उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। इस बार यूपी की एक सीट पर दिलचस्प मुकाबला माना जा रहा है। इस सीट पर लालू यादव और मुलायम सिंह यादव के दामाद के बीच मुकाबला है।
सीएम अरविंद केजरीवाल और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आज संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी जिसमें सीएम केजरीवाल स्वाति मालीवाल मारपीट प्रकरण से जुड़े सवालों से किनारा करते दिखे। लेकिन अखिलेश यादव ने ऐसा बेतुका जवाब दे दिया कि वो अब बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं।
Loksabha Election 2024: यूपी की राजनीति में धमक रखने वाला सैफई परिवार यानी मुलायम सिंह यादव के परिवार के कई सदस्य इस बार चुनावी मैदान में हैं। कुल 5 सदस्य लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। साथ ही समाजवादी राजनीति की प्रयोगशाला में मुलायम सिंह यादव के दो भतीजे भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
बिहार विधानसभा में महिलाओं पर दिए गए विवादित बयान पर नीतीश कुमार ने माफी मांग ली है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब किसी राजनेता ने महिला पर टिप्पणी की है। इससे पहले भी कई बार महिलाओं को लेकर विवादित टिप्पणी की जा चुकी है।
मुलायम सिंह ने अपने जीवन की शुरुआत एक शिक्षक के रूप में की थी। बाद में वह राजनीति में उतर आए और उन्होंने राजनीति जगत में काफी बुलंदियां पाईं। उन्हें जनता प्यार से नेताजी और धरती पुत्र के नाम से संबोधित करती थी।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को रहस्त्र्पति ने पद्म विभूषण से सम्मानित किया है। यह अवार्ड लेने के लिए उनके बेटे अखिलेश यादव राष्ट्रपति भवन पहुंचे थे।
2005 में विश्वनाथ चतुर्वेदी नाम के वकील ने यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह, उनके बेटे अखिलेश यादव, बहु डिंपल यादव और दूसरे बेटे प्रतीक यादव के ऊपर आय से करोड़ों अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाते हुए जनहित याचिका दायर की थी।
आरएसएस की तीन-दिवसीय वार्षिक आमसभा रविवार को हरियाणा के पानीपत में शुरू हुई, जिसमें संगठन ने ऐसे राजनीतिक नेताओं और प्रख्यात हस्तियों को श्रद्धांजलि दी, जिनका पिछले एक साल में निधन हुआ है।
बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव के बड़े बेटे और बिहार सरकार के पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव लगातार सुर्खियों में रहते हैं। कभी वह अपने विवादित बयानों की वजह से चर्चा में आते हैं और कभी अपने आध्यात्मिक व्यवहार की वजह से उनके बारे में बात होती है।
इटावा जिला पंचायत के अध्यक्ष सपा प्रमुख अखिलेश यादव के चचेरे भाई अभिषेक यादव हैं और यह प्रस्ताव उन्होंने ही रखा था। वहीं पार्टी सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी विधानसभा ले आगामी बजट सत्र में भी जिले का नाम बदलने की सरकार से मांग करेगी।
ये पूछे जाने पर कि क्या इस निर्णय के पीछे यादव वोट बैंक साधने की मंशा थी, योगी ने कहा - "भाजपा कभी वोट बैंक की राजनीति नहीं करती. हम दल से ऊपर देश का हित देखते हैं। अन्य दल ऐसा क्यों नहीं कर सकते। जिनकी डिक्शनरी में कृतज्ञता शब्द है ही नहीं, ऐसे लोगों को कोई उपदेश न देना ही बेहतर है।"
संजय राऊत ने कहा कि जब अयोध्या का आंदोलन चल रहा था तो मुलायम सिंह यादव ने कारसेवकों पर गोलियां चलाने का आदेश दिया था।
स्वामी प्रसाद ने ट्वीट कर लिखा, "भारत सरकार ने नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत पद्म विभूषण पुरस्कार देकर, नेताजी के व्यक्तित्व, कृतित्व एवं राष्ट्र के प्रति किये गये योगदान का उपहास उड़ाया है।"
मुलायम सिंह समेत कुल 6 हस्तियों को पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा जबकि 9 हस्तियों को पद्म भूषण दिया जाएगा। वहीं 91 हस्तियों को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।
साल 2022 में कई हस्तियों ने इस दुनिया को अलविदा कहा। इनमें स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर से लेकर समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव तक के नाम शामिल हैं। जानिए राजनीति और कला जगत की किन बड़ी हस्तियों का निधन हुआ।
उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के लिहाज से बेहद अहम सीट है। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद रिक्त हुई इस सीट पर अखिलेश ने अपनी पत्नी को मैदान में उतारा। ताजा आंकड़ों के अनुसार डिंपल यादव सवा दो लाख से ज्यादा वोट से आगे हैं। जानिए क्या हैं समीकरण।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के पहले से चाचा शिवपाल सिंह यादव और भतीजे अखिलेश यादव की राहें जुदा हो गई थीं, लेकिन अब मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद दोनों एकसाथ आते हुए दिख रहे हैं।
कई लोगों का मानना है कि मुलायम सिंह के निधन के बाद डिंपल यादव जनता की सहानुभूति के चलते उनकी परंपरा को बरकरार रखेंगी। मैनपुरी उपचुनाव के लिए पांच दिसंबर को मतदान और 8 दिसंबर को मतगणना होगी।
सपा नेता धमेंद्र यादव का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह पूर्व यूपी सीएम मुलायम सिंह यादव को याद करके रोते हुए दिख रहे हैं। ये वीडियो मैनपुरी की एक पब्लिक रैली का है, जिसमें धमेंद्र यादव भावुक हो गए और फफक-फफक कर रोने लगे।
अखिलेश यादव ने मैनपुरी उपचुनाव के लिए लिए अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है। डिंपल और अखिलेश को अब चाचा शिवपाल सिंह का भी साथ मिल गया है। चाचा शिवपाल ने डिंपल को चुनाव में विजयी बनाने की अपील की। साथ ही बीजेपी की आलोचना की।अखिलेश यादव ने मैनपुरी उपचुनाव के लिए लिए अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है। डिंपल और अखिलेश को अ
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