रूस ने न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन या परमाणु नीति को बदल दिया है। यह बदलाव उस समय हुआ है जब रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। रूस उन गिने-चुने देशों में शामिल है जिसके पास दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु हथियारों का भंडार है।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन अपने परमाणु बमों का जखीरा बढ़ाना चाहते हैं। अभी उनके पास करीब 50 परमाणु हथियार हैं। मगर वह इसकी संख्या 150 के पार ले जाना चाहते हैं। किम ने परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ाने के लिए प्रतिबंधित न्यूक्लियर यूरेनियम साइट का निरीक्षण किया है।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट का कहना है कि ईरान ने अपने समृद्ध यूरेनियम भंडार को हथियार-ग्रेड स्तर के करीब तक बढ़ा लिया है। जानकारी के मुताबिक, ईरान हथियार बनाने से बस छोटे से तकनीकी कदम की दूरी पर है।
ईरान में भले ही राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद सत्ता बदल गई हो, लेकिन उसके इरादे नहीं बदले हैं। नए राष्ट्रपति डॉ. मसूद पेजेशकियन के कार्यकाल में भी ईरान अपने परमाणु इरादों के साथ तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार तेहरान परमाणु बम बनाने के काफी करीब पहुंच चुका है।
पाकिस्तान के पूर्व वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने परमाणु हथियार के इस्तेमाल को लेकर मुल्क का रूख स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान परमाणु हथियारों के No First Use की नीति का पालन नहीं करता है।
संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निगरानी निकाय की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ईरान ने अपने संवर्धित यूरेनियम भंडार को हथियार बनाने के लेवल तक पहुंचा लिया है।
आज भारत के पास जो परमाणु बम है, वो न होता अगर 18 मई 1974 को देश के महान वैज्ञानिकों ने उसका सफलतापूर्वक परीक्षण न किया होता। ये कहानी है भारत के पहले परमाणु बम परीक्षण की, जिसे नाम दिया गया ऑपरेशन स्माइलिंग बुद्धा
रूस ने पहली बार सार्वजनिक रूप से सामरिक परमाणु हथियारों के साथ सैन्य अभ्यास का ऐलान किया है। ऐसे में सवाल उठता है कि सामरिक परमाणु हथियार कितने शक्तिशाली होते हैं और कितनी तबाही मचा सकते हैं।
रूसी रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि सैन्य अभ्यास के दौरान परमाणु हथियारों को भी शामिल किया जाएगा। यूक्रेन से जंग के बीच पहली बार रूस ने इस तरह की घोषणा की है।
जापोरीजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में हुए हमलों के बाद रूस और यूक्रेन एक दूसरे पर इसका आरोप मढ़ रहे हैं। लेकिन इस बीच अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने बड़ी बात कही है।
उत्तर कोरिया के सैन्य शासक किम जोंग उन ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। किम ने कहा है कि युद्ध का समय आ गया है और इसके लिए तैयार रहना होगा।
चीन से चार कदम आगे चलते हुए उत्तर कोरिया परमाणु बम बनाने का पूरा जतन कर चुका है। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने चेताया है कि किम जोंग उन अमेरिका से मुकाबला करने के लिए अपनी सैन्य ताकत को मजबूत करने के मद्देनजर यह कदम उठा रहे हैं। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार उत्तर कोरिया के पास 100 से अधिक परमाणु हथियार हैं।
रूस ने यूक्रेन पर फिर बहुत ही घातक प्रहार किया है। इससे यूक्रेन के दक्षिणी खेरसॉन में अब तक 6 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 5 दर्जन से अधिक इमारतों के परखच्चे उड़ गए हैं। यह हमला क्लस्टर बमों से किया गया है, जो एक बार ब्लास्ट होने के बाद कई छोटे-छोटे बमों में तब्दील हो जाते हैं।
इजरायल के एक मंत्री ने गाजा पर परमाणु बम से हमला करने को भी विकल्प बताकर खलबली मचा दी है। इजरायल के विरासत मंत्री अमीचाई एलियाहू ने एक सवाल के जवाब में कहा कि गाजा पट्टी पर परमाणु बम से हमला करना भी एक विकल्प है।
इजरायल-हमास युद्ध और रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते तीसरे विश्व युद्ध का खतरा गहराता जा रहा है। ऐसे में अमेरिका ने दुनिया को चौंकाने वाली घोषणा की है। अमेरिका ने ऐलान किया है कि वह ऐसा घातक परमाणु बम बनाने जा रहा है, जो 1945 में जापान के हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम से 24 गुना अधिक विस्फोटक होगा।
अमेरिका और रूस जहां प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जंग मे उलझे हैं। वहीं तेजी से बड़ी ताकत के रूप में उभर रहा चीन गुपचुप तरीके से अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ा रहा है। जानिए अभी चीन, रूस और अमेरिका के पास कितने परमाणु हथियार हैं। चीन के पास 2030 तक कितने परमाणु बम हो जाएंगे?
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया की बर्बादी का सामान जुटाना शुरू कर दिया है। ये दोनों ही देश उत्तर कोरिया के जानी दुश्मन हैं। अक्सर इन देशों से किम की ठनी रहती है। रूस-यूक्रेन युद्ध में मास्को को परमाणु मिसाइल और गोला-बारूद की आपूर्ति के बदले उन्हें पुतिन से परमाणु बमवर्षक विमान चाहिए।
पाकिस्तान भले ही दाल-रोटी और आटे, चावल व सब्जी के लिए तरस रहा हो, लेकिन वह तेजी से अपने परमाणु जखीरे को बढ़ा रहा है। यह बात हम नहीं कह रहे , बल्कि एक अमेरिकी वैज्ञानिक ने एक रिपोर्ट में दावा किया है। अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2025 तक पाकिस्तानी परमाणु हथियारों की संख्या 170 से बढ़कर 200 से अधिक हो सकती है।
ईरान के परमाणु कार्यक्रमों को लेकर अमेरिका के खुफिया विभाग ने बेहद गुप्त रिपोर्ट जारी की है। बता दें कि ईरान पिछले कई वर्षों से परमाणु बम बनाने के लिए यूरेनियम संवंर्धन भी कर रहा है और वह इसके काफी करीब भी पहुंच गया है। मगर खुफिया रिपोर्ट कहती है कि ईरान अभी ऐसा कोई परमाणु हथियार नहीं बना रहा। हालांकि वह सक्रिय है।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि बेलारूस भेजे गए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल तभी किया जाएगा जब उनके देश पर कोई खतरा होगा।
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