यूक्रेन में रूस के लिए फ्रंट मोर्चे पर लड़ रहे 200 से अधिक उत्तर कोरियाई सैनिकों के मारे जाने का दावा किया गया है। बता दें कि उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने रूस की मदद के लिए 10 से 12 हजार सैनिक तथाकथित रूप से भेजे थे।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल देश में मार्शल लॉ लगाने के असफल प्रयास के चलते घिरते जा रहे हैं। साउथ कोरिया की संसद में सांसद राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित हो गया है।
दक्षिण कोरिया में आपातकालीन मॉर्शल लॉ लगाने की कोशिश में राष्ट्रपति साथ देने वाले पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने आत्महत्या का प्रयास किया है। किम योंग ने खुदकशी के लिए अंडरवियर का इस्तामाल किया था।
साउथ कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल ने हाल ही में देश में मार्शल लॉ लगाया था। अब राष्ट्रपति ने देश में अचानक से मार्शल लॉ लगाने के लिए माफी मांगी है। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि उनका राजनीतिक भविष्य उनकी पार्टी तय करेगी।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। मार्शल लॉ लागू करने को लेकर विपक्ष ने संसद में महाभियोग प्रस्ताव पेश किया है।
साउथ कोरिया की मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी ने राष्ट्रपति यून सुक-योल से तत्काल पद छोड़ने की मांग की है। डेमोक्रेटिक पार्टी ने कहा कि अगर वह पद नहीं छोड़ते हैं तो उनके खिलाफ महाभियोग चलाया जाएगा।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति तानाशाही के रास्ते पर चलने निकले थे लेकिन इसमें वो सफल नहीं हो सके। देश को लोगों और संसद ने राष्ट्रपति यून सुक-योल के फैसले का जमकर विरोध किया। राष्ट्रपति को अपने फैसले से पीछे हटना पड़ा है।
साउथ कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल ने मार्शल लॉ हटाने की घोषणा कर दी है। राष्ट्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने इसकी जानकारी दी। संसद में भारी विरोध के बाद इसे अमान्य करार दिया गया था।
रूस और उत्तर कोरिया के बीच सैन्य वार्ता के दौरान किम जोंग उन ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस को खुला समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। इससे NATO और अमेरिका चिंतित हो गए हैं।
टेक्नोलॉजी के दौर में इंटरनेट और स्मार्टफोन बेहद जरूरी बन चुके हैं। इनके बिना कुछ घंटे बिताना भी मुश्किल हो गया है। भारत में तो बिना किसी प्रतिबंध के इंटरनेट इस्तेमाल किया जाता है लेकिन, एक देश ऐसा है जहां पर बाहरी इंटरनेट का इस्तेमाल करना किसी जुर्म से कम नहीं है।
यूक्रेन से जंग के बीच रूसी रक्षामंत्री आंद्रेई बेलौसोव शुक्रवार को उत्तर कोरिया पहुंच गए हैं, जहां उनका ग्रैंड वेलकम किया गया। रूसी रक्षामंत्री के उत्तर कोरिया पहुंचते ही अमेरिका से NATO तक अलर्ट मोड में आ गए हैं। किसी भी तरह की सैन्य डील पर वह नजर बनाए हुए हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में उत्तर कोरिया ने अपने सैनिकों को रूस भेजा है। उत्तर कोरिया से मिले इस समर्थन के बदले रूस ने भी उसकी बड़ी मदद की है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने बड़े पैमाने पर विस्फोटक ड्रोन के उत्पादन का आदेश दिया है। किम ने यह भी कहा कि ड्रोन आधुनिक युद्ध में महत्वपूर्ण होते जा रहे हैं।
उत्तर कोरिया द्वारा जीपीएस में बड़े पैमाने पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगा है। दक्षिण कोरिया की सेना का कहना है कि सीमा पार से जीपीएस से इस तरह छेड़छाड़ की गई कि दर्जनों उड़ानों पर इसका विपरीत असर देखा गया।
अमेरिका में एक तरफ जहां चुनाव हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ उत्तर कोरिया ने समुद्र में एक के बाद एक कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागकर सनसनी मचा दी है।
चीन ने उत्तर कोरिया के इस कदम पर अभी तक सार्वजनिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की है। जबकि चीन ने रूस के साथ ‘‘असीमित’’ साझेदारी स्थापित की है और वह उत्तर कोरिया का एक प्रमुख सहयोगी भी रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि बीजिंग रूस और उत्तर कोरिया के बीच घनिष्ठ सैन्य साझेदारी को शायद स्वीकार नहीं करेगा।
उत्तर कोरिया ने हाल ही में एक नई अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल Hwasong-19 की टेस्टिंग की और दावा किया है कि यह मिसाइल अमेरिका की मुख्य भूमि तक हमला कर सकती है।
उत्तर कोरिया लगातार मिसाइलों का परीक्षण करता रहा है। इस बार उत्तर कोरिया ने बेहद घातक बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है। टेस्ट के दौरान उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन परीक्षण स्थल पर मौजूद थे।
उत्तर कोरिया के एक कदम ने अमेरिका की टेंशन बढ़ा दी है। दरअसल उत्तर कोरिया ने यूक्रेन के खिलाफ लड़ने के लिए करीब 10 हजार सैनिक रूस भेजे हैं।
दक्षिण कोरिया के बाद अमेरिका ने भी उत्तर कोरिया द्वारा अपने सैनिकों को रूस भेजे जाने का दावा किया है। अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि उत्तर कोरियाई सैनिकों के रूस पहुंचने के उनके पास सारे सबूत हैं।
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