सीएम नीतीश सबसे पहले एक एमएलए की इफ्तार पार्टी में शामिल हुए, जहां उनके मंच के पीछे लाल किला का पोस्टर लगाया गया। उसके बाद नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर इफ्तारी की गई।
बाबा सिद्दीकी की फेमस इफ्तार पार्टी किसी स्टार-स्टडेड इवेंट से कम नहीं है, जिसमें बी-टाउन के सभी स्टार्स शामिल होते हैं, जिनमें शाहरुख खान, सलमान खान के साथ कई स्टार्स पार्टी में नजर आते हैं।
समाजवादी पार्टी अपने पार्टी मुख्यालय में सबसे बड़ी और सबसे अच्छी इफ्तार पार्टी की मेजबानी करने के लिए जानी जाती थी। इसके संस्थापक स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव व्यक्तिगत रूप से मेहमानों से मिलते थे और यह सुनिश्चित करते थे कि प्रत्येक को भरपेट भोजन मिले।
बता दें कि बिहार में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान नालंदा जिले के बिहारशरीफ और रोहतास जिले के सासाराम में सांप्रदायिक तनाव भड़क गया था, जिसके बाद पुलिस ने दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया।
इफ्तार पार्टी में तेजस्वी यादव ज्यादातर समय खामोश ही नजर आ रहे थे। उन्हें जदयू की ओर से गर्मजोशी से स्वागत की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा था। नीतीश कुमार को शायद इस बात का एहसास हुआ और इसलिए वह तेजस्वी यादव को छोड़ने उनकी कार तक गए।
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के महिला महाविद्यालय परिसर में बुधवार शाम इफ्तार के आयोजन को लेकर छात्रों ने हंगामा किया और नयी परम्परा शुरू करने को लेकर सवाल उठाए। छात्रों ने कुलपति आवास पहुंच कर नारेबाजी की और कुलपति का पुतला भी फूंका।
जानकारी के मुताबिक कुलपति ने बीएसयू ( BHU) के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था।
कांग्रेस मुख्यालय में बीते कई सालों में कोई धार्मिक आयोजन नहीं हुआ है। दो दशक पहले तक जरूर होली, राम नवमी और इफ्तार पार्टी जैसे आयोजन होते थे। सत्ता से बाहर होने के बाद से पार्टी कार्यालय में इस तरह के आयोजनों को बंद कर दिया गया। बताया जाता है कि सलमान खुर्शीद के कहने पर इफ्तारी पार्टी रखी गई है।
ट्वीट के साथ कई तस्वीरें साझा की गई थीं, जिनमें सेना के जवान और आम लोग एक साथ रोजा खोलते नजर आ रहे थे। पर जैसे ही सेना का यह ट्वीट सामने आया कुछ लोग इसको ट्रोल करने लगे। कुछ लोगों को सेना का यह काम पसंद नहीं आया। सेना के धर्मनिरपेक्ष चेहरे का विरोध करने वाले कुछ लोगों द्वारा ट्रोल किए जाने के कुछ घंटों बाद इस ट्वीट को हटा लिया गया।
उन्होंने कहा कि इफ्तार पार्टी का आयोजन सभी राजनीतिक दलों की तरफ से किया जाता है। सभी राजनीतिक दल के लोग एक दूसरे की इफ्तार पार्टी में जाते हैं।
पटना में आज बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी के घर इफ्तार पार्टी हुई। खास बात ये रही कि इस इफ्तार पार्टी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे। बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने घर नीतीश के अलावा दूसरे दलों के दिग्गज नेताओं को भी अपने घर बुलाया था।
राज ठाकरे की हनुमान चालीसा और अजान वाले विषय पर एनसीपी पहले से ही विरोध जता रही है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट मंगलवार को यहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित रोजा इफ्तार के दौरान एकसाथ दिखे...
बता दें कि बिहार में जेडीयू और बीजेपी के रिश्तों को लेकर कयासों का दौर जारी है। पटना में राजनीतिक दलों की इफ्तार पार्टियों ने इसको और हवा दे दी है।
जेडीयू और बीजेपी में मनमुटाव की खबरों के बीच पटना में एलजेपी की इफ्तार पार्टी में सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी एक साथ दिखे तो फिर कयासबाजी का दौर शुरू हो गया।
पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने कई पाकिस्तानी लोगों को उनके द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में भाग लेने की कोशिश पर परेशान किए जाने व कार्यक्रम स्थल छोड़कर चले जाने के लिए मजबूर किए जाने के बाद सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी है।
13 जून को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नई दिल्ली में इफ्तार पार्टी दी थी। उम्मीद की जा रही थी कि राहुल की इस पार्टी में 'संयुक्त विपक्ष' का ट्रेलर दिखेगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ट्विटर पर अपना फिटनेस वीडियो पोस्ट किया जिसमें वह ध्यान लगाते, ट्रैक पर वॉक करते नजर आ रहे हैं। इसमें वह योग करते हुए भी दिखाई दे रहे हैं...
कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि विपक्ष के तकरीबन सभी प्रमुख नेताओं को बुलाया गया है, हालांकि रामविलास पासवान जैसे राजग के उन नेताओं को न्यौता नहीं दिया गया है जो पहले संप्रग सरकार का हिस्सा रह चुके हैं।
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