राज्यसभा में बुधवार को मल्लिकार्जुन खरगे का एक अलग ही रूप देखने को मिला। वह सदन में भावुक हो गए और यहां तक किया दिया वह इस माहौल में और जीना नहीं चाहते। दरअसल, खरगे भाजपा के सांसद घनश्याम तिवारी के एक बयान से आहत थे।
गौरतलब है कि वर्ष 2008 में भाजपा के टिकट पर खींवसर से विधायक चुने गए बेनीवाल की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से कभी नहीं बनी और वह अलग हो गए। साल 2013 में वह निर्दलीय जीते।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में खींवसर से विधायक हनुमान बेनीवाल सहित अन्य लोगों तथा दलों के साथ बातचीत चल रही है।
कांग्रेस से परेशान होकर भाजपा को सत्ता सौंपी थी, यहीं नहीं प्रदेश की जनता ने भाजपा को 25 लोकसभा की सीटों पर जीत दर्ज करवा कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हालांकि आज प्रदेश की जनता उनके लिये हुए निर्णय पर ठगा हुआ महसूस कर रही है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बागी विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने पार्टी से अलग रास्ता इख़्तियार करने का फैसला किया है
भाजपा के वरिष्ठ विधायक घनश्याम तिवाड़ी को पुलिस ने आज सीआरपीसी की धारा 129 के तहत उस समय खदेड दिया जब वे एक रैली के रूप में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निवास 13 सिविल लाईंस के बाहर सत्याग्रह के लिये अपने घर से रवाना हुए।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ विधायक एवं राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री घनश्याम तिवाडी ने अपनी ही पार्टी की सरकार को आगाह करते हुए कहा है कि समय रहते किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो राजस्थान में कभी भी किसान आन्दोलन भड़क सकता है, रा
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