पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन 6 अगस्त, 2019 को 67 वर्ष की आयु में हृदयाघात से निधन हो गया था। सालों बाद उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का काम बांसुरी स्वराज ने किया है।
सुषमा स्वराज भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता होने के साथ प्रखर वक्ता थीं। लेकिन आपको बता दें कि लोकसभा में एक बीजेपी सांसद है जिसमें सुषमा स्वराज की झलक देखने को मिलती है। जब वह लोकसभा में बोल रही होती हैं तो बिल्कुल सुषमा स्वराज की तरह लगती हैं।
भारत के सियासी फलक पर अमिट छाप छोड़ने वाली सुषमा स्वराज का हर कोई मुरीद रहा। उनका 41 सालों का राजनीतिक जीवन तमाम उपलब्धियों से भरा था। 6 अगस्त को ही सुषमा स्वराज का देहांत हुआ था। दिल्ली एम्स में उन्होंने अंतिम सांस ली थी।
नई दिल्ली लोकसभा सीट से जीतकर पहली बार संसद पहुंचीं बांसुरी स्वराज के भाषण में उनकी मां सुषमा स्वराज की झलक देखने को मिली। बिल्कुल उसी अंदाज में उंगली ऊपर उठाकर बांसुरी मुद्दों पर मुखरता से बोल रहीं थीं, जैसे कभी इसी सदन में सुषमा स्वराज बोला करती थीं।
भारत के फाइटर जेट्स ने पुलवामा आतंकी हमले में CRPF के 40 जवानों की शहादत के जवाब में फरवरी 2019 में पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ट्रेनिंग कैंप को तबाह कर दिया था।
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की पहली पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद किया और अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की पहली पुण्यतिथि पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और कई केंद्रीय मंत्रियों ने उन्हें याद किया और अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
भारतीय जनता पार्टी की सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक रहीं सुषमा स्वराज की आज पहली पुण्यतिथि है। आज से ठीक एक साल पहले 6 अगस्त 2019 को उनका देहांत हो गया था।
हरियाणा में अंबाला शहर के बस स्टैंड का नाम शनिवार को बदलकर पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता दिवंगत सुषमा स्वराज के नाम पर रखा गया।
पूर्व विदेश मंत्री व भाजपा की दिवंगत नेता सुषमा स्वराज की जयंती के अवसर पर विदेश मंत्रालय ने प्रवासी भारतीय केंद्र का नाम बदलकर सुषमा स्वराज भवन और विदेश सेवा संस्थान का नाम बदलकर सुषमा स्वराज इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस करने का फैसला किया है।
हरियाणा सरकार ने अंबाला नगर बस अड्डे का नाम बदलकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिवंगत भाजपा नेता सुषमा स्वराज के नाम पर रखने का निर्णय लिया है।
पिछले कुछ सालों में गोपीनाथ मुंडे से लेकर सुषमा स्वराज तक बीजेपी को इन नेताओं के चले जाने से बड़े झटके लगे। कहना गलत नहीं होगा कि बीजेपी के लिए इन नेताओं की भरपाई करना आसान नहीं होगा।
बांसुरी स्वराज ने कहा कि उनकी मां सुषमा स्वराज के 42 वर्षों की राजनीतिक यात्रा में सभी लोगों का कुछ ना कुछ योगदान रहा हैं मैं उन सभी का आभार व्यक्त करती हूं।
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की याद में आयोजित शोक सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी और सुषमा स्वराज की कुछ यादों का जिक्र किया।
एक शोक संदेश में प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने कहा, "सुषमा स्वराज का निधन न केवल भारतीय जनता पार्टी के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए भी बहुत बड़ी क्षति है।"
पूर्व विदेश मंत्री व भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज की अस्थियां गुरुवार को हापुड़ जिले में स्थित ब्रजघाट में गंगा की धार में विसर्जित की गईं।
काफी लंबे राजनीतिक करियर के बावजूद उनके ऊपर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं था। उनकी छवि बेदाग थी।
भारतीय जनता पार्टी की कद्दावर नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर दुनियाभर की हस्तियों ने शोक जताया है।
पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया। सुषमा की बेटी बांसुरी ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान उनकी आंखों में आंसू आ गए।
सुषमा स्वराज के निधन के साथ उन ‘डी 4’ नेताओं की राजनीतिक यात्रा का अंत हो गया है जिन्हें वर्ष 2004 के बाद पार्टी का मुख्य चेहरा बने लालकृष्ण आडवाणी का वरदहस्त प्राप्त था।
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