Footwear Fashion 2023: स्टाइलिश लुक चाहिए तो कपड़ों के साथ-साथ आपके फुटवियर भी स्टाइलिश होने चाहिए। साल 2023 में कलरफुल और आरामदायक फुलवियर फैशन में रहे। जो वेस्टर्न से लेकर इंडियन हर ड्रेस पर आपके लुक को खूबसूरत बना देंगे।
how to prevent shoe bites: नए फुटवियर को पहनने की खुशी उस वक्त गम में बदल जाती है जब वो काटने लगता है। आइए जानते हैं इससे बचने के तरीके।
अब जल्द ही आपके जूतों पर BIS का ठप्पा देखने को मिल सकता है। सरकार 1 जुलाई से 24 फुटवियर उत्पादों पर सख्त नियम लागू करने जा रही है।
भारत में जूतों के लिए एक नया कानून आने वाला है। सरकार जुलाई से फुटवियर से संबंधित नए नियम लागू करने जा रही है। इससे आम लोगों को घटिया क्वालिटी के जूतों से निजात मिलेगी।
ड्रेस और मेकअप के साथ ही आपके लुक को कंप्लीट करने में फूटवियर्स की भी अहम भूमिका होती है। इसलिए ड्रेस के अनुसार ही फुटवेयर कैरी करना चाहिए।
नए साल की शुरुआत में ही अपवंचना रोकने के लिए जीएसटी कानून में संशोधन किया गया है। इसके तहत इनपुट कर क्रेडिट (आईटीसी) अब सिर्फ एक बार मिलेगा। करदाता के जीएसटीआर 2बी (खरीद रिटर्न) में ‘क्रेडिट’ दर्ज होने के बाद इसे दिया जाएगा।
खादिम की शुरुआत 1960 के दशक में कोलकाता के चितपुर इलाके में एक साधारण जूते की दुकान के रूप में हुई थी, जो आज नई सहस्त्राब्दी का एक लोकप्रिय और बहुचर्चित फुटवियर ब्रांड बन गया है।
अधिकारी ने बताया कि व्यय वित्त समिति ने पहले ही मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इससे पहले आईएफएलएडीपी को 2,600 करोड़ रुपये के खर्च के साथ तीन वित्त वर्षों 2017-18 से 2019-20 के लिए मंजूरी दी गई थी।
कासा ऐवर्ज की चीन में दो विनिर्माण इकाइयां हैं। इन दोनों इकाइयों में सालाना 30 लाख जोड़ी से अधिक जूते तैयार होते हैं।
जीएसटी पंजीकृत करदाताओं के आधार के तहत सत्यापन की तैयारी पर भी चर्चा की जाएगी। बैठक में जीएसटी के तहत प्रस्तावित लॉटरी योजना पर भी चर्चा होने की संभावना है।
प्यूरीफाइड टेरेपैथलिक एसिड (पीटीए) पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी को खत्म कर दिया गया है।
स्पोर्ट्सवीयर बनाने वाली जापान की कम्पनी-एसिक्स ने मंगलवार को भारत की अग्रणी महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा को अपना नया चेहरा बनाने की घोषणा की।
ई-कॉमर्स वेबसाइट Amazon India पर इन दिनों एक भारतीय कंपनी ने अपने ब्रांड का नाम 'भैंस की आंख' रखा है, जिसका आशय आश्चर्य या झटका लगने से है।
सैनिटरी नैपकिन , फुटवियर और रेफ्रिजरेट सहित करीब 88 आम इस्तेमाल के उत्पाद शुक्रवार से सस्ते हो गए हैं। इन उत्पादों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में कटौती की गई है।
सरकार यूरोपीय संघ, कोरिया तथा थाईलैंड से आयातित निश्चित प्रकार के सिंथेटिक रबड़ पर 266 डॉलर प्रति टन तक डंपिंग रोधी शुल्क लगा सकती है।
जीएसटी काउंसिल ने आज हुई 15वीं बैठक में गोल्ड, बिस्किट, गारमेंट्स और बीड़ी समेत सभी छह कमोडिटी के लिए जीएसटी रेट की घोषणा कर दी है।
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