इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन और इंस्टिट्यूट फॉर ह्यूमन डेवलपमेंट ने मिलकर देश से जुड़ी बेरोजगारी पर एक आंकड़ा जारी किया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, देश में 83 फीसदी युवा आबादी 2022 के दौरान बेरोजगार थी।
बयान के मुताबिक आईएलओ के संचालक मंडल की अध्यक्षता मिलना एक अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि है। यह भारत और आईएलओ के 100 वर्ष से अधिक फलदायी रिश्तों की कड़ी में एक और मील का पत्थर है। संचालक मंडल आईएलओ का शीर्ष कार्यकारी निकाय है।
इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनियाभर में कोरोना महामारी के कारण 50 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हुए हैं।
कोरोना वायरस महामारी के कारण केवल दूसरी तिमाही में ही 19.5 करोड़ पूर्णकालिक नौकरियां खत्म हो सकती हैं।
ILO के मुताबिक 2017 में बेरोजगारों की संख्या साल 1.77 करोड़ से बढ़कर 1.78 करोड़ होने की आशंका है। वहीं, 2018 में यह संख्या बढ़कर 1.8 करोड़ तक पहुंच सकती है।
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