सोशल मीडिया पर अभी जो वीडियो वायरल हो रहा है उसे देखने के बाद आप पूरी तरह से हैरान हो जाएंगे क्योंकि आपने ऐसा कुछ देखने की कल्पना तक नहीं की होगी। वीडियो को देखने के बाद लोगों ने भी कमेंट करके अपना रिएक्शन दिया।
दिल्ली में हर साल अक्टूबर-नवंबर का महीना आते ही लोगों को यमुना के प्रदूषण की चिंता सताने लगती है। इस दौरान अमूमन काले रंग का दिखने वाला यमुना नदी का दूषित पानी सफेद रंग के झाग में बदल जाता है। दूर से ये एक बर्फ की चादर सा दिखाई देता है।
दिल्ली में रोज का रोज प्रदूषण का लेवल बढ़ता ही जा रहा है। ये प्रदूषण जहरीली हवा के साथ-साथ पानी का भी है। यमुना नदी में केमिकल वाला झाग तैर रहा है। छठ पूजा में लोग इसी पानी के बीच में जाकर सूरज को अर्घ्य देंगे।
दिल्ली में जो दो एंटी स्मॉग टॉवर्स है वह फिलहाल चालू नहीं है। कनॉट प्लेस में स्थित एंटी स्मोक टावर के गेट पर ताला लगा हुआ है।
याचिकाकर्ता कुँवर महेंद्र ध्वज प्रसाद सिंह ने दावा किया कि आगरा से मेरठ, अलीगढ़, बुलंदशहर तक गंगा और यमुना नदियों के बीच का क्षेत्र, दिल्ली, गुड़गांव और उत्तराखंड की 65 राजस्व संपदाएं पूर्ववर्ती संयुक्त प्रांत आगरा की संपत्ति है जो बेसवां परिवार रियासत के अंतर्गत आती है।
छठ पूजा का त्योहार आज खत्म हो गया है। सुबह के दौरान भगवान सूर्य को अर्घ्य दे दिया गया है। इस बाबत दिल्ली में भी काफी तैयारियां की गई थीं। लेकिन यमुना के पानी में खड़े होकर छठ मनाना नुकसानदायक हो सकता है। दरअसल यमुना के पानी में जहरीले फॉस्फेट की मात्रा अधिक है। इससे कई बीमारियां हो सकती हैं।
इस साल छठ पूजा 17 नवंबर से 20 नवंबर तक मनाई जाएगी। चार दिवसीय त्योहार नहाय खाय अनुष्ठान के साथ शुरू होता है जिसके बाद लोहंडा और खरना होता है।
उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्ध नगर जिले के निठारी गांव में रहने वाले कुछ लोग बृहस्पतिवार की शाम को गणेश भगवान की मूर्ति को विसर्जित करने के लिए दिल्ली के मयूर विहार के पास गए थे। यहां यमुना में डूबने से दो भाइयों की मौत हो गई।
दिल्ली में आज सुबह झमाझम बारिश हुई थी और आने वाले दिनों में भी बारिश के आसार बने हुए हैं।
दिल्ली-NCR में बारिश और नदियों का बढ़ता जलस्तर लगातार चिंता का विषय बना हुआ है। दिल्ली समेत नोएडा के कई हिस्सों में पानी घुस गया है जिससे बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं।
यमुना का जलस्तर फिर से खतरे के निशान से ऊपर जा चुका है। रविवार रात 10 बजे यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया, जो 206.44 मीटर दर्ज किया गया।
हथिनी कुंड बैराज में अब एक बार फिर से पानी बढ़ने लगा है। लिहाजा आज सुबह हथिनी कुंड बैराज के सारे फ्लड गेट खोल दिए गए हैं और यमुना नदी में कई लाख क्यूसेक पानी डायवर्ट किया गया है।
यमुना नदी का पानी ताजमहल की बाहरी दीवारों तक पहुंच गया है जिससे इस विश्व प्रसिद्ध स्मारक के पीछे बना बागीचा जलमग्न हो गया।
दिल्ली में पिछले दिनों यमुना के जलस्तर में हुई रिकॉर्ड वृद्धि की वजह से शहर के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए थे।
यमुना नदी के बढ़े जलस्तर और पिछले दिनों हुई भयानक बारिश की वजह से दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। हालांकि अब यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आईटीओ पर बने यमुना नदी के बैराज के गेटों को लेकर कहा कि इस पुल के रखरखाव की जिम्मेदारी NTPC के पास है।
दिल्ली का ‘लोहे के पुल’ के नाम से मशहूर यह पुल डेढ़ सदी से अधिक समय में इतनी बार बाढ़ का गवाह बना है कि इसे यमुना नदी में पानी के खतरे के स्तर को मापने का संदर्भ बिंदु भी माना जाने लगा है।
दिल्ली में यमुना का जलस्तर इस वक्त डेंजर लेवल से करीब ढाई मीटर ऊपर है और दिल्ली के पॉश इलाके से लेकर यमुना खादर तक पानी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।
दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से अभी भी काफी ऊपर बह रहा है। जलमग्न हो चुके इलाकों से लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की 16 टीमें दिन रात लगी हुई हैं। तो वहीं दिल्ली में 3 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट ठप हो गए हैं।
दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से काफी उपर बह रही है। इस पर फ्रांस के दौरे पर गए पीएम नरेंद्र मोदी ने चिंता जताई है। उन्होंने फ्रांस से दिल्ली के एलजी को फोन लगाया और यमुना में बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली। इस दौरान हरसंभव उपाय करने के निर्देश दिए।
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