जीका वायरस जानलेवा नहीं है, लेकिन यह गर्भवती महिलाओं के अंदर पल रहे शिशु का सिर बेहद छोटा कर देता है। इससे बच्चे को जन्म के बाद कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।
महाराष्ट्र में जीका वायरस के मामले पाए जाने के बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सचेत किया है। साथ ही सलाह दी है कि गर्भवती महिलाओं की नियमित व सही ढंग से जांच करें।
Zika Virus: जीका वायरस एक ऐसी संक्रामक बीमारी है जो कि गर्भवती महिला से उनके भ्रूण तक फैल सकती है। ऐसे में जानते हैं इस वायरस के फैलने का कारण और इनके लक्षण।
जीका वायरस मच्छरों से फैलने वाली एक बीमारी है। यह बीमारी एडीज मच्छर के काटने से फैलती है। ये मच्छर दिन के समय ही ज्यादा एक्टिव होते हैं। इस वायरस से होने वाला संक्रमण खतरनाक होता है।
जीका प्रभावित राज्यों और विदेशों से आने वाले यात्रियों की सूची बनाने के लिए हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और बस स्टॉप पर भी प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। इस वायरस से निपटने के लिए स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए जिले के आठ अस्पतालों में जीका वायरस वार्ड बनाए जा रहे हैं।
ज़ीका एडीज मच्छर से फैलने वाला वायरस है। यही मच्छर डेंगू और चिकनगुनिया भी फैलाता है। ये ठहरे हुए साफ पानी में पनपता हैं।
लखनऊ के हुसैनगंज और एलडीए कॉलोनी इलाकों में एक-एक जीका वायरस का मामले सामने आए हैं। दोनों मरीज स्थिर हैं और उनमें कोई लक्षण नहीं है। उनके करीबी संपर्कों के नमूने लिए हैं और उनके घरों के आसपास फॉगिंग और एंटी-लार्वा स्प्रे करवाए हैं।
कानपुर में जीका के 16 और मरीज मंगलवार को मिले हैं इसके बाद संक्रमितों की संख्या सौ पार हो गई है। नए संक्रमितों में सात महिलाएं हैं, इनमें दो गर्भवती हैं। सीएम योगी ने भी जीका वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
जीका वायरस के बढ़ते मामले पर सीएम ने स्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट मंगाई है। स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना इस बैठक में मौजूद रहेंगे।
कानपुर के जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर ने रविवार को बताया कि कानपुर में जीका वायरस के 13 ताजा मामले आने से कुल संक्रमितों की संख्या 89 हो गई है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य टीमों ने गुरुवार और शुक्रवार को कुल 238 व्यक्तियों के रक्त के नमूने लिए थे
कन्नौज में एक 45 वर्षीय व्यक्ति में वायरस पाया गया। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, वह व्यक्ति ने कानपुर के शिवराजपुर इलाके के कसमऊ गांव हाल की में गया था, जहां से वह वायरस के संपर्क में आया था।
23 अक्टूबर को कानपुर में वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद से यह संक्रमण में एक दिन की सबसे बड़ी छलांग है। नए मामलों में संक्रमितों में तीन महिलाएं और 27 पुरुष हैं।
जीका वायरस का पहला मामला 23 अक्टूबर को कानपुर के चकेरी के परदीवानपुरवा से सामने आया था, जब भारतीय वायु सेना के एक 57 वर्षीय अधिकारी ने वायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था।
कानपुर में जीका वायरस के मामलों की कुल संख्या बढ़कर अब 10 हो गई है। चिकित्सा टीमों ने अब तक शहर के चकेरी इलाके में जीका वायरस प्रभावित इलाकों से 645 संदिग्ध रोगसूचक, बुखार से पीड़ित और गर्भवती महिलाओं के नमूने इक्ठ्ठे किए हैं।
जीका के 3 नए मामले मिलने से कानपुर शहर में अब यह संख्या बढ़कर 4 हो गई है। 23 अक्टूबर को आईएएफ कर्मियों में भी वायरस के पहले मामले की पुष्टि हुई थी।
Zika Virus: मच्छरों से पैदा हुए जीका वायरस रोग के लक्षण अन्य वायरल संक्रमण जैसे डेंगू आदि के समान हैं। इसके लक्षणों में बुखार, त्वचा पर चकत्ते, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द सिरदर्द आदि शामिल हैं। भारत में पहली बार यह बीमारी जनवरी-फरवरी 2017 में अहमदाबाद में फैली।
केरल में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 104 और लोगों की मौत के बाद प्रदेश में मृतक संख्या बढ़कर 15,512 हो गयी है। एक सरकारी बयान में कहा गया है कि महामारी के 16,848 नये मामले सामने आये जिसके बाद प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 31,87,716 हो गयी है।
केरल में सोमवार को दो और लोगों में जीका वायरस संक्रमण की पुष्टि के बाद अब तक इसके कुल 37 मामले आए हैं जिनमें से सात मरीज उपचाराधीन हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने एक विज्ञप्ति में बताया कि कट्टीकोणम, तिरुवनंतपुरम की 41 वर्षीय महिला और कुमारापुरम के एक डॉक्टर (31) में इस जीका वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है।
केरल में मंगलवार को एक महिला समेत दो और लोग जीका वायरस (Zika Virus) से संक्रमित पाए गए, जिससे राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 21 हो गई।
कोरोना वायरस के बाद जीका वायरस ने दस्तक दे दी है। केरल सहित कई राज्यों में इस वायरस के मरीज सामने आ रहे हैं।
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