राज्य सरकार कोकून को संसाधित करने के लिए अपनी रीलिंग इकाइयाँ स्थापित करेगी, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि रेशम किसानों को उनके उत्पाद के लिए अधिक मूल्य मिले।
Silk Saree Wash At Home: सिल्क की साड़ियों को ज्यादातर लोग ड्राईक्लीन करवाते हैं। इससे खर्चा काफी बढ़ जाता है। लंबे समय तक साड़ियों को नहीं धोने से सिल्क गलने लगता है। आप चाहें को सिल्क की साड़ियों को आसानी से घर में भी धो सकते हैं। जानिए कैसे
GST व्यवस्था में खादी धागा, गांधी टोपी और तिरंगे पर पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। वहीं नकली आभूषण, मोती और सिक्के पर 3 प्रतिशत शुल्क लगेगा।
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