जम्मू कश्मीर के सांबा जिले के चक फकीरा में बीएसएफ को एक सुरंग मिली। यह इलाका पड़ोसी देश पाकिस्तान की सीमा से करीब है। अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने के नापाक आतंकी मंसूबों का इतिहास काफी पुराना है। अमरनाथ यात्रा 1990 के बाद से लगातार आतंकियों के निशाने पर रही है।
बता दें कि 10 जुलाई को हुए आतंकी हमले में 8 यात्रियों की मौत हुई थी और 20 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे। हमला करने वाले सारे आतंकी बचकर भाग गए थे लेकिन पुलिस ने रविवार को उन तीन स्थानीय लोगों को शिकंजे में लिया जिन्होंने हमले में अहम किरदार निभाया था।
संधू ने कहा, "स्थिति नियंत्रण में है। सेना स्थितियों के खराब या चिंताजनक होने को लेकर अत्यधिक चिंतित नहीं है। स्थिति नियंत्रण में रहेगी।" उन्होंने साथ ही कहा कि घाटी के युवा 'देश की सेवा के लिए तत्पर हैं'। राज्य से सुरक्षा बलों में युवाओं की भारी सं
पीडीपी विधायक एजाज अहमद मीर का ड्रावर तौसीफ पुलवामा इलाके का रहने वाला है। वहीं दो और लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर सिक्योरिटी विंग ने 7 महीने पहले तौसीफ का विधायक के ड्राइवर की जिम्मेदारी सौंपी थी।
अधिकारियों ने कल शोपियां शहर में कर्फ्यू लगाने के साथ ही श्रीनगर के सात पुलिस थाना क्षेत्रों और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग , पुलवामा तथा कुलगाम जिलों और उार कश्मीर के सोपोर और हंदवाड़ा में प्रतिबंध लगा दिया था।
एक अन्य अधिकारी ने बताया, "सोमवार रात हुए आतंकवादी हमले के बाद तीर्थयात्रियों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है।" अधिकारियों ने सुरक्षा कड़ी करते हुए सुनिश्चित किया है कि किसी भी तीर्थयात्री वाहन को बिना सुरक्षा के राजमार्ग से न गुरजने दिया जाए।
आतंकवादियों ने सोमवार को जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर अनंतनाग जिले के खानबल इलाके में अमरनाथ यात्रियों की बस पर गोलियों की बौछार कर दी थी, जिसमें सात यात्रियों की मौत हो गई और 19 अन्य घायल हो गए।
रामबन जिले के पंथाल सेक्टर में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन से बुधवार को जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग बंद कर दिया गया। हालांकि, बुधवार शाम को राजमार्ग पर यातायात बहाल कर दिया गया। तीर्थयात्रियों से भरे सभी वाहनों को शाम 3.30 बजे से पहले घाटी में प्रवेश कर
उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाने के लिए जम्मू एवं कश्मीर के लोगों की सराहना की और कहा कि 'पूरा देश कश्मीर के साथ है।' उन्होंने कहा, "यात्रा जारी रहेगी। श्रद्धालुओं की सलामती और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।"
जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर अनंतनाग जिले के खानबाल इलाके में सोमवार रात को हुए आतंकवादी हमले सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 19 अन्य घायल हो गए।
कार्यकर्ता स्थानीय मस्जिद में पहुंच गए और इमाम को बाहर निकाल कर उनपर भारत माता की जय बोलने का दबाव बनाने लगे। इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं ने इमाम को थप्पड़े भी मारे। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि इलाके में बड़ी संख्या में लोग बाहर से आकर बस गए
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव (गृह) अरविंद कुमार और पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह को निजी तौर पर स्थिति पर नजर रखने व सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए कहा गया। एक अधिकारी ने बताया, "कांवड़ यात्रा के लिए सतर्कता बढ़ा दी गई है। कांवड़ यात्रा के लिए सुरक्ष
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