भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 15 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां 15.55 अरब डॉलर घटकर 569.83 अरब डॉलर हो गई।
डॉलर के संदर्भ में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी इकाइयों की मूल्यवृद्धि या मूल्यह्रास का प्रभाव शामिल होता है।
आरबीआई द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 26 जनवरी को समाप्त होने वाले हफ्ते में 59.1 करोड़ डॉलर का इजाफा हुआ है।
Indian Forex Reserves: भारत के फॉरेक्स रिजर्व में जनवरी 2024 में 5 अरब डॉलर की गिरावट आई है। यह घटकर 617.3 अरब डॉलर रह गया है।
रिजर्व बैंक ने कहा कि स्वर्ण भंडार का मूल्य सप्ताह में 49.4 करोड़ डॉलर घटकर 45.657 अरब डॉलर रह गया।
RBI के आंकड़ों के अनुसार 24 जून को समाप्त पिछले सप्ताह के दौरान, विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) 2.734 अरब डॉलर बढ़कर 593.323 अरब डॉलर हो गया था।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में वृद्धि होना है जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक है।
आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 3.825 अरब डॉलर बढ़कर 533.378 अरब डॉलर हो गयी।
रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट की प्रमुख वजह फॉरेन करंसी एसेट्स में आई गिरावट रही है।
विदेशी मुद्रा भंडार चार जून, 2021 को समाप्त सप्ताह में 6.842 अरब डॉलर बढ़कर पहली बार 600 अरब डॉलर को पार कर गया।
जून 2020 के पहले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 500 अरब डॉलर के स्तर को पार कर गया। जून के बाद से विदेशी मुद्रा भंडार लगातार 500 अरब डॉलर के स्तर से ऊपर ही बना हुआ है।
आंकड़ों के मुताबिक पिछले एक साल में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 126 अरब डॉलर से ज्यादा बढ़ गया है। वहीं इस वित्त वर्ष में अब तक रिजर्व में करीब 97 अरब डॉलर की बढ़त रही।
पिछले एक साल में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 124 अरब डॉलर से ज्यादा बढ़ गया है। वहीं इस वित्त वर्ष में अब तक रिजर्व में करीब 95 अरब की बढ़त रही है। भंडार जून के बाद से लगातार 500 अरब डॉलर के ऊपर बना हुआ है
इससे पहले 25 सितंबर को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 3.017 अरब डॉलर घटकर 542.021 अरब डॉलर रह गया था। जून 2020 के पहले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 500 अरब डॉलर के स्तर को पार कर गया था, जिसके बाद से भंडार इस स्तर के ऊपर ही बना हुआ है।
फॉरेन करंसी एसेट्स में बढ़त से रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा भंडार
3 जुलाई को खत्म हुए हफ्ते में 6.47 अरब डॉलर की बढ़त
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 493 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंचा
इससे पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 11.3 करोड़ डॉलर घटा था
पहली तिमाही में बजट घाटा 9 अरब डॉलर पहुंचने से घटे रिज़र्व
कारोबार के दौरान रुपये 76 रुपये प्रति डॉलर के स्तर तक पहुंचा
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