एक देश-एक चुनाव का अर्थ है लोक सभा, सभी राज्य विधान सभाओं और स्थानीय निकायों यानी नगर पालिकाओं और पंचायतों के लिए एक साथ चुनाव कराना। इसे लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
देश के कुल 46 राजनीतिक दलों से भी एक राष्ट्र-एक चुनाव को लेकर सुझाव मांगे गए थे। इनमें से 17 राजनीतिक दलों ने अपने सुझाव लोगों को सौंपे हैं।
पूर्व राष्ट्रपति और ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर उच्च स्तरीय समिति के प्रमुख रामनाथ कोविंद ने एक साथ चुनाव कराने के मुद्दे पर पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्तों (सीईसी) और सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के साथ विचार-विमर्श शुरू कर दिया है।
वाशिंगटन डीसी में विश्व संस्कृति महोत्सव के दूसरे दिन भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संबोधन दिया और आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने 180 देशों के लोगों के साथ वैश्विक शांति की प्रार्थना की।
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बनी इस समिति में गृह मंत्री अमित शाह और लोक सभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी समेत कुल आठ लोगों को जगह दी गई थी।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार वन नेशन वन इलेक्शन की बात कह चुके हैं। उन्होंने संसद के अंदर भी कई मौकों पर वन नेशन वन इलेक्शन की बात कही है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील भी की थी वे इस फॉर्मूले पर साथ आएं।
स्पेशल ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन काफी शानदार रहा। टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने इस मेगा इवेंट में 202 मेडल जीतकर भारत का नाम ऊंचा करने का काम किया है।
First person of India: भारत का प्रथम नागरिक राष्ट्रपति होता है और दूसरा उपराष्ट्रपति होता है। प्रधानमंत्री देश के तीसरा नागरिक होते हैं। और आपके राज्य के राज्यपाल चौथे नागरिक होते हैं।
PM Modi: देश के 14 वें राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविंद का कार्यकाल रविवार, 24 जुलाई को समाप्त हो गया और 25 जुलाई को द्रौपदी मुर्मू ने भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की।
Ram Nath Kovind Farewell Speech: भारत के निवर्तमान राष्ट्रपति ने पद छोड़ने से पहले आज देश को शाम 7 बजे संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मैं देश की जीवंत लोकतांत्रिक व्यवस्था की ताकत को सलाम करता हूं। मैं भाग्यशाली हूं कि मैंने भारत के राष्ट्रपति के पद पर 5 सालों तक काम किया।
Ram Nath Kovind: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज (24 जुलाई 2022) को रिटायर हो जाएंगे। द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को देश की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रिटायर होने के बाद भी रामनाथ कोविंद को कितनी बेहतरीन सुख सुविधाएं मिलेंगी।
Draupadi Murmu: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को सुबह करीब सवा 10 बजे संसद के केंद्रीय कक्ष में होगा। जहां सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एन.वी.रमण उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाएंगे।
President Ram Nath Kovind Farewell:लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सांसदों की ओर से राष्ट्रपति कोविंद को प्रशस्ति पत्र भेंट करेंगे। राष्ट्रपति कोविंद को एक स्मृति चिह्न और सांसदों के हस्ताक्षर वाली एक किताब भी भेंट की जाएगी।
Ram Nath Kovind: देश के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर 25 जुलाई 2017 को शपथ लेने वाले कोविंद पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद रविवार को राष्ट्रपति भवन से विदाई लेंगे।
President Ram Nath Kovind: विदाई समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला राष्ट्रपति कोविंद के लिए विदाई भाषण देंगे और साथ ही संसद सदस्यों की ओर से राष्ट्रपति को एक प्रशस्ति पत्र भी देंगे।
President House: सूत्रों के मुताबिक बंगले की साफ सफाई के साथ ही पेंटिंग का काम भी कुछ हिस्सों में चल रहा है। 15 जुलाई तक काम पूरा कर लिए जाने का टारगेट है। राष्ट्रपति यहां अपनी पत्नी के साथ 25 जुलाई को शिफ्ट हो जाएंगे। हालांकि कहा जा रहा है कि वे यहां शिफ्ट होने के बाद कुछ दिनों के लिए कंपुर देहात में स्थित अपने गांव परखवां जाएंगे।
President Ramnath Kovind: बांके बिहारी मंदिर, वीआईपी रोड पर लंगूर की तैनाती की जिम्मेदारी वन विभाग को दी गई थी। वन विभाग ने भ्रतिया गांव के रहने वाले रामनिवास से 6 लंगूर मंगाए। ट्रेनर राम निवास के साथ लाए गए ये लंगूर पूरी तरह से ट्रेंड हैं। इन लंगूरों को देखकर सड़कों पर उतर कर समान ले जाने वाले बंदर दूर ही छतों पर रहे।
Congress Leaders to meet President: कांग्रेस ने कहा कि सोमवार शाम 5 बजे पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेगा और ‘दिल्ली पुलिस द्वारा सांसदों की पिटाई और उन पर हमला किए जाने’ का विषय राष्ट्रपति के ध्यान में लाएगा।
President Election: राष्ट्रपति कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है और उनके उत्तराधिकारी को इससे पहले नियुक्त किया जाएगा। चुनाव के लिए अधिसूचना 15 जून को जारी की जाएगी और 29 जून नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख होगी।
President Election in India: माना ये जा रहा है कि बीजेपी राष्ट्रपति पद के लिए आदिवासी उम्मीदवार उतारने पर विचार कर रही है। अगर ऐसा हुआ तो देश को पहली बार कोई आदिवासी राष्ट्रपति मिलेंगे।
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