डॉ. रमेश चंद त्यागी को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश की रक्षा परियोजनाओं पर काम करने के लिए भारत बुलाया था। उनका एक प्रतिष्ठित करियर था, जिसमें 1970 के दशक में नासा के साथ काम करना और बाद में DRDO की सॉलिड स्टेट फिजिक्स प्रयोगशाला में कार्य करना शामिल था।
यह वही एपोफिस एस्टेरॉयड है, जिसे लेकर ISRO चीफ डॉ. एस. सोमनाथ ने चेतावनी दी थी कि ये खतरनाक है। इस एस्टेरॉयड की टक्कर वाली जगह से चारों तरफ करीब 20 km के इलाके में सामूहिक संहार हो जाएगा। किसी तरह के जीव-जंतुओं की आबादी नहीं बचेगी।
सुनीता विलियम्स अपने साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विलमोर के साथ जून से ही अंतरिक्ष पर हैं। दोनों ही 6 जून को अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे थे। वहीं, अब दीपावली को लेकर सुनीता विलियम्स ने खास वीडियो संदेश दिया है।
पृथ्वी की तरफ एक बड़ा सौर तूफान तेजी से बढ़ रहा है। इसके पृथ्वी से टकराने के बाद क्या-क्या परेशानियां आ सकती हैं, भारत में इसका क्या असर हो सकता है, जानिए।
नासा के वेब टेलीस्कोप ने प्लूटो ग्रह के सबसे बड़े चांद चारोन की सतह पर कार्बन डाय ऑक्साइड तलाश लिया है। जानिए प्लूटो ग्रह के इस चांद चारोन के बारे में खास बातें।
मंगल के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र पर हाल के शोध से ग्रह की सतह के नीचे विशाल, छिपी हुई संरचनाओं का पता चला है, जहां एक बार एक प्राचीन महासागर बहता था।
पृथ्वी को दो महीने के लिए मिनी मून का तोहफा मिलने जा रहा है, यानी आसमान पर दो चांद दिखाई देंगे। मिनी मून इस वर्ष 29 सितंबर से 25 नवंबर तक पृथ्वी की परिक्रमा करेगा। जानें रोचक तथ्य।
‘स्टारलाइनर’ के अंतरिक्ष स्टेशन से रवाना होने के बाद सुनीता विलियम्स ने रेडियो संदेश में कहा, ‘‘वह अपने घर जा रहा है।’’ विलियम्स और विल्मोर को ‘स्टारलाइनर’ के अंतरिक्ष की उड़ान भरने के एक सप्ताह बाद जून में पृथ्वी पर लौटना था, लेकिन यान के ‘थ्रस्टर’ में समस्या आने और हीलियम लीक होने के कारण दोनों अंतरिक्ष में फंस गए।
गांव के लोगों ने खुद का रॉकेट लॉन्च कर सबको चौंका दिया। मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसे देख आप भी हैरान रह जाएंगे।
बोइंग का स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट बगैर सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर के धरती पर लौट आया है। ऐसे में अब सवाल ये उठने लगे हैं कि आखिर दोनों वैज्ञानिकों की वापसी कैसे होगी। चलिए बताते हैं नासा की आगे की योजना क्या है।
स्टारलाइनर यानी बोइंग का अंतरिक्ष विमान जिसे बीते दिनों स्पेस में भेजा गया था, वह वापस धरती पर लौट आया है लेकिन सुनीता विलियम्स और अन्य वैज्ञानिकों के बगैर। आखिर इसके पीछे क्या कारण है चलिए बताते हैं।
दरिया कावा मिर्ज़ा ने चांद की सबसे अद्भुत तस्वीर ली है, जिसे चंद्रमा की अब तक खींची गई, "सबसे स्पष्ट छवि" के रूप में वर्णित किया है। यह तस्वीर उनके चार दिनों के निरंतर चांद को निहारने और शूटिंग का परिणाम थी।
नासा के एक अंतरिक्ष यात्री ने चंद्रमा की ऐसी अद्भुत तस्वीर शेयर की है जिसे देखकर आप भी कहेंगे-अरे वाह, इस चांद ने तो दिमाग हिला दिया है।
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में फंसी हुई हैं। इस बीच नासा ने एक बड़ा अपडेट दिया है और बताया कि वह कब वापस धरती पर लौटेंगी।
क्या मंगल पर जीवन संभव है, इस सवाल का जवाब हम बरसों से तलाश रहे हैं। अब नासा ने कई तरह के सूत्र ढूंढ लिए हैं जिससे लगता है कि आने वाले समय में मंगल पर भी जीवन की संभावना होगी।
नेशनल मिशन असाइनमेंट बोर्ड ने दो गगनयात्रियों अंतरिक्ष यात्रियों- ग्रुप कैप्टन शुक्ला (प्रधान) और ग्रुप कैप्टन नायर के नाम की सिफारिश की है। इन्हें अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर उड़ान भरने की मंजूरी दी जाएगी।
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी को लेकर नासा ने बड़ा अपडेट दिया है। नासा ने कहा है कि अंतरिक्ष यात्री कब वापस लौटेंगे इस बारे में अभी कोई तारीख तय नहीं की गई है।
सुनीता विलियम्स के अंतरिक्ष से जल्द वापस लौटने की संभावना है। उनके जल्द वापसी को लेकर नासा नई तारीख जारी कर सकता है। बता दें कि सुनीता विलियम्स 6 जून से ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद हैं।
ताजा अध्ययन में ये बात सामने आई है कि बुध ग्रह की सतह पर सैंकड़ों मील तक हीरे की मोटी परत हो सकती है। अध्ययन के नतीजे नेचर कम्युनिकेशंस पत्रिका में प्रकाशित हुए थे। जानें पूरी डिटेल्स-
नासा ने चंद्रमा पर पानी की खोज करने वाले अपने मिशन को टाल दिया है। नासा ने इसके लिए चांद पर एक लैंडर भेजने की तैयारी की थी। मगर अब अचानक अपनी योजना को रद्द कर दिया है।
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