Black Basta हैकिंग ग्रुप ने दुनियाभर के लाखों PC यूजर्स की टेंशन बढ़ा दी है। यह हैकिंग ग्रुप PC यूजर्स को अपना निशाना बना रहे हैं और सिस्टम में सेंध लगा रहे हैं। 2022 से इस हैकिंग ग्रुप ने कई यूजर्स को अपना शिकार बनाया है।
सुप्रीम कोर्ट का यूट्यूब चैनल हैक हो गया है। चैनल को सर्च करने पर Supreme Court Of India की जगह पर Ripple नाम का चैनल दिख रहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में ईरान की बड़ी चोरी और साजिश पकड़ी गई है। आरोप है कि ईरान ट्रंप के अभियान से डेटा चुराकर उसे बाइडेन के अभियान से जोड़ने का प्रयास कर रहा था।
टेक्नोलॉजी के इस दौर में स्मार्टफोन को सेफ रखने की सख्त जरूरत है। अगर हम थोड़ी सी भी लापरवाही बरतते हैं तो हमारा स्मार्टफोन हैक हो सकता है। कई बार हमें पता भी नहीं चलता और फोन हैक हो चुका होता है। हम आपको कुछ ऐसे संकेत बताने जा रहे हैं जिससे आप पता कर सकते हैं कि फोन हैक हो गया है।
Smartphone को हैक होने से बचाने के लिए अमेरिकी सरकार ने एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में यूजर्स से कुछ चीजों को फॉलो करने के लिए कहा है, ताकि ऑनलाइन फ्रॉड, डेटा लीक आदि से बचा जा सके।
हमारे डेली रूटीन के कई काम स्मार्टफोन से होते हैं। बैंकिंग से लेकर ऑनलाइन पेमेंट तक पैसे के लेनदेन के काम भी हम फोन से ही करते हैं इसलिए फोन को सेफ रखना बहुत जरूरी है। पिछले कुछ समय में स्मार्टफोन हैक होने के भी मामले सामने आए हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बता रहे हैं जिससे फोन हैक होने का पता चलता है।
एक शख्स ने संदेह जताया है कि हैकर ने उसके शरीर में माइक्रोचिप डालकर ऐसा किया। उसने यह भी दावा किया कि पासवर्ड बदलने जैसी तमाम सावधानियां बरतने के बावजूद हैकर ने उसके नए जीमेल खाते सहित उनके अन्य सोशल मीडिया खातों को हैक कर लिया।
हकीकत तो यही है कि ये तो एप्पल को भी नहीं पता कि हैकर्स कौन हैं? कब हैकिंग हुई? और एप्पल ये भी कह रहा है कि इस तरह के एलर्ट यूजर्स को सावधान करने के लिए भेजे जाते हैं। जरूरी नहीं है कि जिसको एलर्ट मिले उसका फोन हैक करने की कोशिश हुई ही हो।
इस समय एप्पल आईफोन जमकर सुर्खियों में छाया है। इसकी वजह कोई न फोन आना नहीं है बल्कि एक थ्रेट अलर्ट है। इस समय लोग बस यही जानना चाहते हैं कि आखिर आईफोन्स कितने सिक्योर है? क्या कोई आईफोन्स को हैक करके डेटा चोरी कर सकता है। आइए जानते हैं कि आईफोन्स को लेकर लोगों की क्या राय है?
अगर आप एक स्मार्टफोन यूजर हैं तो आपको बेहद सावधान रहने की जरूरत है। इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल के बीच हैकिंग के मामले तेजी से बढ़े हैं। स्मार्टफोन का हैक होना आपकी प्राइवेसी के लिए बेहद खतरनाक है। जरूरी है कि आप स्मार्टफोन के उन संकेतों को समझे जो हैकिंग की ओर इशारा करते हैं।
एप्पल अपने यूजर्स की सेफ्टी और प्राइवेसी का विशेष तौर पर ध्यान रखती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कंपनी आईफोन्स पर प्राइवेसी से जुड़े कई सारे फीचर्स देती है। ऐसा ही एक फीचर है Contact Key Verification का। इस फीचर की मदद से आप पता कर सकते हैं कि कहीं कोई आपका फोन हैक तो नहीं कर रहा ।
स्मार्टफोन हैकिंग से बचने के लिए हमें बेहद सावधान रहने की जरूरत है। आमतौर पर यह समझ पाना बेहद मुश्किल होता है कि फोन हैक या नहीं। हालांकि कुछ ऐसे कोड्स हैं जिनसे आप स्मार्टफोन हैकिंग का पता करके उसे रोक भी सकते हैं।
वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में अमेरिकी अधिकारियों के एक बयान का उल्लेख किया गया है, जिसमें दावा किया गया है कि स्टॉर्म-0588 ने अमेरिकी सरकार से जुड़े ईमेल अकाउंट में भी सेंध लगाई है।
स्मार्टफोन ही हमें इस बात का संकेत देता है कि फोन हैक हो चुका है बस हमें कुछ संकेत समझने की जरूरत है। अगर आपका स्मार्टफोन हैक किया गया है को आप खुद से इसे बड़ी ही आसानी से चेक कर सकते हैं।
हैकर्स ने वेस्टर्न डिजिटल अधिकारियों को एक ईमेल में लिखा, "हम आपकी कंपनी में सेंध लगाने वाले अपराधी हैं। शायद आपके ध्यान की जरूरत है! इस रास्ते को जारी रखें और हम जवाबी कार्रवाई करेंगे।" हैकर्स ने लिखा, "हमें केवल एकमुश्त भुगतान की आवश्यकता है और फिर हम आपके नेटवर्क को छोड़ देंगे ।
हम में से कई ऐसे लोग हैं, जो Bluetooth, WIFI, Airdrop को ऑन करने के बाद इसे ऑफ करना भूल जाते हैं। अगर आप भी ऐसी गलती करते हैं, तो यह आपकी काफी बड़ी गलती साबित हो सकती है। आपकी इस गलती की वजह से आपके कई जरूरी फाइल्स हैक्स हो सकते हैं।
पिछले साल अक्टूबर में अरबपति एलोन मस्क ने ट्विटर को 44 अरब डॉलर में खरीदा था। इसके बाद यह हैकिंग का सबसे बड़ा मामला है। हैकर्स ने यह डेटा चुराकर उन्हें एक ऑनलाइन हैकिंग फोरम पर पोस्ट कर दिया है।
Ethical Hacking Career: साइबर क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। इंटरनेट पर होने वाले इन अपराधों को रोकने का कार्य एथिकल हैकर्स करते हैं। ये वो प्रोफेशनल हैं, जो किसी कंपनी या संस्था के साथ जुड़कर उनके कंप्यूटर सिस्टम और बेवसाइट को सुरक्षा प्रदान करने का कार्य करते हैं। इन प्रोफशनल्स को लाखों में सैलरी मिलती है।
दावा किया जा रहा है कि वो 487 मिलियन Whatsapp मोबाइल यूजर्स का 2022 डेटाबेस बेच रहे हैं। माना जा रहा है कि यूजर्स के मोबाइल डेटा को साइबर अटैकर्स खरीद सकते हैं।
क्लबहाउस यूजर्स के करीब 40 लाख फोन नंबर कथित तौर पर लीक हो गए हैं और ये डार्क वेब पर 'बिक्री के लिए' उपलब्ध हैं।
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