गांदरबल में बादल फटने के कारण श्रीनगर से बालटाल आधार शिविर जाने वाला मार्ग बंद हो गया। अधिकारियों ने बताया कि मलबा हटाने का काम जारी है। जब तक यात्रियों का काफिला गांदरबल जिले में पहुंचेगा, तब तक बालटाल आधार शिविर और आगे लद्दाख क्षेत्र तक राजमार्ग बहाल कर दिया जाएगा।
बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए 20 हजार से अधिक यात्रा रोज पहुंच रहे हैं। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल यात्रियों को लेकर एक नया रिकार्ड बनेगा।
अमरनाथ गुफा में बढ़ती गर्मी का असर शिवलिंग पर साफ दिखाई पड़ा है। शिवलिंग पूरी तरह से पिघल गया है। ऐसे में श्रद्धालुओं को बाबा बर्फानी के दर्शन नहीं हो सकेंगे।
बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु अमरनाथ गुफा पहुंच रहे हैं। माना जा रहा है कि इस साल भक्तों की संख्या सारे रिकॉर्ड्स टूट जाएंगे। अमरनाथ यात्रा को ध्यान में रखते हुए भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है और कई व्यवस्थाएं की गई है।
इस साल गुफा मंदिर में दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़कर अब 1,05,282 हो गई है। 21,893 पुरुष तीर्थयात्री, 5,858 महिला तीर्थयात्री, 394 साधु और एक साध्वी ने गुफा में बर्फ से निर्मित शिवलिंग के दर्शन किए।
अमरनाथ यात्रा से लौट रही बस का ब्रेक फेल हो गया। इससे डरकर यात्री बस से कूदने लगे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सुरक्षाबलों के त्वरित एक्शन से नेशनल हाईवे- 44 पर बड़ी दुर्घटना होने से टल गई।
जम्मू से अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए 6,619 तीर्थयात्रियों का तीसरा जत्था रवाना हुआ। जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुआ।
बाबा बर्फानी के दर्शनों का बेसब्री से इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं की प्रतीक्षा की घड़ियां अब समाप्त होने वाली हैं। अमरनाथ की पवित्र गुफा के लिए यात्रियों का पहला बैच रवाना हो गया है। तीर्थयात्रियों को कल बाबा बर्फानी के पहले दर्शन होंगे।
अमरनाथ यात्रा में आतंकी हमले का साया है। पाकिस्तान के लाहौर और बहावलपुर में हमले को लेकर आतंकी संगठन से जुड़े लोगों की मीटिंग हुई है। अमरनाथ यात्रा के साथ ही जम्मू और कश्मीर में फिदायीन हमले की साजिश रची गई है।
अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू हो रही है। इसके लिए प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। CRPF अधिकारी ने सुरक्षा के अलावा भी यात्रियों की मदद करने की बात कही है।
बैठक में गृह मंत्री को जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। आने वाले दिनों में सुरक्षाबल आतंकवाद रोधी अभियान तेज कर सकते हैं।
अमरनाथ श्राइन बोर्ड और जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा-के लिए कमर कस ली है। यह यात्रा 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त को खत्म होगी।
समूचे विश्व में मौजूद शिव भक्तों के लिए एक बेहद शानदार खबर है। बाबा बर्फानी की पहली तस्वीर सामने आ गई है। इस साल अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू हो रही है।
हिंदू धर्म में पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए वार्षिक रजिस्ट्रेशन आज से शुरू हो गया है। ऐसे में रजिस्ट्रेशन के लिए कहां पर जाना और किस तरह से इसके लिए आवेदन किया जा सकता है, इसकी पूरी जानकारी के लिए पढ़ें पूरी खबर...
Amarnath Yatra 2024 के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है। 29 जून 2024 से शुरू होने वाली इस यात्रा के लिए ऑनलाइन परमिट डाउनलोड कैसे करें, आइए जानते हैं...
हर हर महादेव और बम बम भोले के जयकारों के साथ बुधवार को ‘छड़ी मुबारक अमरनाथ जी’ को शंकराचार्य मंदिर लाया गया,जहां महंत दीपेंद्र गिरी और देश के अलग-अलग राज्यों से आए साधुओं और महंतों ने छड़ी मुबारक की पूजा की।
21 जुलाई के दिन 13,797 यात्री अमरनाथ के दर्शन करने पहुंचे थे। सरकार द्वारा बुनियादी ढांचों में सुधार करने व सेवाओं में सुधार करने के कारण ही रिकॉर्ड तोड़ संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में 3,888 मीटर ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर की 62 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा एक जुलाई को अनंतनाग जिले के पहलगाम और गांदरबल जिले के बालटाल से शुरू हुई थी। यह यात्रा 31 अगस्त को समाप्त होगी।
शनिवार के दिन कुल 21,401 लोग अमरनाथ के दर्शन करने पहुंचे थे। बता दें कि 1 जुलाई से शुरू हुई इस यात्रा के पहले 5 दिनों में 67 हजार से अधिक तीर्थयात्री बाबा बर्फानी के दर्शन करने पहुंचे थे।
अमरनाथ की यात्रा करने जा रहे जत्थे में एक यूक्रेन की महिला भी शामिल थी। महिला ने तीर्थयात्रा के बारे में अपने विचारों को साझा किया और लोगों के उत्साहपूर्ण समर्थन के अलावा सुचारू और व्यवस्थित व्यवस्थाओं की सराहना की।
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