तिब्बत में आए भूकंप की वजह से अब तक 126 लोगों की मौत हो गई है और 188 घायल हुए हैं। इस बीच भीषण ठंड के बीच राहत और बचाव का काम जारी है। बचावकर्मी जीवित बचे लोगों और पीड़ितों की तलाश में जुटे हैं।
तिब्बत में भूकंप ने कई लोगों को उनका घर छीन लिया। जीवित बचे लोगों के लिए ठंड से बचाव और सिर छिपाने की समस्या बढ़ गई है, और बचावकर्मी पीड़ितों की तलाश में जुटे हैं।
तिब्बत एक और जोरदार भूकंप के झटके से हिल गया है। भूकंप का झटका महसूस होते ही लोग निकलकर घरों के बाहर भागने लगे।
मंगलवार को आए भूकंप से तिब्बत में सबसे ज्यादा तबाही मची। 6.8 तीव्रता वाले इस भूकंप में 126 लोगों की मौत हो गई और 188 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
चीन ने तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में आए भूकंप के बाद एहतियातन बड़ा कदम उठाया है। चीन ने पर्यटकों के लिए माउंट एवरेस्ट के अपने हिस्से के इलाकों को बंद कर दिया है। माउंट एवरेस्ट का उत्तरी भाग तिब्बत में स्थित है।
तिब्बत में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इस बार आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 मापी गई है। इससे पहले मंगलवार को ही आए भूकंप में 95 लोगों की मौत हो गई है और 130 लोग घायल हुए हैं।
मंगलवार को आए भूकंप ने तिब्बत में तबाही मचाई है। जानकारी के मुताबिक, अब तक कम से कम 95 लोगों की मौत हो चुकी है। भूकंप के झटके नेपाल में भी महसूस किए गए।
तवांग स्वतंत्र तिब्बती सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण में था। कई प्रयासों के बावजूद अंग्रेज इसे अपने अधीन नहीं कर सके। हालांकि, 1951 में मेजर खातिंग ने अपनी कुटनीति और असम राइफल्स के 200 सैनिकों के साथ यह कर दिखाया।
उत्तर प्रदेश में STF ने फर्जी दस्तावेज के सहारे भारतीय पासपोर्ट बनवाकर पिछले कई साल से भारत में रह रहए एक तिब्बती नागरिक को गिरफ्तार किया है। आरोपी साइबर जालसाजी में भी शामिल था।
अमेरिका ने तिब्बत के अधिकारों को लेकर एक बड़ा ऐलान करके चीन को बड़ा झटका दिया है। इस वक्त तिब्बत के अध्यात्मिक नेता दलाईलाम न्यूयॉर्क में हैं। इस बीच अमेरिका ने तिब्बत के मानवाधिकारों और अन्य विरासतों के संरक्षण की प्रतिबद्धता दोहराई है।
यूपी के सौनौली बॉर्डर पर सशस्त्र सीमा बल ने 2 चीनी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में घुसने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया है और साथ ही एक तिब्बती शरणार्थी को भी पकड़ा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बड़ा कदम उठाते हुए तिब्बत विवाद का शांतिपूर्ण तरीके से हल निकालने के लिए रिजॉल्व तिब्बत एक्ट पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। चीन ने इसे लेकर अमेरिका को चेतावनी दी थी।
भारत ने दलाई लामा की स्थिति पर अपना रुख दोहराया है और भारतीय लोगों द्वारा उन्हें दिए गए सम्मान पर जोर दिया है। विदेश मंत्रालय ने चीन को दो टूक जवाब दिया है।
क्या आप जानते हैं कि दुनिया में अब तक का सबसे लंबा जाम कब और कहां लगा था। अगर नहीं जानते तो इस खबर को पूरा पढ़िए, आप इस जाम के बारे में पढ़ने के बाद हैरान रह जाएंगे।
चीन ने तिब्बत पर कब्जा कर रखा है और वहां के हालात शायद ही कभी दुनिया के सामने आ पाते हैं। तिब्बत की रहने वाली एक लड़की भारत आई है और उसने चीन के आत्याचारों का सच उजागर किया है।
चीन ने लंबे समय बाद तिब्बत की चिंगारी को एक बार फिर से हवा दे दी है। चीन ने तिब्बत की स्वायत्तता की मांग को खारिज करते हुए भारत में निर्वासित तिब्बती सरकार और दलाई लामा को लेकर बड़ी टिप्पणी की है। चीन ने कहा है कि उसे तिब्बत की स्वायत्तता कतई स्वीकार नहीं है।
मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक, लोगों को कथित तौर पर सिचुआन के कार्दजे तिब्बती स्वायत्त प्रान्त में गिरफ्तार किया गया जो तिब्बतियों की एक बड़ी आबादी वाला क्षेत्र है।
तिब्बत ने कहा कि दुनिया भर के लोकतांत्रिक देशों को चीन के खिलाफ एक साथ आना चाहिए। अधिनायकवादी शासन और उनकी विचारधारा तथा उसकी महत्वाकांक्षाओं के खिलाफ लड़ना महत्वपूर्ण है।’’ पूर्वी लद्दाख सीमा विवाद का जिक्र करते हुए, त्सेरिंग ने सैनिकों की वापसी के लिए ‘कड़ा रुख’ अपनाने के भारत के कदम की सराहना की।
रिजिजू ने कहा कि हिमालय के उस पार कैलाश पर्वत, मानसरोवर झील, आज की जो भारत-तिब्बत सीमा है, इससे कहीं अंदर तक हमारी संस्कृति फैली हुई थी।
चीन का कहना है कि अमेरिका और उसके सहयोगी देश बीजिंग पर तिब्बती लोगों के मानवाधिकारों का उल्लंघन करने का झूठा आरोप लगाते हैं।
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