सोशल मीडिया पर एक मजेदार वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें एक लड़की को सुई के डर से रोते हुए देखा जा सकता है।
उत्तर प्रदेश STF और FSDA ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 2,80,899 अवैध इंजेक्शन बरामद किए हैं जिन्हें सीज कर दिया गया है और इनके नमूनों को जांच के लिए भेज दिया गया है।
दुनिया के वैज्ञानिकों ने पहली बार एचआइवी संक्रमण को 100 फीसदी ठीक करने वाले इंजेक्शन के सफल ट्रायल का दावा किया है। करीब 5 हजार लोगों पर यह ट्रायल सफल रहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार इस इंजेक्शन की 2 डोज लेने से एचआइवी एड्स की छुट्टी हो सकती है।
हरियाणा के सोनीपत से रूह को कंपा देनेवाली एक घटना सामने आई है। प्यार की राह में रोड़ा बनते देख एक कलयुगी बेटे ने अपने पिता और भाई की हत्या का षड्यंत्र रचा।
इस घटना के 16 दिन बाद इंडिया गठबंधन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. जितेंद्र आव्हाड ने ट्वीट करते हुए एकबार फिर कलवा अस्पताल में इलाज के नाम पर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किए जाने का मामला उजागर किया है।
ICMR Male Contraceptive: पुरुषों के लिए पहला भारतीय गर्भनिरोधक इंजेक्शन आ गया है। खास बात ये है कि इस इंजेक्शन से 99 प्रतिशत प्रेग्नेंसी रोकी जा सकती है। जानते हैं कैसे करता है काम और पूरी रिसर्च।
पीड़िता के भाई के मुताबिक पिछले 8 महीने से आरोपी ने उसकी बहन के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी। बहुत खोजबीन के बाद, वह बिहटा में उस जगह का पता लगाने में कामयाब रहे और अपनी बहन को बचाया।
कंपनी की तरफ से जांच में पता चला कि इंजेक्शन भारतीय लोगों के लिए नहीं था। कंपनी ने तुर्की के लोगों के लिए उसे बनाया था।
स्पाइनल मसल एट्रोफी में शरीर के अंदर एक जीन मिसिंग होता है। Zolgensma इंजेक्शन देकर ये जीन शरीर में डाला जाता है, जिसके बाद शरीर को मसल ठीक होने लगती है।
डॉक्टर काले जादू में भी विश्वास करता था और काले जादूगरों ने उन्हें खजाना पाने के लिए मानव बलि देने की सलाह दी थी। आरोपी ने अपनी पत्नी को मानव बलि के रूप में देने का फैसला किया और ओवरडोज के इंजेक्शन से उसकी हत्या कर दी।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा। जिसमें एक बच्चा इंजेक्शन लगवाने के दौरान काफी ड्रामा करता नजर आ रहा है।
दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी से जूझते हुए एक साल की बच्ची की पुणे के एक अस्पताल में मौत हो गयी।
अब जल्द ही मर्द भी औरतों की तरह गर्भ निरोधक गोलियां खाकर परिवार नियोजन अपना सकेंगे।
पाकिस्तान में एक झोलाछाप डॉक्टर पर जानबूझकर HIV फैलाने का आरोप लगाया गया है।
क्या बिना सीरिंज के ही दवाओं को सीधे हमारे शरीर में पहुंचाया जा सकता है? इस सवाल का जवाब आमतौर पर ‘न’ में ही आएगा, लेकिन मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) के 'राठौर परिवार' ने 11 साल की मेहनत के बाद कुछ ऐसा ही कमाल कर दिखाया है।
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