ने कहा है कि 500 किलोमीटर तक की बढ़ी हुई रेंज के साथ स्वदेशी ब्रह्मोस मिसाइल का उन्नत संस्करण तैयार है।
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