महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमारी पहचान आर्टिकल- 370 को गैर-कानूनी तरीके से हमसे छीन लिया गया और अब हमारी जमीन भी छीनी जा रही है।
पीडीपी नेता और महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने हिंदुत्व को नफरत का दर्शन बताया है। उन्होंने हिंदुत्व को एक बीमारी भी कहा है।
जम्मू-कश्मीर में पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने हाल ही में बांग्लादेश के हालातों की तुलना भारत से कर दी। उनके इस बयान का भाजपा ने विरोध किया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पीडीपी की ओर से हाल में आरोप लगाए गए कि नेशनल कॉन्फ्रेंस इस माह की शुरुआत में विधानसभा में पारित प्रस्ताव को लेकर गंभीर नहीं है। इस पर उमर अब्दुल्ला के सलाहकार वानी ने जवाब दिया है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा, ये चुनाव जम्मू-कश्मीर की पहचान और सम्मान की रक्षा के लिए थे। हमारे विधायकों ने अनुच्छेद 370 और 35ए को एकतरफा तरीके से हटाए जाने पर लोगों की गहरी चिंताओं को उठाया है।
पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह दिन विकास का नहीं, बल्कि वंचित होने का प्रतीक है। जम्मू-कश्मीर की कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने भी केंद्र शासित प्रदेश के स्थापना दिवस को काला दिन करार दिया।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती श्रीगुलफवारा-बिजबेहरा सीट से चुनाव लड़ा है। इल्तिजा मुफ्ती का ये पहला विधानसभा चुनाव है। 2014 के विधानसभा चुनाव परिणाम में पीडीपी ने रिकॉर्ड 28 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को ढेर करने के बाद भी इजरायल एक्शन में है। इजरायल ने यमन में हूती विद्रोहियों पर जबरदस्त हमला बोला है। इधर भारत में महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला की पार्टी के लोग नसरल्लाह की मौत पर मातम मना रहे हैं। क्या कश्मीर के अंतिम फेज का चुनाव नसरल्लाह की मौत के बाद बदल गया है?
उन्होंने नसरल्लाह को शहीद बताया और कहा कि वे कल की अपनी सभी चुनावी रैलियां स्थगित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि वे लेबनान और फिलिस्तीन के लोगों के साथ खड़ी हैं।
महबूबा मुफ्ती ने कहा, जम्मू-कश्मीर में कभी भी भाजपा की सरकार नहीं बनेगी। जम्मू-कश्मीर में एक धर्मनिरपेक्ष सरकार होगी। जम्मू-कश्मीर में जो भी सरकार बनेगी, पीडीपी (उसके लिए) एक महत्वपूर्ण कारक होगी।
विधानसभा चुनाव के लिए जारी प्रचार के बीच जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी और भारत को कश्मीर के अब्दुल्ला खानदान का शुकरगुजार रहना चाहिए।
अनंतनाग विधानसभा सीट से इस बार पीडीपी ने मिर्जा महबूब को चुनावी मैदान में उतारा है। इस बार अनंतनाग सीट में त्रिकोणीय मुकाबला बना हुआ है। यहां पीडीपी, कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी लड़ाई मानी जा रही है।
Jammu Kashmir Assembly Elections 2024: पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ़्ती बिजबेहरा-श्रीगुफ़वारा सीट से चुनाव लड़ रही हैं। उनका सीधा मुकाबला जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ़्रेंस के दिग्गज नेता बशीर अहमद शाह वीरी से है।
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। राज्य में मुख्य मुकाबला कांग्रेस-NC, पीडीपी और भाजपा के बीच माना जा रहा है। हालांकि, विधानसभा चुनाव में एक और पार्टी सामने आई है जिसमें महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला की टेंशन बढ़ा दी है।
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में उमर अबदुल्ला ने 2 विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। अब इस पर महबूबा मुफ्ती ने उन पर तंज कसा है।
जम्मू कश्मीर चुनाव में इस बार कई नए चेहरे दांव अजमा रहे हैं, इनमें से कुछ रसूखदार राजनीतिक घराने से हैं। आइए जानते हैं इनके नाम...
जम्मू कश्मीर चुनाव के मद्देनजर आज महबूबा मुफ्ती की पार्टी ने 8 विधानसभा के प्रभारी की लिस्ट जारी कर दी है।
कई जगहों पर हिंदू समाज के लोग अपने मुस्लिम दोस्तों के साथ ईद की खुशियां बांटते नजर आए। अधिकारियों ने बताया कि ऐसे में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की कोई खबर सामने नहीं आई है। पूरे जम्मू-कश्मीर में ईद की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से पूरी हुई।
पीडीपी की मीडिया सलाहकार इल्तिजा ने कहा, “मुफ्ती के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह धमकी है और हम इसके आगे झुकेंगे नहीं।” उन्होंने कहा, “हम घुटने नहीं टेकेंगे। हम सच बोलते रहेंगे।
पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती चुनाव के बीच धरने पर बैठ गई हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही उन्होंने फोन कॉल भी रोके जाने का आरोप लगाया है।
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