रविवार से बद्रीनाथ धाम में नए रावल के हाथों भगवान बदरी विशाल की पूजाएं होंगी। धार्मिक अनुष्ठानों के पूर्ण होने पर 14 जुलाई से बतौर प्रभारी रावल अमरनाथ नंबूदरी पूजा-अर्चना करेंगे।
Char Dham Yatra 2024 Video Reels ban: चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्री ध्यान दें कि चारधाम मंदिर के 50 मीटर के दायरे में वीडियो या रील्स बनाने पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही मंदिर में वीआईपी दर्शन पर भी रोक लगा दी गई है।
बद्रीनाथ के कपाट 12 मई को खोल दिए गए हैं। बता दें कि इस दौरान मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। बता दें कि इससे पहले केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट 10 मई को खोले गए थे।
भारत में वैसे तो कई पौराणिक तीर्थ स्थल हैं। उनमे से एक बद्रीनाथ धाम मंदिर भी है, यह हिंदू धर्म के चार धामों में से सबसे बड़ा धाम है, लेकिन फिर भी इस तीर्थ स्थल में कभी भी शंख नहीं बाजाया जाता है। आइये जानते हैं इसके पीछे आखिर क्या कारण है।
बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने के दौरान एक अखंड दीपक जलाया जाता है और कपाट बंद कर दिए जाते हैं। 6 महीने बाद जब कपाट खिओए जाते हैं तो यह दीपक जलता हुआ मिलता है।
इस साल 27 अप्रैल की तारीख से श्रद्धालुओं के लिए बदरीनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए थे। जारी की गई जानकारी के मुताबिक, अब तक 16 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालु भगवान बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और देश के जाने-माने उद्योगपति मुकेश अंबानी ने अपने परिवार के कुछ सदस्यों के साथ भगवान बद्री विशाल के दर्शन किए।
सीएम योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड दौरे पर गए हुए हैं। इस दौरान उन्होंने आज श्री बदरीनाथ धाम में भगवान के दर्शन किए और पूजा अर्चना की। इसके बाद सीएम माणा बॉर्डर पहुंचे और सेना के जवानों का हौसला बढ़ाया।
सिंहद्वार का निर्माण 17वीं सदी में बद्रीनाथ मंदिर के मौजूदा परिसर के साथ ही हुआ था। सिंहद्वार में पहले से आई हल्की दरारों का मरम्मत कार्य चल रहा है। एएसआई की मानें तो फिलहाल मंदिर को खतरा नहीं है।
Akshay Kumar In Badrinath Dham: अक्षय कुमार की रविवार को बद्रीनाथ यात्रा की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। पहले जागेश्वर धाम और फिर बदरीनाथ धाम पहुंचे।
वहीं बद्रीनाथ मंदिर के साथ ही धाम में स्थित प्राचीन मठ-मंदिरों को भी फूलों से सजाया गया है। मुख्य मंदिर को 15 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है।
Badrinath Dham Temple: जल्द ही बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने वाले हैं। इससे पहले हम आपको बद्रीनाथ मंदिर से जुड़ी कई बातें और मान्यताओं के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं बद्रीनाथ धाम मंदिर के बारे में।
पुलिस प्रशासन की ओर से सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर पुराने ट्रैफिक प्लान को ही यथावत रखने का फैसला लिया है।
मंदिर कमेटी की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, बद्रीनाथ धाम के कपाट इस साल 27 अप्रैल को सुबह 7:10 बजे से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। वसंत पंचमी के अवसर पर नरेंद्रनगर में आयोजित समारोह में कपाट खुलने की तारीख की घोषणा हुई है।
Joshimath: उत्तराखंड के बद्रीनाथ मंदिर को लेकर हिंदुओं की गहरी आस्था है। ऐसे में इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि लाखों सालों बाद बद्रीनाथ मंदिर जोशीमठ के करीब स्थापित हो जाएगा और फिर वही जगह भगवान विष्णु का स्थान होगा।
जोशीमठ में घरों, सड़कों और खेतों में दरारें लगातार बढ़ रही हैं। इतना ही नहीं यहां पर जमीन से अचानक पानी भी निकलने लगा है। इस बीच एक सदियों पुरानी भविष्यवाणी की चर्चा खूब हो रही है। आइए जानते हैं।
जोशीमठ में प्रवेश करने के बाद तीर्थयात्री बद्रीनाथ आने-जाने वाले वाहनों से यहां वन-वे रास्ते का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन जोशीमठ में जारी भू-धंसाव संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है। यहां सैंकड़ों घरों और सड़कों में दरारें आ गई हैं, जिसके चलते धाम बद्रीनाथ तक ले जाने के रास्ते पर सवाल उठ रहे हैं।
शीतकालीन के दौरान बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के दिन तक सभी होटल, ढाबा व अन्य व्यवसायियों को बदरीनाथ धाम छोड़ने के लिए कहा जाता है। कपाट बंद होने के बाद आम लोगों को धाम तक जाने की अनुमति नहीं दी जाती है।
3 मई को शुरू हुई चारधाम यात्रा अब अपने समापन की ओर है। आंकड़ों के मुताबिक, इस बार 42 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने यात्रा में हिस्सा लिया।
PM Modi Kedarnath Badrinath Visit प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना उत्तराखंड दौरा समाप्त कर शनिवार को बद्रीनाथ से राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना हो गए। प्रधानमंत्री पहले बद्रीनाथ से हेलीकॉप्टर के जरिये देहरादून के निकट जौलीग्रांट हवाईअडडे पहुंचे, जहां से वह विमान में सवार होकर दिल्ली के लिए रवाना हुए।
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