कोरेगांव-भीमा न्यायिक जांच आयोग को एक आवेदन प्राप्त हुआ है जिसमें पुणे के पास 2018 में हुई हिंसा के बारे में मीडिया में दिए गए कुछ बयानों को लेकर राकांपा प्रमुख शरद पवार को तलब करने का अनुरोध किया गया है।
इस हिंसा को लेकर पुणे पुलिस कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की जांच कर रही है
भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ्तार पांच वामपंथी विचारकों की नजरबंदी पर कोर्ट में बुधवार को सुनवाई होगी। इससे पहले कोर्ट ने सुनवाई करते हुए पांच वामपंथी विचारकों की नजरबंदी को 19 सितंबर तक बढ़ाते हुए कहा था।
भीमा-कोरेगांव में हुई हिंसा की जांच के लिए महाराष्ट्र सरकार ने दो सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है जबकि कई स्वतंत्र, तथ्यों का पता लगाने वाली समितियां हैं जो अपने स्तर पर हिंसा की जांच कर रही हैं।
राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) परमवीर सिंह ने पुणे पुलिस के साथ मिलकर शुक्रवार को इस मामले पर मीडिया से बातचीत की थी।
एक चिट्ठी से एक और हैरान करने वाला खुलासा हुआ है। नक्सलियों ने अपनी चिट्ठी में किसी कांग्रेस नेता का भी ज़िक्र किया है जो छात्रों के एक प्रदर्शन के दौरान उन्हें फंडिंग करने को तैयार था।
भीमा-कोरेगांव हिंसा की जांच के दौरान पुणे पुलिस को इस सिलसिले में पकड़े गए एक संदिग्ध के कंप्यूटर से एक मेल मिला था जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हत्या की साजिश का जिक्र था।
सुप्रीम कोर्ट ने भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले के सिलसिले में गिरफ्तार पांच मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को छह सितंबर तक घर में नजरबंद रखने का आज आदेश दिया।
गिरफ़्तार किए गए लोगों में कोई वामपंथी विचारधारा का समर्थक था तो कोई दलित एक्टिविस्ट लेकिन पुलिस का मानना है कि आरोपियों के कनेक्शन नक्सलियों से हैं जो देश के प्रधानमंत्री की हत्या की साज़िश रच रहे हैं।
पुलिस ने दिल्ली में दलित एक्टिविस्ट गौतम नौलखा, फरीदाबाद में सामाजिक कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज, हैदराबाद से दलित चिंतक वरवरा राव, ठाणे से एडवोकेट अरुण परेरा और मुंबई से वर्णन गोंसाल्विस को गिरफ़्तार किया।
जैकब को बुधवार को ही दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें 2 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके पास से आपराधिक सामग्री भी बरामद की गई है। उन्हें 8 जून को पुणे के लोकल कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा।
डॉ बी.आर. अंबेडकर के पड़पोते प्रकाश अंबेडकर ने साफ कहा है कि हम मोदी के साथ लड़ने के पक्ष में नहीं है। हालांकि महाराष्ट्र सरकार द्वारा अगर कार्रवाई नहीं की गई तो हमें पता है कि सही समय पर इससे कैसे निपटना है।
शिकायत में खालिद के भाषण के भी अंश हैं जिसके मुताबिक खालिद ने कहा, 'अगर हम इस नई पेशवाई के खिलाफ जंग को जीतना चाहते हैं तो हमें...
जाधव स्कूल में पढ़ता था। पुलिस कार्रवाई के दौरान उसके सिर में चोट लगी थी और उसे हदगांव अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया...
मायावती ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा, भाजपा और आरएसएस के लोग नहीं चाहते कि दलित अपने इतिहास को याद रखें...
पुणे में सोमवार को दो गुटों में झड़प के बाद आज विभिन्न दलित संगठनों ने महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया है. बंद की वजह से 40 हज़ार से ज्यादा स्कूल बसें नहीं चलेंगी.
जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। पुणे में कल हुई हिंसा के बाद आज महाराष्ट्र के कई शहरों में हिंसा के मामले सामने आए हैं...
1 जनवरी 1818 में कोरेगांव की लड़ाई ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा साम्राज्य के पेशवा गुट के बीच कोरेगांव भीमा में लड़ी गई थी...
एक जनवरी 1818 यानि ठीक दो सौ साल पहले कोरेगांव में हुई जंग को लेकर पुणे एक बार फिर जंग का मैदान बन गया...
चेम्बूर में हार्बर लोकल रुट की बेलापुर सीएसटी लोकल ट्रेन भी रोकी गई। औरंगाबाद में भी हिंसा के बाद धारा 144 लगाई गई है...
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़