नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए व्यक्तिगत रैलियां कर रहे हैं। इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजा वडिंग ने बिना नाम लिए सिद्धू को चेतावनी दे दी है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब की जेलों के अंदर ड्रग्स बेची जा रही है। उन्होंने कार्रवाई नहीं करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की आलोचना की।
पंजाब कांग्रेस के नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर बताया है कि उनके घर की छत पर एक संदिग्ध शख्स कंबल ओढ़कर बैठा था और नौकर के अलार्म बजाते ही भाग गया। सिद्धू ने इसे लेकर डीजीपी से बात की है।
इस दौरान उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि आज नई दिल्ली में मेरे मेंटर और दोस्त राहुल जी और मार्गदर्शक प्रियंका जी से मुलाकात की। आप मुझे जेल में डाल सकते हैं, मुझे डरा सकते हैं, मेरे सभी वित्तीय खातों को ब्लॉक कर सकते हैं।
वर्ष 1988 के ‘रोडरेज’ मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा एक साल की सश्रम कारावास की सजा सुनाये जाने के बाद सिद्धू ने पटियाला की एक अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके बाद अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया था।
कांग्रेस पार्टी के नेता नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला जेल से रिहा हो चुके हैं। रोड रेज के मामले में सिद्धू को 1 साल की सजा सुनाई गई थी।
सिद्धू के वकील एचपीएस वर्मा ने शुक्रवार को कहा कि नवजोत सिद्धू के परिवार को पटियाला जेल से उनकी रिहाई के संबंध में अधिकारियों से सूचना मिली है।
नवजोत कौर सिद्धू ने लिखा, हर दिन बाहर रहकर आपकी रिहाई का इंतजार करना बेहद कष्टदायक है। हमेशा की तरह आपके दर्द को दूर करने की कोशिश में हूं। बार-बार आपको न्याय से वंचित देखकर आपका इंतजार कर रही हूं।
नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। उनकी रिहाई तय समय पर ही होगी।
ऐसी अटकलें थीं कि नवजोत सिंह सिद्धू उन 50 कैदियों में शामिल हो सकते हैं जिन्हें गणतंत्र दिवस पर विशेष छूट दी जा सकती है। सिद्धू की टीम ने बुधवार शाम सिद्धू के आधिकारिक फेसबुक पेज पर कांग्रेस नेता के स्वागत के लिए रूट मैप पोस्ट किया था।
जेल विभाग के मुखिया होने के नाते सिद्धू समेत तमाम कैदियों की फाइल मुख्यमंत्री भगवंत मान के पास मौजूद है, लेकिन अब तक इसे कैबिनेट में मंजूरी नहीं मिली है।
पटियाला जेल में पिछले 6.5 महीनों से रोडरेज के मामले में सजा काट रहे नवजोत सिंह सिद्धू के लिए नए साल का जनवरी का महीना खुशखबरी भरा हो सकता है।
Navjot Singh Sidhu: नवजोत सिंह सिद्धू को अपनी जान जाने का डर सता रहा है। वे इन दिनों जेल में बंद हैं। जेल का खाना उन्हें रास नहीं आ रहा है। लिहाजा उन्होंने सुपरिंटेंडेंट को इस मामले में एक लेटर लिखा है। इस लेटर में उन्होंने अपने लिए सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने जेल का खाना खाने से भी इनकार कर दिया है।
नवजोत सिंह सिद्धू को दोपहर में पीजीआईएमईआर में भर्ती किया गया, जहां उन्हें पटियाला जेल से भारी सुरक्षा के बीच लाया गया था। अस्पताल में और भी जांच किए जाने की उम्मीद है।
सिद्धू इस समय पटियाला जेल में हैं और 33 साल पुराने रोड रेज केस में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई सजा काट रहे हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचे हैं। पटियाला कोर्ट के बाहर नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थक बड़ी संख्या में खड़े हैं। सिद्धू ने संकेत दिए थे कि वे खुद को कानून के हवाले करेंगे।
मामला दिसंबर 1988 में पटियाला निवासी गुरनाम सिंह की मौत से जुड़ा है, जब नवजोत सिंह सिद्धू और एक दोस्त ने रोड रेज की घटना में उस पर हमला किया था। कोर्ट ने मई 2018 में सिद्धू को मामले में 65 वर्षीय व्यक्ति को "जानबूझकर चोट पहुंचाने" के अपराध का दोषी ठहराया था, लेकिन 1,000 रुपये का जुर्माना लगाकर छोड़ दिया था।
पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी ने सिद्धू की शिकायत की है जिसके बाद सिद्धू को अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन अनुशासनात्मक समिति के सदस्यों के न होने के चलते अभी कोई फैसला नहीं लिया जा सका है। चौधरी ने पार्टी लाइन के खिलाफ बोलने के लिए सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी पत्र लिखा है।
इससे पहले प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने से मना कर दिया था। इस मौके पर पीके ने ये भी कहा था कि कांग्रेस को मेरी जगह नेतृत्व और सामूहिक इच्छाशक्ति की जरूरत है।
हैरानी की बात ये है कि एक तरफ सिद्धू केजरीवाल पर निशाना साध रहे हैं और दूसरी तरफ पंजाब के सीएम भगवंत मान की तारीफ कर रहे हैं।
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