हरियाणा की सरकार में मुख्यमंत्री के अलावा कुल 13 मंत्री हैं और सभी के सभी करोड़पति हैं। एक अच्छी बात यह है कि इनमें से किसी भी मंत्री के ऊपर कोई क्रिमिनल केस नहीं है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव समाप्त हो चुका है। इस बीच एडीआर ने अपनी रिपोर्ट जारी कर दी है। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा के अधिकांश विधायक करोड़पति हैं। वहीं 13 फीसदी विधायक ऐसे हैं जिनके ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
एडीआर ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें बताया गया है कि क्षेत्रीय दलों के मामले में बीआरएस ने सबसे ज्यादा कमाई की है, जबकि टीएमसी ने सबसे अधिक खर्चा किया है।
नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ 71 मंत्रियों ने भी शपथ ली। इन 71 मंत्रियों में से 70 मंत्री करोड़पति हैं। इसके अलावा नए मंत्रिमंडल में 28 मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
लोकसभा चुनाव के बाद अब नतीजों की घोषणा कर दी गई है। नतीजों के बाद एडीआर की एक रिपोर्ट में पता चला है कि लोकसभा जाने वाले 93 प्रतिशत प्रत्याशी करोड़पति हैं। इसके अलावा अन्य कई आंकड़े भी सामने आए हैं।
एडीआर की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि ओडिशा विधानसभा चुनाव 412 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनके पास एक करोड़ या उससे ज्यादा की संपत्ति है। वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या 304 थी। बता दें कि ओडिशा की 147 सीटों पर विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, जिनके नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे।
लोकसभा के चौथे चरण का मतदान सोमवार, 13 मई को संपन्न हो गया और अब पांचवें चरण के मतदान की बारी है जो 20 मई को होगा। पांचवें चरण में कितने उम्मीदवार करोड़पति हैं, कितने दागदार हैं और इस चरण में कितनी महिला उम्मीदवार हैं? जानिए पूरी रिपोर्ट-
लोकसभा चुनाव का शंखनाद 19 अप्रैल से शुरू हो रहा है। इसी बीच दूसरे चरण के फेज के लिए एडीआर की रिपोर्ट जारी कर दी गई है। इसके मुताबिक, दूसरे चरण में 21 फीसदी उम्मीदवार पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं जबकि 33% करोड़पति हैं।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होने वाला है। इस चरण में कुल 252 प्रत्याशी दागी हैं तो वहीं 450 प्रत्याशी करोड़पति हैं। इन सबमें नकुल नाथ के पास सबसे ज्यादा संपत्ति है।
लोकसभा के 514 निवर्तमान सांसदों में से 225 सांसद ऐसे हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 9 के खिलाफ हत्या के मामले और तीन के खिलाफ बलात्कार के भी आरोप हैं।
संसद में किस सांसद ने सबसे अधिक सवाल किए या संसद में किसकी उपस्थिति सबसे ज्यादा रही, इसकी जानकारी अब सामने आई है। दरअसल एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी एडीआर ने इस बाबत एक रिपोर्ट जारी की है।
इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर एडीआर की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनावी चंदे में सबसे अधिक बॉन्ड एक करोड़ के और फिर 10 लाख के थे।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 54 सीटें जीतकर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस ने 35 सीटें जीतीं। ADR और छत्तीसगढ़ इलेक्शन वॉच ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के सभी 90 विजेता उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण किया है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में इस बार 10 प्रतिशत उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक दलों को स्पष्ट निर्देश भी दिए थे कि दलों को ऐसे उम्मीदवारों को चुनने का कारण बताना होगा। इस बार 953 में से 100 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि लोकसभा और राज्यसभा के इन 40 फीसदी सांसदों में से 25 फीसदी पर गंभीर आपराधिक मामले भी दर्ज हैं।
कर्नाटक की सिद्धारमैया की नई नवेली कैबिनेट में 32 मंत्री होंगे, इन सबकी दौलत, इनकी शिक्षा-दीक्षा के बारे में एडीआर की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है।
एडीआर की रिपोर्ट में पता चला है कि सबसे ज्यादा लोगों ने चंदा बीजेपी को दिया है। इस तरह से देखें तो बीजेपी के पास सबसे ज्यादा चंदे के पैसे हैं। जानिए कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों को लोगों ने कितना चंदा दिया है?
एडीआर की ओर से तैयार की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी 1,917 करोड़ रुपये के साथ सबसे अधिक आय अर्जित करने वाली पार्टी बनी रही।
एडीआर और ‘मेघालय इलेक्शन वॉच’ ने उन 61 उम्मीदवारों की संपत्ति का विश्लेषण किया गया, जो इस चुनाव में भी किस्मत आजमा रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बार फिर चुनाव लड़ रहे इन 61 विधायकों की संपत्ति में औसत 77 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
एडीआर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2021-22 के लिए राष्ट्रीय राजनीतिक दलों ने 7,141 चंदों से (20,000 रुपये से अधिक) प्राप्त कुल चंदा 780.774 करोड़ रुपये घोषित किया है।
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