बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने भारत सरकार से अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को वापस बांग्लादेश भेजने की मांग की है।
बांग्लादेश ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को वापस भेजने की मांग करते हुए भारत को एक पत्र भेजा है।
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने आम चुनावों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। यूनुस ने कहा कि उन्होंने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि चुनाव से पहले जरूरी सुधार किए जाने चाहिए।
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने यूनुस को 'फासीवादी' बताते हुए आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार में महंगाई से जनता का बुरा हाल है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना बड़े संकट में घिरती हुई नजर आ रही हैं। हसीना पर देश में जबरन लोगों को गायब करने का आरोप लगा है। अंतरिम सरकार के जांच आयोग ने अपनी एक रिपोर्ट यह बात कही है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों खासकर हिंदुओ और उनके धार्मिक स्थलों पर हमले किए जा रहे हैं। हिंदुओं पर जारी हिंसा को लेकर अमेरिका में भी आवाज उठने लगी है। अमेरिकी कांग्रेस में भारतीय मूल के सदस्य श्री थानेदार ने इस मामले में बड़ी बातें कही हैं।
बांग्लादेश में हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास को कोर्ट से एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। बांग्लादेश की एक अदालत ने उनकी जमानत याचिका पर अग्रिम सुनवाई से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि तय तारीख पर ही मामले की सुनवाई होगी।
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस पर तीखा हमला किया है। शेख हसीना ने कहा कि बांग्लादेश फासीवादी शासन की चपेट में है। यहां लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों को खत्म कर दिया गया है।
भारत और बांग्लादेश के बीच बिगड़े रिश्तों के बीच भारत के विदेश सचिव बांग्लादेश गए और वहां के विदेश सचिव और कार्यकारी पीएम मोहम्मद युनूस से बात की। जानिए कैसे बिगड़े दोनों देशों के संबंध और कैसे फिर से होगी दोस्ती?
बांग्लादेश और भारत के बीच संबंध सामान्य नहीं है। तनावपूर्ण संबंधों के बीच विदेश सचिव विक्रम मिसरी ढाका पहुंचे हैं। मिसरी का दौरा ऐसे वक्त पर हो रहा है जब बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं और अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न जारी है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हर गुजरते दिन के साथ अत्याचार बढ़ता जा रहा है और इन सबके पीछे एक संगठन जमात-ए-इस्लामी का नाम लगातार सामने आ रहा है। आज हम आपको इसी संगठन के इतिहास और इसके मकसद के बारे में बता रहे हैं।
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने अपनी आवाज बुलंद की है। राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि हिंसा स्वीकार नहीं की जा सकती है।
बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की सरकार का जुल्म जारी है। अब शेख हसीना के भाषणों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह फैसला शेख हसीना द्वारा न्यूयॉर्क में अवामी लीग पार्टी के समर्थकों को संबोधित करने के एक दिन बाद आया है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा जारी है। इस बीच अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस का बयान सामने आया है। उन्होंने बांग्लादेश के मौजूदा हालात के लिए पूर्व पीएम शेख हसीना को जिम्मेदार ठहराया है।
Fact Check: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के नाम से बने फर्जी X अकाउंट से मोहम्मद यूनुस की आपित्तजनक तस्वीर को पोस्ट किया गया है। फैक्ट चेक में पता चला है कि शेख हसीना का X पर कोई अकाउंट नहीं है।
बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है इसे लेकर दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने भी चिंता जताई है। शाही इमाम ने इसे लेकर एक खत भी लिखा है।
बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास को कोर्ट से राहत नहीं मिली है, उन्हें फिलहाल जेल में ही रहना होगा। चिन्मय कृष्ण दास करीब एक महीने तक जेल में ही रहेंगे। अब एक महीने बाद ही पता चल सकेगा कि उन्हें जमानत मिलेगी या नहीं।
बांग्लादेश में भारत के खिलाफ नफरत का माहौल बनाया जा रहा है। अब बांग्लादेश में भारतीय टीवी चैनलों के प्रसारण पर भी बैन लगाने की मांग की गई है।
बांग्लादेश में जब से शेख हसीना ने प्रधानमंत्री का पद छोड़ा है। तब से वहां अल्पसंख्यकों का कत्लेआम मचा हुआ है। बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने आतंक मचा रखा है। हिंदूओं को चुन-चुनकर मारा जा रहा है।
पूर्व पीएम हसीना के आवास पर 2004 में किए गए ग्रेनेड हमले के मामले में हाईकोर्ट ने खालिद जिया के बेटे तारिक और पूर्व मंत्री बाबर समेत सभी आरोपियों को बरी कर दिया है। हसीना के घर के पास हुए हमले में कुल 24 लोगों की मौत हुई थी और 300 से ज्यादा घायल हुए थे।
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