11 सितंबर, 1893 को स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में विश्व धर्म महासभा में अपना भाषण दिया था। तब उनके शब्दों ने आने वाली पीढ़ियों के कई लोगों को प्रेरित किया। इनमें एक 17 साल के नरेंद्र मोदी भी शामिल थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर 45 घंटे का ध्यान करेंगे। इसके लिए वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। वे 30 मई की शाम से एक 1 जून की शाम तक ध्यान करेंगे।
दुनिया के सबसे बड़े यूथ आईकॉन एवं महान आध्यात्मिक गुरू स्वामी विवेकानंद की आज जयंती है। 12 जनवरी 1863 को उनका जन्म कलकत्ता में हुआ था। लेकिन क्या आपको पता है कि वो सन्यासी कैसे बन गए और किसने उन्हें स्वामी विवेकानंद का नाम दिया।
अमेरिका के शिकागो में सन् 1893 में आयोजित विश्व धर्म संसद में दुनिया के सभी धर्मों के प्रतिनिधी आए थे और स्वामी विवेकानंद इसमें सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। स्वामीजी ने ऐसा यादगार भाषण दिया कि भारत की अतुल्य अध्यात्मिक विरासत और ज्ञान का डंका बज गया।
स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर लता मंगेशकर और कंगना रनौत ने उन्हें याद किया है।
स्वामी विवेकानंद द्वारा शिकागो में दिया गया ओजस्वी भाषण ही पश्चिमी सभ्यता को भारत की तरफ खींच लाया। स्वामी विवेकानंद के विचार आज भी युवाओं के लिए प्रेरणादायक हैं।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति को तोड़ने और मूर्ति के पास अपशब्द लिखने के मामले में एफआईआर दर्ज की जाएगी। जेएनयू के वाइस चासंलर जगदीश कुमार ने कहा है कि जेएनयू प्रशासन आरोपियों की पहचान करने में जुटा है।
एबीवीपी के जेएनयू इकाई के अध्यक्ष दुर्गेश कुमार और सचिव मनीष जांगिड़ ने संयुक्त बयान में कहा कि वाम ‘असफल एजेंडे’ को पुनजीर्वित करने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि आज आतंकवाद एक विचारधारा बन गया है जो किसी सरहद से नहीं बंधा है। ये एक अंतर्राष्ट्रीय समस्या है। ये अंतर्राष्ट्रीय खतरा बन गया है जिसकी मजबूत जड़ें हमारे पड़ोस में फल-फूल रही हैं।
Swami Vivekananda Quotes आपकी जिंदगी बदल देंगे और आपको सफलता के पायदान तक पहुंचा देंगे।
देश के युवाओं को संदेश देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 21 वीं सदी के दिव्य भव्य भारत के लिए विकास और प्रगतिवान का जनआंदोलन खड़ा करें। स्वामी विवेकानंद के 155वें जन्मदिन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी ट्वीट शेयर किया
सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व करने वाले विवेकानंद का जिक्र जब कभी भी आएगा उनके अमेरिका में दिए गए यादगार भाषण की चर्चा जरूर होगी। यह एक ऐसा भाषण था जिसने भारत की अतुल्य विरासत और ज्ञान का डंका बजा दिया था।
बेहद कम उम्र में अपने ज्ञान का लोहा मनवाने वाले और देश के युवाओं को आजाद भारत का सपना दिखाने वाले स्वामी विवेकानंद की आज जयंती है। उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था।
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