जेएनयू में विवादित नारेबाजी पर पहले भी बवाल हो चुका है। साढ़े पांच साल पहले 9 फरवरी 2016 को अफजल गुरु की बरसी पर विवादित नारे लगे थे।
मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को लोगों से अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में किए गए अन्याय को याद रखने और इस बारे में अगली पीढ़ी को बताने का आग्रह किया।
सुशील मोदी के अनुसार, मंच से आडवाणी जी सहित अन्य नेताओं ने रोकने का काफी प्रयास किया, मगर भीड़ उन्मादी थी और किसी को सुनने के लिए तैयार नहीं थी।
संजय राउत ने कहा, "मैं और मेरी पार्टी शिवसेना, फैसले का स्वागत करते हैं और आडवाणी जी, मुरली मनोहर जी, उमा भारती जी और मामले में बरी हुए लोगों को बधाई देते हैं।"
संपादक की पसंद