एनसीएलटी ने एक समाधान पेशेवर की नियुक्ति का आदेश दिया और एसबीआई को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा।
आरजेआईएल ने अप्रैल 2016 में आरकॉम और उसकी इकाई रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड के स्पेक्ट्रम के एक हिस्से को साझा करने के लिए एक समझौता किया था।
रिलायंस इंफ्राटेल लिमिटेड की टॉवर और फाइबर संपत्तियां 4,700 करोड़ रुपए में रिलायंस जियो को सौंपी जाएंगी।
योजना से कर्जदाताओं को मिल सकते हैं करीब 23000 करोड़ रुपये
केंद्र सरकार ने 774 करोड़ रुपए के स्पेक्ट्रम शुल्क की वसूली के लिए आरकॉम द्वारा उसके पास जमा 908 करोड़ रुपए की बैंक गारंटी को भुना लिया था।
ब्रिटेन के उच्च न्यायालय ने रिलायंस कम्युनिकेशंस के चेयरमैन अनिल अंबानी के खिलाफ चीन के कुछ बैंकों की ओर से दायर 68 करोड़ डॉलर के भुगतान के दावे में सरसरी तौर पर आदेश जारी करने की अर्जी नामंजूर कर दी है।
ऋण से दबी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) की परिसंपत्तियों के लिए सोमवार (25 नवंबर) को कुल पांच कंपनियों से बोली मिलने की संभावना है।
दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत चल रही निजी क्षेत्र की दूर संचाकार कंपनी रिलायंस कम्यूनिकेशंस के कर्जदाताओं ने चेयरमैन अनिल अंबानी तथा चार अन्य निदेशकों का कंपनी से इस्तीफा नामंजूर कर दिया
दूरसंचार क्षेत्र की कंपनी भारती एयरटेल ने रिलायंस कम्युनिकेशंस (आर कॉम) की संपत्ति खरीदने को लेकर सौंपी गई अपनी बोली वापस ले ली है।
क्सिस ट्रस्टी सर्विसेस के पास गिरवी रखे गए आरकॉम शेयर पर बीएसई फाइलिंग में कहा गया है कि 31.82 करोड़ शेयरों को 16 अगस्त 2019 को गिरवी रखा गया है।
इससे पहले 3 जुलाई को एनसीएलएटी ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। रिलायंस इंफ्राटेल, आरकॉक की अनुषंगी है और वर्तमान में कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रक्रिया के तहत है।
आरकॉम अनिल अंबानी समूह की पहली कंपनी है, जिसे दिवालिया घोषित किया गया है। कंपनी पर बैंकों का 50,000 करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज बकाया है।
भारती एयरटेल ने 2,745.8 करोड़ रुपए का भुगतान किया है, जबकि रिलायंस जियो ने 1,109.1 करोड़ रुपए चुकाये हैं।
एनसीएलएटी के चेयरमैन एस.जे. मुखोपाध्याय की अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय पीठ का मानना है कि यदि आरकॉम के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया की अनुमति दी जाती है तो एरिक्सन को 550 करोड़ रुपए वापस लौटाने पड़ सकते हैं।
अनिल अंबानी ने अपने एक बयान में कहा कि इस मुश्किल घड़ी में मेरा साथ देने और समय पर समर्थन देकर हमारे मजबूत पारिवारिक मूल्यों के प्रति सच्चे बने रहने के महत्व का प्रदर्शन करने के लिए मैं अपने आदरणीय बड़े भाई मुकेश अंबानी और भाभी नीता अंबानी को दिल से धन्यवाद देता हूं।
पिछले साल, आरकॉम ने अपने 46,000 करोड़ रुपए के कर्ज को कम करने के लिए 122.4 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम और 43,000 टेलीकॉम टावर्स को बेचने के लिए रिलायंस जियो के साथ एक करार किया था।
कंपनी को सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय की गई मंगलवार तक की समयसीमा के भीतर यह भुगतान करना था।
बीएसएनएल ने इस मामले के लिए सिंह एंड कोहली लॉ फर्म को जोड़ा है। सभी सर्कल कार्यालयों से चालान जमा करने के कारण मामला दाखिल में देरी हुई है।
कर्ज के बोझ तले दबी रिलायंस कम्युनिकेशंस का 21.5 करोड़ रुपए का बकाया चुकाया जाना अभी बाकी है।
कंपनी 118 करोड़ रुपए पहले ही शीर्ष अदालत के पास जमा कर चुकी है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़