आज की इस गिरावट के बाद बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 435.5 लाख करोड़ रुपये से गिरकर 430 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसका सीधा मतलब ये हुआ कि शेयर बाजार निवेशकों की कुल वेल्थ में आज करीब 5.5 लाख करोड़ रुपये कम हो गई। बताते चलें कि बाजार में आज लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गई है।
बीएसई सेंसेक्स 241.30 अंकों की गिरावट के साथ 77,378.91 अंकों पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स भी 95.00 अंकों की गिरावट के साथ 23,431.50 अंकों पर बंद हुआ। हालांकि, आज आईटी सेक्टर के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली।
आईटी दिग्गज कंपनी टीसीएस के तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के आय परिणाम आने से पहले उसके शेयरों में लगभग 2 प्रतिशत की गिरावट आई। परिणाम आज जारी होने वाले हैं।
शुरुआती कारोबार में निफ्टी पर ओएनजीसी, बीपीसीएल, टाटा कंज्यूमर, एचसीएल टेक, टाइटन कंपनी प्रमुख लाभ वाले शेयर के तौर पर उभरे। सभी सेक्टर हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। तेल एवं गैस इंडेक्स 1 प्रतिशत ऊपर है।
शेयर बाजार में आज के इस महाविनाश की पहली और सबसे बड़ी वजह चीनी वायरस HMPV है। सोमवार को भारत में इस वायरस के 3 मामलों की पुष्टि भी हो चुकी है। शुरुआती दो मामले कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू से आए जबकि तीसरा केस गुजरात के अहमदाबाद से सामने आया है।
निफ्टी पर कोटक महिंद्रा बैंक, टाटा स्टील, सिप्ला, इंडसइंड बैंक, एशियन पेंट्स के शेयरों में कमजोरी दिखी, जबकि बजाज फाइनेंस, बजाज ऑटो, इंफोसिस, टाइटन कंपनी और एमएंडएम के शेयरों में बढ़त देखने को मिली।
सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो आज बैंक, कैपिटल गुड्स, आईटी, फार्मा में 1-1 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि तेल और गैस, मीडिया में 1-1 प्रतिशत की तेजी आई।
गुरुवार को 7244.20 रुपये के भाव पर बंद हुए कंपनी के शेयर आज गिरावट के साथ 7206.85 रुपये के भाव पर खुले थे। लेकिन देखते ही देखते शेयरों में जोरदार खरीदारी शुरू हो गई और इसका भाव चढ़ते-चढ़ते 7639.70 रुपये पर पहुंच गया। हालांकि, ये तेजी ज्यादा देर तक बरकरार नहीं रही।
बाजार में आज लगातार दूसरे दिन बढ़त देखने को मिली है। बुधवार, 1 जनवरी को शेयर बाजार तेजी के साथ हरे निशान में बंद हुआ था। बुधवार को सेंसेक्स 368.4 अंकों के उछाल के साथ 78,507.41 अंकों पर और निफ्टी 98.1 अंकों की तेजी के साथ 23,742.90 अंकों पर बंद हुआ था।
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में एक-एक प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। ऑटो इंडेक्स में 3.5 प्रतिशत और आईटी इंडेक्स में 2 प्रतिशत की बढ़त देखी गई।
शेयर बाजार में निवेश शुरू करने से पहले, शेयर बाजार को जानना बहुत जरूरी है। शेयर बाजार को जानने के लिए किसी एक्सपर्ट से संपर्क करें या सेमिनार में जाएं। इसके अलावा, आप मार्केट डेडिकेटेड अखबार, मैगजीन, न्यूज चैनल और न्यूज पोर्टल को भी फॉलो कर सकते हैं।
कारोबार के दौरान बेंचमार्क बीएसई सेंसेक्स सपाट शुरुआत के बाद 617.48 अंक या 0.79 प्रतिशत बढ़कर 78,756.49 पर पहुंच गया थी। इसी तरह, एनएसई निफ्टी 178 अंक बढ़कर 23,822.80 पर पहुंच गया था।
भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क- सेंसेक्स और निफ्टी 50 ने कैलेंडर वर्ष 2024 को मामूली लाभ के साथ खत्म किया। 2024 में निफ्टी ने करीब 9 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की, जबकि सेंसेक्स ने 8 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की।
30 ब्लू-चिप कंपनियों में टाटा मोटर्स, टाइटन, टाटा स्टील, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति, एचडीएफसी बैंक और इंफोसिस सबसे ज्यादा पिछड़े।
शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, इन्फोसिस, भारतीय स्टेट बैंक, आईटीसी, एलआईसी और हिंदुस्तान यूनिलीवर का स्थान रहा।
बीएसई मिडकैप इंडेक्स सपाट कारोबार कर रहा था, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स 0.3 प्रतिशत ऊपर देखे गए। ऑटो, फार्मा, मीडिया सेक्टर में मजबूती दिखी। रियल्टी, पीएसयू बैंक, ऑयल एंड गैस, मेटल इंडेक्स कमजोर दिखे।
आज के कारोबार के दौरान निफ्टी पर अडानी पोर्ट्स, श्रीराम फाइनेंस, एमएंडएम, मारुति सुजुकी, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस प्रमुख लाभ में रहे, जबकि टाइटन कंपनी, एशियन पेंट्स, नेस्ले, जेएसडब्ल्यू स्टील, ग्रासिम इंडस्ट्रीज में गिरावट दर्ज की गई।
कारोबार के दौरान पावर ग्रिड कॉर्प, जेएसडब्ल्यू स्टील, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, इंडसइंड बैंक और ग्रासिम इंडस्ट्रीज निफ्टी पर टॉप लूजर स्टॉक्स के तौर पर देखे गए। आईटी, मीडिया, मेटल, पीएसयू बैंक में बिकवाली देखी गई।
कारोबार के दौरान आज निफ्टी में सबसे ज्यादा बढ़त जेएसडब्ल्यू स्टील, आईटीसी, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, इंडसइंड बैंक और ट्रेंट में रही। इसके अलावा, आज बैंक, एफएमसीजी, मेटल, ऑयल एंड गैस, एनर्जी, रियल्टी में 0.5-1 प्रतिशत की उछाल दर्ज की गई।
बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 19 दिसंबर को 4.49 लाख करोड़ था जो 20 दिसंबर को घटकर 4.40 लाख करोड़ रह गया। इस तरह निवेशकों के एक दिन में 9 लाख करोड़ डूब गए।
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