Shrimad Bhagwat and Shrimad Bhagwad Geeta: श्रीमद् भागवत और भगवद गीता को लेकर कई लोगों के अंदर असंमजस की स्थिति बनी रहती है कि ये एक या अलग-अलग। तो आज हम आपको बताएंगे किन दोनों में क्या अंतर है।
गुजरात के शिक्षा मंत्री प्रफुल्ल पंशेरिया ने कहा है कि इस कदम से भारत की समृद्ध प्राचीन संस्कृति और ज्ञान परंपराओं के साथ छात्रों का एक मजबूत संबंध विकसित होगा।
Geeta Jayanti 2023: प्रतिदिन श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करना अत्यंत लाभदायक माना जाता है। घर में गीता रखना शुभ माना जाता है। लेकिन श्रीमद्भागवत गीता से जुड़े कुछ नियम है जिनका पालन करना भी जरूरी है।
संत स्वामी पवित्र दास 5 दिसंबर को किसी काम की बात कहकर अखाड़े से चले गए। जाते-जाते उन्होंने कहा था कि वह 9 दिसंबर तक वापस पहुंच जाएंगे। इसके बाद कथा की तैयारी लगातार चलती रही। लेकिन, वह वापस नहीं लौटे।
अमेरिका के टेक्सास राज्य में उस समय एक नया इतिहास बन गया जब योग संगीता और SGS गीता फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में एक साथ 10 हजार लोगों ने गीता पाठ किया।
पुलिस पूछताछ में उसने नक्सली हिंसा की घटनाओं पर कभी अफसोस या पछतावा नहीं जताया। उसने स्वीकार किया था 80 और 90 के दशक में बिहार के बघौरा-दलेलचक और बारा नरसंहार, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं की सामूहिक हत्या जैसी वारदात की योजना में उसकी भागीदारी रही थी।
मलिक दीनार इस्लामिक कॉम्प्लेक्स (एमआईसी) द्वारा संचालित एकेडमी ऑफ शरिया एंड एडवांस्ड स्टडीज (एएसएएस) के प्राचार्य ओनाम्पिल्ली मुहम्मद फैजी ने कहा कि संस्कृत, उपनिषद, पुराण आदि पढ़ाने का उद्देश्य छात्रों में अन्य धर्मों के बारे में ज्ञान और जागरूकता पैदा करना है।
जीतू वघानी ने कहा कि एनईपी आधुनिक और प्राचीन संस्कृति, परपंराओं एवं ज्ञान प्रणाली को शामिल करने की हिमायत करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए लता मंगेशकर ने 'भगवद् गीता' की अमर पंक्तियों का पाठ किया था।
उर्वशी रौतेला प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता, मिस यूनिवर्स 2021 के लिए जूरी सदस्य के रूप में इज़राइल के दौरे पर हैं।
गिरिराज सिंह का नया बयान आया है जिसमें उन्होंने स्कूलों में भागवत गीता पढ़ाए जाने की बात कही है। गिरिराज सिंह ने कहा है
रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को दिल्ली के इस्कॉन टैंपल में विशाल 800 किलोमग्राम की भगवद्गीता का अनावरण कर दिया। इस्कॉन के अनुसार इसे 'एस्टाउंडिंग भगवद् गीता' कहा जा रहा है।
दुनियाभर में भगवान कृष्ण की लीलाओं और संदेश को फैलाने वाली संस्था अतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ यानी इस्कॉन ने सबसे बड़ी धार्मिक पुस्तक तैयार की है। जो कि दुनिया की सबसे बड़ी पुस्तक है। जिसका वजन 800 किलोग्राम है। जिसका लोकार्पण पीएम मोदी करेंगे।
पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम की प्रतिमा के पास उत्कीर्ण भगवत गीता रखे जाने को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया जबकि उनके परिवार ने प्रतिमा के पास कुरान और बाइकल की प्रति रखकर विवाद को शांत करने का प्रयास किया।
कुछ दलों की अनुपस्थिति के बीच मोदी ने कहा कि संविधान के निर्माण के दौरान 2 वर्ष 11 महीने 17 दिन तक विभिन्न विद्वानों ने विचार विमर्श किया। उस समय वाद विवाद भी होते थे, राजी.. नाराजगी भी होते थे लेकिन रास्ते खोजे जाते थे। कभी किसी विषय पर आर-पार नहीं
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