आर्थिक समीक्षा 2023-24 में मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने नीतिगत दर निर्धारण की प्रक्रिया से खाद्य मुद्रास्फीति को बाहर रखने की वकालत की थी।
पूर्व आरबीआई गवर्नर का कहना है कि भारत अपने डेमोग्राफिक डिविडेंड का फायदा नहीं उठा रहा है। जबकि चीन या कोरिया ने अपने डेमोग्राफिक डिविडेंड का काफी फायदा उठाया था।
Raghuram rajan on chip manufacturing : आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भारत सरकार के चिप मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस करने की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यह एक विनाशकारी दौड़ है।
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में सीएम रेवंत रेड्डी ने भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के साथ बैठक की। दोनों के बीच काफी देर तक बैठक चली। इस दौरान रघुराम राजन ने सीएम रेड्डी को कई जरूरी सुझाव भी दिए।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन पर निशाना साधते हुए कहा है कि वह किसी की ओर से पीछे से वार कर रहे हैं।
केंद्र की पीएलआई स्कीम की हाल के दिनों में रघुराम राजन ने कड़ी आलोचना की है, राजन के मुताबिक ज्यादातर कंपनियां चीन से आयातित पार्ट को भारत में असेंबल कर रही हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने दो दिन पहले एक साक्षात्कार में कहा था कि जीडीपी वृद्धि के आंकड़े इसके खतरनाक रूप से हिंदू वृद्धि दर के बेहद करीब पहुंच जाने के संकेत दे रहे हैं।
आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने साक्षात्कार के दौरान भारतीय बैंकों को खुदरा ऋण देने की दिशा में उनके बदलाव के प्रति आगाह भी किया, क्योंकि उन्होंने कहा था कि मंदी के मामले में संभावित जोखिम हो सकते हैं।
यह तर्क अपरिपक्व है कि भारत चीन की जगह ले लेगा। इसकी वजह यह है कि भारत की अर्थव्यवस्था चीन की तुलना में अभी बहुत छोटी है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मीडिया से कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में इस तरह के निराशावादी नजरिये की वजह खुद राजन ही बता सकते हैं।
भारत में मुद्रास्फीति बढ़ रही है। एक समय पर आरबीआई को दुनिया के अन्य देशों की तरह नीतिगत दर बढ़ानी पड़ेगी।
उन्होंने कहा कि इन सभी का ‘लक्षण’ कमजोर उपभोक्ता मांग है। विशेषरूप से व्यापक स्तर पर इस्तेमाल वाले उपभोक्ता सामान की मांग काफी कमजोर है।
राजन आगे तर्क देते हुए कहा कि अधिकांश क्रिप्टोकरेंसी का वजूद सिर्फ इसलिए है क्योंकि केवल इसलिए है मूर्ख लोग उन्हें खरीदना चाहते हैं। इनकी कीमतों में एक दम उछाल आना भी ऐसे निवेशकों को आकर्षित करता है।
आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए वृद्धि अनुमान को 10.5 प्रतिशत से घटाकर 9.5 प्रतिशत कर दिया है, जबकि आईएमएफ ने 2021 में 9.5 प्रतिशत और इसके अगले साल 8.5 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है।
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने शनिवार को कहा कि स्वतंत्रता के बाद कोविड-19 महामारी देश की शायद सबसे बड़ी चुनौती है। राजन ने साथ ही कहा कि कई जगहों पर विभिन्न कारणों के चलते सरकार लोगों की मदद के लिए मौजूद नहीं थी।
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर एकबार फिर चेतावनी जारी की है। भारतीय अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे महामारी के झटके से बाहर निकल रही है।
रिजर्व बैंक के द्वारा गठित एक आंतरिक कार्य समूह (आईडब्ल्यूजी) ने पिछले सप्ताह कई सुझाव दिये थे। इन सुझावों में यह सिफारिश भी शामिल है कि बैंकिंग विनियमन अधिनियम में आवश्यक संशोधन करके बड़े कॉरपोरेट घरानों को बैंक शुरू करने का लाइसेंस दिया जा सकता है।
रघुराम राजन नेे कहा कि देश के निर्यातकों को अपने निर्यात को सस्ता रखने के लिए आयात करने की जरूरत होती है ताकि उस आयातित माल का इस्तेमाल निर्यात में किया जा सके।
रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने बुधवार को कहा कि सरकार का ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान का परिणाम संरक्षणवाद के रूप में नहीं आना चाहिए।
रघुराम राजन ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण भारत की अर्थव्यवस्था को अमेरिका और इटली से कही ज्यादा नुकसान हुआ है, जो इस बिमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं
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