राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। यहां एक्यूआई एक बार फिर 400 के पार पहुंच चुाक है और गंभीर श्रेणी को दर्शाने लगा है। दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है, बावजूद इसके दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में तमाम प्रयासों के बावजूद खास कमी देखने को नहीं मिल रही है। दिल्ली के कई स्थाने पर अब भी एक्यआई 400 के पार बना हुआ है। दिल्ली ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस बीच दिल्ली में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से क्लासेस चलाए जा रहे हैं।
राजधानी दिल्ली में स्मॉग में आज कुछ सुधार देखने को मिला है। हालांकि, दिल्ली के कई इलाकों में AQI अभी भी 400 के पार बना हुआ है। दिल्ली के आनंद विहार में AQI 400 के पार है।
Air Purifier Benefits: दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का खतरनाक स्तर लोगों को बीमार बना रहा है। प्रदूषण से बचने के लिए लोगों को बाहर न निकलने की सलाह दी जा रही है। घरों में एयर प्यूरीफायर लगाने की सलाह दी जा रही है। आइये जानते हैं क्या सच में एयर प्यूरीफायर प्रदूषण वाली हवा को शुद्ध करते हैं?
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच लोग मेट्रो में सफर ज्यादा कर रहे हैं। अपने वाहनों और बसों का प्रयोग कम किया जा रहा है। पिछले कई दिनों से दिल्ली की सड़कों पर प्रदूषण की धुंध छाई हुई है।
दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 494 दर्ज किया गया है लेकिन वायु गुणवत्ता सूचकांक के मुताबिक इसे 1600 तक बताया जा रहा है। क्या है वायु गुणवत्ता का मानक, क्यों है ऐसा कंफ्यूजन? जानिए-
Cheapest Air Purifier: दिल्ली और आस पास के शहरों में बढ़ता Air Pollution जानलेवा साबित हो रहा है। यह वायु प्रदूषण केवल सड़कों और खुली जगहों तक ही सीमित नहीं है। घरों के अंदर भी यह लोगों सांसे फुला रहा है। ऐसे में एयर प्यूरीफायर आपकी रक्षा कर सकता है।
दिल्ली-एनसीआर गैस चेंबर बन चुका है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई फटकार के बाद यहां ऑफलाइन स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से क्लासेस चलाए जाएंगे। इस बीच दिल्ली के कई इलाकों में एक्यूआई 500 तक पहुंच चुका है।
दिल्ली-एनसीआर के अलावा उत्तर प्रदेश के कई जिलों में वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच चुका है। इस बीच यूपी के कई जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इस दौरान ऑनलाइन माध्यम से क्लासेस चलाए जाएंगे।
आठ नवंबर को, पंजाब में खेतों में पराली जलाने की 730 घटनाएं सामने आईं, जो सोमवार तक इस मौसम में एक दिन में सबसे ज्यादा थीं। आंकड़ों के अनुसार सोमवार को मुक्तसर जिले में पराली जलाने की 247 घटनाएं दर्ज की गईं, जो राज्य में सबसे अधिक है।
वायु गुणवत्ता के खराब स्तर को देखते हुए, कई स्कूल बंद कर दिए गए हैं। आइए इस खबर के जरिए इन राज्यों की सूची देखें जहां स्कूल बंद हैं।
दिल्ली-NCR में बढ़ते प्रदूषण को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा कि आप ये बताएं कि GRAP-4 के सख्त प्रावधानों को कैसे अमल कर रहे हैं?
दिल्ली-NCR में बढ़ रहे वायु प्रदूषण के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई। इस दौरान शीर्ष कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा कि GRAP पहले लागू क्यों नहीं किया गया?
बढ़ते प्रदूषण की वजह से बिगड़ती स्थिति को देखते हुए आज से दिल्ली में GRAP-4 लागू कर दिया गया है। ऐसे में आइए जानते हैं कि ग्रैप- 4 लागू होने पर क्या-क्या खुला रहेगा?
स्कूल शिक्षा निदेशालय की ओर से सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नर को इस संबंध में चिट्ठी भेजी गई है। हरियाणा सरकार ने यह फैसला प्रदूषण का स्तर बढ़ने और ग्रैप-3 लागू होने के बाद लिया है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में कुछ खास बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है। एक्यूआई अब भी 400 के पार बना हुआ है। दिल्ली में ग्रेप 3 को लागू कर दिया गया है। इसके लागू होने के साथ ही दिल्ली में निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों को रोक दिया गया है और वाहनों की आवाजाही पर चेकिंग की जा रही है।
राजधानी दिल्ली में ग्रैप-3 लागू होने के बाद अब कत्रिम बारिश की चर्चा भी तेज हो गई है। इस संबंध में दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय का बयान भी सामने आया है।
दिल्ली में रोज का रोज वायु प्रदूषण (Air Pollution) बढ़ रहा है। इसके चलते दिल्ली में कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। प्रदूषण को कम करने के लिए ग्रैप-3 भी लागू कर दिया गया है।
दिल्ली की हवा दिन प्रतिदिन जहरीली बनती जा रही है। इस बीच दिल्ली में ग्रैप 3 को लागू करने का फैसला किया गया है। इस बीच दिल्ली में एक्यूआई 450 को पार कर बेहद गंभीर श्रेणी में पहुंच चुका है।
गुरुवार के दिन चंडीगढ़ की वायु गुणवत्ता दिल्ली से भी खराब थी, जहां दोपहर 12 बजे एक्यूआई 424 दर्ज किया गया। हरियाणा में प्रदूषण की मुख्य वजह किसानों का पराली जलाना है।
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