Rudraksha: रुद्राक्ष पहनने से कई तरह के फायदे मिलते हैं। लेकिन रुद्राक्ष खरीदते समय इन बातों का जरूर ध्यान रखें। आइए जानते हैं कि असली और नकली रुद्राक्ष की पहचान कैसे करें।
रुद्राक्ष धारण करके आप अपने करियर में ऊंचाइयों को छू सकते हैं। जानें किस प्रोफेशन वालों के लिए कौन सा रुद्राक्ष लाभकारी होता है।
रद्राक्ष पहनने से क्या लाभ आपको मिलते हैं और किस राशि को कौन सा रुद्राक्ष पहनना चाहिए, आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
Rudraksha Ke Niyam: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रुद्राक्ष धारण करने से भगवान भोलेनाथ जातकों के कष्ट दूर करते हैं। आजकल ज्यादातर शिव भक्त इसे धारण भी करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रुद्राक्ष धारण करने के क्या नियम हैं? अगर नहीं, तो आइए जानते हैं।
चमत्कारिक रुद्राक्ष को धारण करने से पहले इससे जुड़े नियमों को जानना बेहद ही जरूरी होता है।
रुद्राक्ष दो शब्दों से मिल कर बना है, जिसमें पहला शब्द रुद्र और दूसरा अक्ष। रुद्र का अर्थ होता है शिव और अक्ष का अर्थ होता है आंसू।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में किसान पंचायत में शामिल हुईं। सहारनपुर के चिलकाना में हुई इस किसान पंचायत को उन्होंने संबोधित भी किया।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार राशिनुसार रुद्राक्ष पहनने के भी अपने कई लाभ है। रुद्राक्ष कई मुखी में आता है। जानें आपकी राशि के अनुसार आपके लिए बेस्ट कौन सा है।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार असली-नकली रुद्राक्ष की पहचान कोई बहुत मुश्किल नहीं है, या इसके लियी किसी महंगे उपकरण या की भी जरुरत नहीं है। बस परीक्षा करते समय कुछ बेसिक बातों का ध्यान रखना है।
10 मुखी रुद्राक्ष पर भगवान विष्णु का आधिपत्य रहता है। इसका इस्तेमाल वलग्रह की शांति और जादू-टोने और भूत-प्रेत के भय से बचाने के लिये बड़ा ही लाभकारी माना जाता है।
एकादश रुद्राक्ष को धारण करके हम किस प्रकार जीवन में लाभ पा सकते हैं और चीज़ों को अपने लिये आसान बना सकते हैं, साथ ही 11 मुखी रुद्राक्ष को धारण करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
तीन मुखी रुद्राक्ष स्वंय में बृह्मा, विष्णु और महेश को धारण करता है, वह जठराग्नि, बड़वाग्नि और दावाग्नि समस्त से मनुष्य की रक्षा करता है। जानिए राशिनुसार तीन मुखी रुद्राक्ष पहनने से क्या लाभ मिलेंगे।
तीन मुखी रुद्राक्ष अग्नि से उत्पन्न हुआ है और यह पापों को नष्ट करने वाला है। पंच तत्वों में अग्नि का स्थान विशिष्ट है। तीन मुखी रुद्राक्ष स्वंय में बृह्मा, विष्णु और महेश को धारण करता है। ये कई बीमारियों से निजात दिलाने के और भी है फायदे।
7 मुखी रुद्राक्ष की अधिपति देवता है श्री महालक्ष्मी तथा इस रुद्राक्ष का शुक्र ग्रह पर अधिपत्य होता है (कुछ विद्वान इसका संबंध शनि से भी जोड़ते है जो सही नहीं है।) 7मुखी रुद्राक्ष धारण करने से धन-सम्पदा प्राप्त होती है।
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